जब उसे रात के आसमाँ पर सितारे ना मिले
जब उसे रात के आसमाँ पर सितारे ना मिले
उसने धूप को पानी पर बिखेर कर
सितारों को दिन में ही अपने घर बुला लिया था
अब जब भी वो सितारे
आसमाँ का रुख करतें है
उसके घर से हो कर ही गुजरते हैं
*****
-पूनम चंद्रा ‘मनु’
हिंदी का वैश्विक मंच
जब उसे रात के आसमाँ पर सितारे ना मिले
उसने धूप को पानी पर बिखेर कर
सितारों को दिन में ही अपने घर बुला लिया था
अब जब भी वो सितारे
आसमाँ का रुख करतें है
उसके घर से हो कर ही गुजरते हैं
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-पूनम चंद्रा ‘मनु’