
निखिल कौशिक
जन्म : 1950, पुरानी दिल्ली में,
दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से MBBS करने के उपरांत 1977 से यूके में, 1981 में FRCS की उपाधि के उपरांत 1987 से नॉर्थवेल्स के रेक्स्म शहर में नेत्र विशेषज्ञ के पद पर।
चिकित्सा-विज्ञान के अलावा साहित्य व सिनेमा में भी गहरी दिलचस्पी। हिंदी जगत में वेल्स के हिंदी कवि के रूप में पहचान। तुम लंदन आना चाहते हो व खड़ा होता नहीं है अपने आप कोई काव्य संग्रह प्रकाशित।
2003 में, सफाई व स्वास्थ के महत्व को दर्शाती झाडूनाथ बुहरीमैया कर्म व्रत कथा की रचना।
विभिन्न विषयों पर लेख व कविता-कहानी के संग संग रेडियो व टीवी पर भी योगदान।
स्वतंत्र लेखन व फिल्म निर्माण।
फीचर फिल्म भविष्य—दी फ्यूचर (2006) व अन्य लघु वृत्त
2007 में अक्षरम द्वारा प्रवासी फिल्मकार सम्मान व यूके हिंदी समिति द्वारा हिंदी सेवा सम्मान से अलंकृत।
व्यवसाय के साथ-साथ, चेस्टर के फ्लिप साइड रेडियो (www.flipsideradio.fm) पर साप्ताहिक कार्यक्रम ‘सांझी Radio Show’ की प्रस्तुति व स्वतंत्र लेखन।
संपर्क : doctornikhilkaushik@gmail.com