जीवन यात्रा

ये जीवन के लम्बे-चौड़े टेढ़े-मेढ़े रास्ते
कुछ तेरे हिस्से के हैं तो कुछ हैं मेरे वास्ते
क़दम न चाहें फिर भी हमें चलते ही जाना है
मिल जायेगी मंज़िल यूं ही हमको रुकते भागते,
ये जीवन के….
संघर्षों से भरा पड़ा है जीवन का हर कोना
पग-पग माना पड़ता हमको बोझ ग़मों का ढोना
आते-जाते मौसम फिर भी देते यही दिलासा
सुख-दुख मिलते इन राहों मे जैसे चांदी सोना,
सपने सच हो जायें सारे देखें हम जो सोते जागते
ये जीवन के…..
मुश्किल कुछ न होता प्यारे हर शय आनी-जानी है
जिधर भी क़दम बढ़ा लो हंस के बनती नई कहानी है
दर्द ख़ुशी मे ढल जाते हैं गर देखो इनको प्यार से
खुल कर जीने वालों की ही रहती सदा निशानी है,
झूमो मिलकर साथ सभी के बीते हर पल गाते नाचते,
ये जीवन के…..

*****

-निर्मल सिद्धू

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