Category: अनुराग शर्मा

घेरे अपने-अपने – (कविता)

– अनुराग शर्मा ***** घेरे अपने-अपने अपने घेरे में ही, गुनगुनाते रहेपास आना तो दूर, दूर जाते रहे॥ प्रीत हमसे न थी तो जताते नहींप्यार के नाम पर, क्यूँ सताते…

भाव-बेभाव – (कविता)

– अनुराग शर्मा ***** भाव-बेभाव प्रेम तुम समझे नहीं, तो हम बताते भी तो क्याथे रक़ीबों से घिरे तुम, हम बुलाते भी तो क्या वस्ल के क़िस्से ही सारे, नींद…

भय – (कविता)

भय बच रहा था आप सबसे कल तलक सहमा हुआअब बड़ा महफूज़ हूँ मैं कब्र में जाने के बाद। मौत का अब डर भी यारो हो गया काफूर हैज़िंदगी की…

अनुराग शर्मा – (परिचय) 

अनुराग शर्मा सम्पादन:जून 2016 से पिट्सबर्ग (अमेरिका) से हिंदी व अंग्रेज़ी में प्रकाशित मासिक, सेतु के मुख्य सम्पादक प्रकाशित पुस्तकें: एकल पुस्तकें: आधी सदी का किस्सा (उपन्यासिका), अनुरागी मन (कथा…

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