
डॉ॰ अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
🌸 सत्कर्म के डगर पर 🌸
(दिग्पाल/ मृदुगति छंद)
सत्कर्म के डगर पर, सुविचार हो हमारा।
सद्भाव सत्य संबल, सन्मार्ग हो सहारा॥
मधुरिम सदैव वाणी, संचेतना खरा हो।
सुखमय सदा सुवासित, जीवन हरा भरा हो॥
आनंद कंद भगवन, मुझ को गले लगाओ।
आया शरण तुम्हारी, मम लाज तुम बचाओ॥
नित ध्यान अब धरूँ मैं, नित आरती सुनाऊँ।
पूजा करूँ तुम्हारी, वंदन सदैव गाऊँ॥
प्रभु आप की कृपा है, सब दीन के सहारे।
तेरे सिवा न कोई, प्रभु आप हैं हमारे॥
सेवा सदा करें हम, पूजा करें तुम्हारी।
हमको शरण में ले लो, विनती यही हमारी॥
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