अर्मेनियन कवि वाहान तेरयान की कविताएँ

अलविदा

तुम चले जाते हो – पता नहीं कहाँ,
चुप और उदास,
एक विनम्र पीले सितारे की तरह।

मैं चला जाता हूँ अकेला-उदास
असामयिक
फूल से गिरती हुई पंखुड़ी की तरह।

तुम चले जाते हो – पता नहीं कहाँ,
हृदयविदारक
अपने आंसू छुपाते हुए मेरी नज़र से।

मैं चला जाता हूँ चुपचाप, पछताव के बिना,
लेकिन मेरे दिल में
अंतहीन दर्द है, मृत्यु की सरसराहट…

*****

अनुवाद : ऋपसिमे नेरसिसयान


दो भूत

मैं हूँ, तुम हो, मैं और तुम
इस तिलिस्मी रात में,
हम अकेले हैं-मैं और तुम
मैं भी तुम हूँ:- मैं नहीं हूँ…
भयानक दिन नहीं है,
घंटा या घड़ी नहीं हैं,
भूत हैं हम दो
सदा एकसाथ, सदा अकेले …

भूल गए हैं हम अतीत में
असंतोष, उदासी और अंधेरा –
एक अन्य रोशनी चमकती है
हल्की और मीठी हमारे लिए…

मैं हूँ, तुम हो, मैं और तुम
इस तिलिस्मी रात में,
हम अकेले हैं – मैं और तुम
मैं भी तुम हूँ: – मैं नहीं हूँ…

****

अनुवाद : ऋपसिमे नेरसिसयान


भूल जाना, सब कुछ भूल जाना,
सबको भूल जाना.
प्यार न करना, न सोचना, अफ़सोस न करना –
दूर जाना…
इस असहनीय दर्द में,
रात में इस प्रकाशहीन
शाम की विस्मृति की
सुनहरी चमक है कोई …?
एक क्षण में सब से दूर जाना
सबको भूल जाना.-
अंधेरे में, दर्दों में पथराना
अकेले-अकेले…
प्यार न करना, इच्छा न करना, न पुकारना,
दूर जाना…

अनुवाद : ऋपसिमे नेरसिसयान


तुम्हारी आँखों के सामने मेरी आँखें अंधी हैं,
तुम्हारी आत्मा में एक अपारदर्शी अँधेरा है,
तुम्हारी अँधेरी नज़र में एक प्यारा झूठ है:
एक प्यारा पर्दा है, जो तुम्हें हमेशा छुपाता है․․․

तुम्हारे दिल की दूरियाँ मेरे सामने बंद हैं,
सदा मैं तुमसे जुड़ा: तुम्हारे लिए अजनबी हूँ,
जब दीवानेपन भरी ख़ुशी से तुम्हें सहलाता हूँ,
तुमसे प्यार करता हूँ, तुमको नहीं जानता हूँ ।

तुम्हारी आँखों के सामने मेरी आँखें अंधी हैं,
तुम्हारी आत्मा पर एक पर्दा है-
कौन हो तुम? कौन हो तुम?
मैं बिल्कुल नहीं जानता…

*****

अनुवाद : ऋपसिमे नेरसिसयान


जब गुलाब बादलों के आगे कांपती है,
शाम को बैठता हूँ अकेले
हरी नदी के पास, विलो के नीचे,
और थका हुआ मेरा दिल शिकायत नहीं करता है।
बीते दिनों की यादों को उलटता-पुलटता हूँ,
और सुखी दिल से, शांति से, अकेले,
नाजुक गीतों से हार बुनता हूँ
तुम्हारी उदास छवि को सजाने के लिए।
और मेरे अँधेरे जीवन के कालों में असंतुष्ट
मैं जानता हूँ तेरा मुस्कुराना होगा उज्ज्वल,
तुम स्वागत करोगी मेरा दूर का रास्ता.
-पवित्र~ सपना, इच्छित~ समय…

*****

अनुवाद : ऋपसिमे नेरसिसयान


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