नि:शुल्क हिंदी व्याकरण की ऑनलाइन कक्षा – (सूचना)
यदि आपकी हिंदी व्याकरण सीखने और समझने में रुचि है तो आपके लिए 1 अप्रैल से अगले पाँच सप्ताह तक प्रत्येक मंगलवार रात्रि 8:00 बजे एक वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन…
हिंदी का वैश्विक मंच
यदि आपकी हिंदी व्याकरण सीखने और समझने में रुचि है तो आपके लिए 1 अप्रैल से अगले पाँच सप्ताह तक प्रत्येक मंगलवार रात्रि 8:00 बजे एक वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन…
भारतीय प्रवासियों पर अंतःविषयक परिप्रेक्ष्य : आगे की राह कोलकाता विश्वविद्यालय, अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद और डायस्पोरा रिसर्च एंड रिसोर्स सेंटर द्वारा “भारतीय प्रवासियों पर अंतःविषयक परिप्रेक्ष्य : आगे की राह”…
कम्प्यूटर और भाषा कार्यशाला : कृत्रिम बुद्धिमत्ता, पर्यावरण और सतत विकास (वैश्विक हिन्दी परिवार के 30 मार्च 2025 के कार्यक्रम की संक्षिप्त रिपोर्ट) वैश्विक हिन्दी परिवार द्वारा सहयोगी संस्थाओं के…
📜 श्री देवेंद्र स्वरूप स्मारक व्याख्यान में आमंत्रण ✨ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, कलानिधि विभाग द्वारा आयोजित श्री देवेंद्र स्वरूप स्मारक व्याख्यान में आपका सादर आमंत्रण है। इस वर्ष…
गांधी, काका कालेलकर और हिंदी – अतुल कुमार गांधी जी जब गुजरात बस गए तो वहां जैसे जीवन जाग उठा। राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने ‘गुजरात राजकीय परिषद’ की स्थापना की। गांधी…
कविता में तो दर्द बहुत है कवि में पता नहीं कितना अच्छा जीवन-स्तर धुले वस्त्र चश्मे का सही नंबर, फ्रेम सुंदर लेकिन भीतर आँखें नम उनके लिए जिन्हें कपड़ा भी…
एन.एस.सी.आई. क्लब में चित्रा मुद्गल पर बनी साहित्य अकादमी की डॉक्यूमेंट्री ‘कथा सप्तक-चित्रा मुद्गल’ पर बातचीत इस महीने की चेतनामयी की गोष्ठी 28 मार्च 2025 को दिल्ली के एन.एस.सी.आई. क्लब…
"मुझे लिखना बहुत था बहुत कम लिख पाया, मैंने देखा बहुत, सुना भी मैंने बहुत, महसूस भी किया बहुत, लेकिन लिखने में थोड़ा ही लिखा। कितना कुछ लिखना बाकी है....…
‘हिंदी साहित्य व सिनेमा में अवध की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 26/03/2025 को हिन्दी विभाग, खुनखुन जी गर्ल्स पी.जी. कॉलेज एवं उच्च शिक्षा विभाग, लखनऊ, उत्तर…
अमेरिका में हिन्दी एवं देवनागरी लिपि – विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका द यूनाइटेड स्टेट्स आफ़ अमेरिका, देश- दुनिया के सभी लोगों को अपनी और आकर्षित करने…
– विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका *** *** *** सावन——— सावन की रिमझिम बौछारभीग रहा मन भाव पसारटप टप बूँदों सी थिरकूँ मैंगाऊँ पी संग राग मल्हार नाचे मोर पपीहा बोलेफुदक…
– विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका *** *** *** बसंत ऋतु————— ऋतु बसंत की सुन किलकारीसजी धरा की क्यारी-क्यारी। लाल गुलाबी पीले रंग मेंभ्रमरों की गुनगुन ले संग मेंकलियों ने आरती…
– विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका *** *** *** भूल रहे सब भाईचारा————————- हर भाषा कोदूसरी भाषा से ख़तरा हैहर इंसान यहाँतरकीबों का पिंजरा हैकैसे,किससे आगे निकलेकैसे, किसकोपीछे छोड़ेंभाषा हो याराष्ट्र,…
https://www.youtube.com/watch?v=fnCGySHNETM
बचपन में देखे थे सपने सोचा, पूरे होंगे एक दिन लेकिन जब वो उम्र हुई कुछ करने की कर जाने की सपनों को सच बनाने की तो सलाह मिली अपनों…
एक ख़ामोशी सी रहती है जाने मुझसे क्या कहती है सोचा करती कि कौन हूँ मैं अपने ही तन में मौन हूँ मैं क्यूँ शांत स्वरूप सी फिरती हूँ कुछ…
यदि आप समय रहते अपने बच्चों की अनुचित माँगों और इच्छाओं पर नियंत्रण नहीं रखते तो आप जीवन में असहाय हो जाएँगे… "कौरव" आप कितने भी शक्तिशाली क्यों न हों,…