हिन्दी, जनपदीय-भाषाएं और भारतीय-साहित्य – (ब्लॉग)
हिन्दी, जनपदीय-भाषाएं और भारतीय-साहित्य राजेंद्र रंजन चतुर्वेदी डा रामविलास शर्मा ने हिन्दी-जनपद और हिन्दी-जाति की बात कही थी। हिन्दी-प्रदेश के सभी लोग अपने घर-परिवार में अपने-अपने अंचलों की बोली भी…
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हिन्दी, जनपदीय-भाषाएं और भारतीय-साहित्य राजेंद्र रंजन चतुर्वेदी डा रामविलास शर्मा ने हिन्दी-जनपद और हिन्दी-जाति की बात कही थी। हिन्दी-प्रदेश के सभी लोग अपने घर-परिवार में अपने-अपने अंचलों की बोली भी…
महाकवि बिहारी -राजेन्द्र रंजन चतुर्वेदी महाकवि बिहारी की गणना रीतिकाल के राज्याश्रित कवियों में ही की जाती है। महाराज जयसिंह के दरबार में थे ही, किन्तु राजा के मन में…
डॉ. राजेंद्र रंजन चतुर्वेदी जन्म : 13 नवंबर 1944, मथुरा, उत्तर प्रदेश । डॉ. राजेंद्र रंजन चतुर्वेदी भारत में लोककथा अध्ययन, इंडोलॉजी और ब्रजभाषा साहित्य हिंदी विद्वान हैं। उन्हें 1973…