खुशियाँ

आनंद और प्रसन्नता देती है खुशियाँ
जिंदा रहने की औषधि यही तो है मिया
हर्ष, सुख, आमोद, प्रमोद या कहो उल्लास
इसी के पान से बुझती है हर किसी की प्यास
विचारों की गुणवत्ता पर निर्भर है जीवन की खुशियां
महत्वपूर्ण है मुझको इतनी कि अकेली भी करती हूँ मस्तियां
लोग उतने ही खुश होते जितना वे होने का मन बनाते हैं
दुख न महसूस करने का निर्णय ही खुशियों की शुरुआत होते है
खुद प्राप्त किए बिना नहीं फैला सकती हम खुशी का जाम
क्या मिला इस से नहीं, बल्कि हम जो देते हैं, इससे होता है माप
खुशी दिल में है परिस्थितियों में नहीं
मुस्कान, खुशियों का झलक दिखती है सभी
चीजों में अच्छाई दिखाने हेतु, अपने दिमाग को प्रशिक्षित करे हम
सकारात्मकता एक विकल्प है
अपनाओ और भुला दो सारे गम

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-शोभना लक्ष्मी देवी

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