दिविक रमेश

दिविक रमेश (वास्तविक नाम रमेश चंद शर्मा)

हिंदी के सुप्रतिष्ठित कवि, बाल-साहित्यकार, अनुवादक और चिंतक हैं जिनका जन्म 1946 में गांव किराड़ी (दिल्ली) में हुआ था। संपूर्ण शिक्षा दिल्ली में ही। इनका महत्त्वपूर्ण लेखन 20वीं शताब्दी के 8वें दशक में उभर कर आया था। बहुमुखी प्रतिभा के धनी दिविक रमेश की विविध विधाओं में लगभग 85 पुस्तकें प्रकाशित हैं जिनमें रास्ते के बीच, खुली आँखों में आकाश, हल्दी चावल और अन्य कविताएं, छोटा-सा हस्तक्षेप, गेहूं घर आया है (चुनी हुई कविताएं), बाँचो लिखी इबारत, वह भी आदमी तो होता है, फूल तब भी खिला होता, माँ गाँव में हैं और वहाँ पानी नहीं है, पचास कविताएँ (मेरी भी चहेती कविताएँ), जब घुटती है साँस आदमी की, कवि के मन से, समकाल की आवाज  चयनित कविताएँ, बावजूद बुरी खबर के कविता-संग्रह, काव्य-नाटक ‘खण्ड-खण्ड अग्नि’, बाल साहित्य (कविता कहानी, नाटक, संस्मरण)  की लगभग 50 पुस्तकें (संपूर्ण बाल कविताएँ भाग-एक, भाग-दो, मेरे मन की बाल कहानियाँ, लू लू का आविष्कार, लू लू की सनक, बचपन की शरारत,  चुनिंदा नाटक, फूल भी और फल भी आदि) और आलोचना-शोध की 8 पुस्तकें (कविता के बीच से, संवाद भी विवाद भी, समझा-परखा, पढ़ते-समझते, साक्षात त्रिलोचन, हिंदी बाल-साहित्य: कुछ पड़ाव, बाल-साहित्य और Some spects of Korean And Indian Literature, नये कवियों के काव्य-शिल्प सिद्धांत, कुछ और पढ़ा-समझा आदि),  अनेक संपादित (निषेध के बाद, बालकृष्ण भट्ट, प्रताप नारायण मिश्र, आंसंबल, हिंदी कहानी का समकालीन परिवेश आदि) और अनूदित पुस्तकें(कोरियाई कविता यात्रा, कोरियाई बाल कविताएं, खलनायक, सुनो अफ्रीका, किम सोवल की कविताएँ, जादुई बांसुरी और आन्य कोरियाई कथाएँ, कोरियाई महिला कवि किम यांग शिक  की अनूदित कविताओं की पुस्तक द ब्रेक्स! ओ इंडिया, कोरियाई लोक कथाएँ, अनुवाद कभी-कभार के आदि)  पुस्तकें सम्मिलित हैं। इनकी रचनाएं स्कूल से लेकर देश-विदेश के विश्वविद्यालयों के पाठयक्रमों में सम्मिलित हैं। साहित्य अकादेमी पुरस्कार,  2018 (बालसाहित्य), सोवियत लेंड नेहरू पुरस्कार, गिरिजा कुमार स्मृति राष्ट्रीय पुरस्कार, हिंदी अकादमी, दिल्ली के साहित्यकार सम्मान, कोरियाई दूतावास के प्रशंसा-पत्र, भारतीय अनुवाद परिषद के द्विवागीश पुरस्कार,  एन.सी.ई.आर.टी के राष्ट्रीय बाल-साहित्य पुरस्कार, उ.प्र.हिंदी संस्थान के बाल भारती पुरस्कार, जवाहरलाल नेहरू बालसाहित्य अकादमी राजस्थान के बालसाहित्य मनीषी पुरस्कार आदि राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार-सम्मानों से सम्मानित हैं। आई.सी.सी.आर.(भारत सरकार) की ओर से दक्षिण कोरिया के हांगुक विश्विद्यालय में अतिथि आचार्य के पद पर काम कर चुके हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू महाविद्यालय के प्राचार्य पद से सेवानिवृत हुए हैं। कोरिया, मॉरिशस, नेपाल, अमेरिका, इंग्लैंड, जापान, रूस, श्री लंका जर्मनी आदि अनेक देशों की साहित्यिक-सांस्कृतिक यात्रा कर चुके हैं। कोरियाई, रूसी, अंग्रेजी सहित अनेक भारतीय भाषाओं में रचनाएं अनूदित और प्रकाशित हैं।

सम्पर्क :

एल-1202, ग्रेंड अजनारा हेरिटेज,

 सेक्टर-74, नोएडा-201301

 मो. – 9910177099

मेल – divikramesh34@gmail.com

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