The European Literary Conclave समारोह के अवसर पर काउंसलर श्री वी नारायनन (Press, Information and Culture, Embassy of India, Brussels) द्वारा ब्रिटेन के सुप्रसिद्ध कथाकार श्री तेजेन्द्र शर्मा को साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान हेतु “फादर क़ामिल बुल्के लिटरेरी अवार्ड” से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर संस्था के संस्थापक सदस्यों कपिल कुमार (बेल्जियम), डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना (जर्मनी), विश्वास दुबे (नीदरलैंड), श्री विजय मालिक (President, World Human Rights Organization (WHRO) के साथ-साथ ब्रिटेन, इटली और नीदरलैंड से पधारे गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।

ज्ञातव्य हो श्री तेजेन्द्र शर्मा ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लेखक, कथाकार, कवि, नाटककार एवं पत्रकार है। हिंदी एवंअंग्रेज़ी में समान रूप से लिखने वाले तेजेन्द्र शर्मा की कहानियों का उर्दू, पंजाबी, बांग्ला, नेपाली, ओड़िया एवं गुजराती भाषाओं में अनुवाद हुआ है। 

श्री शर्मा ने धारावाहिक ‘शांति’ की पटकथा लेखन के साथ, फिल्मों में अभिनय भी किया है। साथ ही बी बी सी लंदन रेडियो में भी आप समाचार वाचक के रूप में काम कर चुके हैं। आप इंदु शर्मा मेमोरियल ट्रस्ट के संस्थापक, कथा यू के संस्था के महासचिव एवं  हिंदी साहित्य की ऑन लाइन पत्रिका पुरवाई के संपादक भी हैं।

इससे पूर्व 17 जून 2017 को आपको ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वारा  MBE ( Member of British Empire ) सम्मान से अलंकृत किया जा चुका है। ये सम्मान उनके हिंदी साहित्य में अवदान एवं उसके माध्यम से लंदन में सामुदायिक सौहार्द बढ़ाने के लिए दिया गया था।

विश्व के अनेक देशों में प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त कर चुके श्री तेजेन्द्र शर्मा 100 से भी अधिक कहानियां लिख चुके है। उनके साहित्य पर शोध कार्य किए जा रहे हैं। साथ ही कई विश्वविद्यालयों में आपकी कहानियां पाठ्यक्रम में पढ़ाई जा रही है

इस अवसर पर श्री शर्मा को शुभकामनाएं देते हुए काउंसलर श्री वी नारायनन ने कहा ऐसे साहित्यिक आयोजन भारत एवं यूरोप को जोड़ने में सेतु का कार्य करते है। जिसमें श्री तेजेन्द्र शर्मा, कपिल कुमार, डॉ शिप्रा शिल्पी एवं विश्वास दुबे जैसे साहित्य सेवियों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है।

– डॉ शिप्रा शिल्पी, कोलोन, जर्मनी, GLAC , Europe

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