गौतम सागर की कविताएँ
1. मैंने बिकना अभी नहीं सीखा जैसा बाज़ार का माहौल है, वैसा रंग बदलना अभी नहीं सीखा, दुःख में शामिल होकर, अपना उल्लू सीधा करना अभी नहीं सीखा, यारों का…
हिंदी का वैश्विक मंच
1. मैंने बिकना अभी नहीं सीखा जैसा बाज़ार का माहौल है, वैसा रंग बदलना अभी नहीं सीखा, दुःख में शामिल होकर, अपना उल्लू सीधा करना अभी नहीं सीखा, यारों का…
डॉ – इंजीनियर गौतम सागर संस्थापक– फ्रेंड्स ऑफ इंडियन डायस्पोरा हैनोवर, जर्मनी विगत दो दशकों से जर्मनी के हैनोवर शहर मे इंजीनियर के पद पर कार्यरत होते हुए विभिन्न विषयों…