
– सुषमा मल्होत्रा, अमेरिका
वसंत
देखो फिर वसंत है आया
अपने संग मधुरता लाया
लद गइ हर तरु की डाली
फूलों संग हवा मतवाली
कुदरत का है रूप सलोना
किसने किया हसीन टोना
कोयल ने गीत मधुर है गाया
देखो फिर वसंत है आया
नदियां बहने लगी हैं कलकल
हर ओर पावन जल निर्मल
हवा भी अब हुई सुगंधित
हो सुरभित उड़े हर पल
ओस ने धरा को नहलाया
देखो फिर वसंत है आया
पालना नव पल्लव का डाल
प्रेम से किसी ने झुलाया
ज्यों प्रीतम की बाँहों में
दे झकोरा निद्रा से जगाया
चारों ओर स्नेह बरसाया
देखो फिर वसंत है आया
आलोक होता जब वह आता
पथिकों को राह दिखाता
धरा की सौगात बनकर
विश्व को झँकृत कर जाता
सौंदर्य से वायुमंडल लहराया
देखो फिर वसंत है आया
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