राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के ‘भारतीय रंग महोत्सव’ के समापन पर एलजी समेत राजपाल यादव ने की शिरकत

20 दिन के ‘भारत रंग महोत्सव’ में रंगमंच के कई रंग दिल्ली वालों ने देखे। रविवार को नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के अंतरराष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव के समापन समारोह में दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना पहुंचे। एलजी ने कहा, “मैं कलाकार नहीं, मगर खुद को कला का कद्रदान जरूर मानता हूं।” उन्होंने कहा कि हमें यह विश्वास होना चाहिए कि जो करें खूबसूरती से करें, नजाकत और शिद्दत से करें तो अच्छा है, जैसे कि कलाकार करते हैं। इस मौके पर एक डाक टिकट भी जारी किया।

28 जनवरी को शुरू हुआ यह फेस्ट इस बार 13 शहरों तक गया। पहली बार यह महोत्सव अपनी सीमाओं से परे नेपाल और श्रीलंका के रंगमंच प्रेमियों तक गया। समापन समारोह में NSD के पूर्व डायरेक्टर रामगोपाल बजाज समेत पर थी 25वें भारंगम के रंग दूत बॉलिवुड एक्टर राजपाल यादव भी पहुंचे, जो NSD के पूर्व स्टूडेंट भी हैं। राजपाल यादव ने कहा, NSD ने हमें आधे जीवन में 500 जीवन जीने का मौका दिया है। उन्होंने NSD के लिए हर तरह के सपोर्ट का वादा करते हुए कहा कि NSD की पताका फहराने के लिए इसके लिए दो-चार हजार करोड़ रुपये का फंड जरूरी है।

इस मौके पर NSD के डायरेक्टर चितरंजन त्रिपाठी ने बताया कि इस साल इस फेस्ट के साथ करीब 2100 प्रस्तुतियां मंच पर थीं। साथ ही, ‘विश्व जन रंग’ थीम के साथ ‘नाट्यशास्त्र’ पर एक लघु नाटक की ऑनलाइन प्रस्तुति के लिए हमें 52 देशों के रंगमित्र कलाकारों का साथ मिला। आखिरी दिन रतन थियाम के निर्देशन में कोरस रेपर्टरी थिएटर की परफॉर्मेंस ‘कनुप्रिया’ और असीम बजाज की स्टैंडअप कॉमेडी ‘फ्लाई ऑन द वॉल’ ने रंगमंच प्रेमियों का मनोरंजन किया। शनिवार को NSD रेपर्टरी ने नाटककार मोहन राकेश और त्रिपुरारी शर्मा के निर्देशित ‘आधे अधूरे’ नाटक का हाउसफुल शो किया, जिसे 35 साल बाद पुरानी मेन कास्ट के साथ मंच पर लाया गया।

महोत्सव में रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक रिपब्लिक, नेपाल, ताइवान, स्पेन और श्रीलंका से पहुंचे शानदार नाटकों का दर्शकों ने आनंद लिया। फेस्ट दिल्ली के अलावा अगरतला, अहमदाबाद, बेंगलुरु, भटिंडा, भोपाल, गोवा, गोरखपुर, जयपुर, खैरागढ़ और रांची के रंगमंच प्रेमियों तक भी पहुंचा। इस मौके पर संस्कृति मंत्रालय की एडमिशल सेक्रेटरी रंजना चोपड़ा ने कहा कि हम आशा करते है कि भारंगम का 25 साल का यह शाही खूबसूरत सफर आगे भी ऐसे ही चलता जाएगा। उमा नंदुरी, जॉइंट सेक्रेटरी, संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि रंगमंच के और विस्तार के लिए कम खर्चे के साथ ज्यादा आउटपुट कैसे निकले, इस पर काम किया जाएगा।

– अनीता वर्मा  

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