
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस
लो फिर एक बार.. राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस आ गया,
लो फिर एक बार.. हम भारतीयों का देश प्रेम जाग गया।
देशभक्ति हममें है कितनी, प्यार हमें देश से है कितना,
क्यों बस.. एक दो बार ही, साल भर में जताना।
क्यों बस.. ख़ास तारीखों पे ही, ये खुद को याद दिलाना।
कि..
सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा।
सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा।।
चलो आज हम सब, भारतवासी और प्रवासी..
शपथ लें ये मिलकर, भारतवासी और प्रवासी..
कि..
जब तक सांस चले, जब तक है धड़कन,
भूल कर भी ना, भूलेंगे कभी हम, मांए ये तीन,
धरती मां..
भारत मां..
अपनी मां..
रखेंगे स्वच्छता, बचाएंगे पर्यावरण अपना..
अपनी धरती माता के लिए।
सम्मान करेंगे, लहराएंगे सबसे ऊंचा तिरंगा अपना..
अपनी भारत माता के लिए।
छोड़ ना देगें कभी वृद्धा आश्रम में, देगें कुछ वक्त भी अपना..
अपनी ममता मयी माता के लिए।
करेगें मान सम्मान स्वाभिमान की रक्षा,
निभाएंगे हर धर्म हर कर्तव्य अपना,
अपनी इन प्यारी माताओं के लिए।।
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– अंतरा राकेश तल्लम