डॉ. राकेश कुमार

डॉ. राकेश कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के मनकापुर में हुआ। उन्होंने 1991 में गोरखपुर विश्वविद्यालय से ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में पीएच.डी. की डिग्री प्राप्त की और उसके पश्चात यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से पोस्टडॉक्टरल शोध कार्य किया। वे 1993 में अमेरिका आए और वर्तमान में कारमेल, इंडियाना में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में टेक्नोलॉजी के वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका में बसे प्रवासी भारतवासी डॉ. राकेश कुमार पिछले दो दशकों से हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति (International Hindi Association – IHA) के सक्रिय सदस्य के रूप में वे हिंदी को भावी पीढ़ियों के लिए एक जीवंत और व्यवहारिक द्वितीय भाषा के रूप में स्थापित करने हेतु प्रयासरत हैं।

हिंदी विरासत की जागृति – ‘जागृतिकार्यक्रम

भारत के अमृत महोत्सव वर्ष के दौरान डॉ. कुमार ने “जागृति” नामक एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का नेतृत्व किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य था – हिंदी की समृद्ध साहित्यिक विरासत को उजागर करना और युवा व नवलेखकों को लेखन के लिए प्रेरित करना। इस कार्यक्रम की शुरुआत फरवरी 2022 में “अपनी हिंदी की पहचान” शीर्षक से मासिक वेबिनार श्रृंखला के रूप में हुई।

इंडियाना में हिंदी का विस्तार

डॉ. कुमार ने इंडियाना राज्य में हिंदी के प्रचार हेतु अनेक पहलों का नेतृत्व किया:

  1. IHA इंडियाना चैप्टर की स्थापना (2021): एक दशक से अधिक की सदस्यता के अनुभव के साथ, उन्होंने इंडियाना में IHA के क्षेत्रीय अध्याय की नींव रखी और एक समर्पित कोर समिति का गठन किया।
  2. 12वां विश्व हिंदी सम्मेलन (2023), फिजी: इस प्रतिष्ठित वैश्विक सम्मेलन में उन्होंने “सूचना प्रौद्योगिकी और 21वीं सदी की हिंदी” विषय पर वक्तव्य प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने AI और डिजिटल तकनीकों द्वारा हिंदी शिक्षण के भविष्य पर प्रकाश डाला।
  3. विद्यालयों में हिंदी शिक्षा: वे इंडियाना राज्य के हाई स्कूलों में हिंदी पाठ्यक्रमों की शुरुआत हेतु कार्यरत हैं। यह प्रयास निकट भविष्य में दो स्कूलों में हिंदी की पढ़ाई की शुरुआत सुनिश्चित करेगा।
  4. 21वां द्वैवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय हिंदी अधिवेशन (2023): हिंदी अधिवेशन का सफलतापूर्वक आयोजन डॉ. कुमार ने अधिवेशन संयोजक के रूप में कारमेल, इंडियाना में किया। इस अधिवेशन का शीर्षक था, ‘अगली पीढ़ी के लिए हिंदी शिक्षा’, जिसमें युवा प्रतिभागियों की भागीदारी को विशेष महत्व दिया गया।
  5. डिजिटल युग में हिंदी संगोष्ठी (2023): इस वर्चुअल संगोष्ठी में उन्होंने “डिजिटल क्रांति के युग में हिंदी” विषय पर पांच विशेषज्ञों के साथ संवाद किया और हिंदी के तकनीकी विकास पर चर्चा की।
  6. हिंदी क्लब ऑफ इलिनॉय (2024): यहां उन्होंने हिंदी की सांस्कृतिक महत्ता, उसकी चुनौतियाँ, और तकनीकी माध्यमों से विकास की संभावनाओं पर विचार साझा किए।
  7. वैश्विक परिप्रेक्ष्य में हिंदी भाषा और अर्थतंत्र: डॉ. कुमार ने एक वेबिनार के माध्यम से हिंदी और वैश्विक अर्थव्यवस्था के बीच के संबंधों की पड़ताल की, यह दर्शाते हुए कि भाषा केवल संप्रेषण का माध्यम ही नहीं बल्कि आर्थिक उन्नति का एक कारक भी है।
  8. विश्व हिंदी दिवस और हिंदी कवि सम्मेलन (2025): डॉ. कुमार प्रतिवर्ष विश्व हिंदी दिवस और हिंदी कवि सम्मेलनों का आयोजन करते हैं, जिनमें स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी भाग लेते हैं। वे हिंदी कक्षाओं का ऑनलाइन और प्रत्यक्ष समन्वय भी करते हैं, जो बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए उपलब्ध हैं।
  9. प्रौद्योगिकी और हिंदी शिक्षण: कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका: 22वें अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति अधिवेशन (2025) में डॉ. कुमार ने “कृत्रिम बुद्धिमत्ता की क्रांति: संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदी शिक्षा का रूपांतरण” विषय पर एक अत्यंत प्रभावशाली प्रस्तुति दी। इसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार AI और डिजिटल टूल्स से हिंदी भाषा की शिक्षण प्रक्रिया में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं, विशेषतः प्रवासी छात्रों के लिए।
  10. हिंदी में लेखन कार्य: हिंदी के प्रचार हेतु डॉ. कुमार का लेखन योगदान भी अत्यंत सराहनीय है। उनके प्रमुख लेख इस प्रकार हैं:
  • संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदी शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का समावेश: एक समग्र विश्लेषण, विश्वा, जुलाई 2025
  • वैश्विक युग में हिंदी भाषा: एक नई दिशा की ओर, स्मारिका, 22वां IHA अधिवेशन (2025)
  • भारत के मूल हस्तलिखित संविधान का संरक्षण, विश्वा, जनवरी 2025

व्यक्तित्व और रुचियाँ

विज्ञान, भाषा और संस्कृति के समन्वयक डॉ. कुमार विज्ञान विषयक एक पुस्तक के सह-लेखक हैं और उनके नाम कई शोधपत्र व पेटेंट दर्ज हैं। उनके निजी रुचियों में सामुदायिक सेवा, सांस्कृतिक आयोजन, स्वयंसेवा, गोल्फ खेलना और फोटोग्राफी शामिल हैं।

ईमेल: arksri@yahoo.com

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