
इंडोलॉजी विभाग, सोफिया विश्वविद्यालय, बुल्गारिया में दीवाली का भव्य आयोजन
इंडोलॉजी विभाग में इस वर्ष दीवाली पर्व का आयोजन अद्भुत और उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर पूरे विभाग को दीपों की जगमगाहट, रंगोली की रंगीन छटा और भारतीय संस्कृति की सुगंध ने अलौकिक बना दिया। गणेश-लक्ष्मी पूजन और मंत्रोच्चारण छात्रों ने शास्त्रोक्त विधि से पूजा-अर्चना की, जिससे पूरे परिसर में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ। मंत्रों की गूंज और दीपों के प्रकाश ने वातावरण को पवित्र और दिव्य बना दिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
छात्रों ने भगवान राम की महिमा को दर्शाने के लिए “राम कथा” के चुने हुए प्रसंगों को प्रस्तुत किया। यह प्रस्तुति भारतीय परंपरा, कला और साहित्य को जीवंत करती नजर आई। रामायण के विभिन्न प्रसंगों को नृत्य, अभिनय और हिन्दी में संवाद के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिसने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पारंपरिक, रंग-बिरंगे भारतीय परिधानों में सजे छात्रों के नृत्य ने उपस्थित सभी लोगों को मन मोह लिया।

रंगोली और मिठाइयों का आकर्षण
कार्यक्रम स्थल पर बनाई गई भव्य रंगोली ने सभी का ध्यान आकर्षित किया, जो विभाग के प्रवेश द्वार को और भी अधिक आकर्षक बना रही थीं।
कार्यक्रम के अंत में मिठाइयों का वितरण हुआ। गर्म गर्म मसाला चाय और लड्डू, बर्फी जैसे पारंपरिक भारतीय मिठाइयों के साथ साथ बुल्गेरियन व्यंजनों ने इस आयोजन को और मधुर बना दिया।

आतिशबाजी और समापन
दीवाली के इस आयोजन का समापन दीपों की माला और आतिशबाजी के साथ हुआ। आसमान रंग-बिरंगी आतिशबाजी से जगमगा उठा और उपस्थित सभी ने इस अद्भुत नजारे का आनंद लिया।
उपस्थित प्राध्यापकों ने छात्रों के प्रयासों और उनकी सृजनात्मकता की प्रशंसा की। “दीवाली का यह पर्व हमें न केवल भारतीय संस्कृति से जोड़ता है, बल्कि हमें एकता, प्रकाश और आनंद का संदेश भी देता है।”
इस कार्यक्रम ने न केवल छात्रों और संकाय सदस्यों को भारतीय संस्कृति के महत्व को समझने का अवसर दिया, बल्कि एक सामूहिक और यादगार अनुभव भी प्रदान किया।

– डॉ मौना कौशिक