Category: संदीप त्यागी ’दीप’

पावन प्रेम तुम्हारा पाकर – (कविता)

पावन प्रेम तुम्हारा पाकर पावन प्रेम तुम्हारा पाकरपूजनीय हो जाऊँगा।शरच्चंद्र के जैसा इक दिनमैं भी पूजा जाऊँगा॥ मेरे कृष्णपक्ष पर कोईध्यान कभी भी नहीं दिया।तुमने मान मयंक मुझे निजआजीवन सकलंक…

जीवन का सारांश निराशा – (कविता)

जीवन का सारांश निराशा जीवन का सारांश निराशा।झूठमूठ है हर इक आशा॥भीतर ही भगवान छुपा हैबाहर तो बस खेल तमाशा॥ सपने में सोना जगना क्या।दूर स्वयं से ही भगना क्या॥नींद…

आप की ख़ासियत – (कविता)

आप की ख़ासियत आप की ख़ासियत आप ही आप हो।ख़ुद ही फ़ीता हो ख़ुद का औ ख़ुद माप हो॥ हो भला कोई कैसे बड़ा आपसेआप तो हो बड़े ख़ुद के…

ज़िंदगी से प्यार करके देख तो – (कविता)

ज़िंदगी से प्यार करके देख तो ज़िंदगी से प्यार करके देख तो।मौत से तक़रार करके देख तो॥बुज़दिली काफ़ूर सब हो जायेगी।हौसला इकबार करके देख तो॥ जीत जायेगा तू हर इक…

संदीप त्यागी ’दीप’

संदीप त्यागी ’दीप’ ब्रैम्पटन (ओंटेरियो) कैनेडा जन्म: 1977 ई. सि सौना, जनपद-बिजनौर (उ. प्र.) भारत संप्रति : प्रो. शेरिडन कॉलेज (ओकविल, ओंटेरियो, कैनेडा) शिक्षा: विद्याभास्कर: (गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर (हरिद्वार); सिद्धान्त-शास्त्री:…

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