Author: वैश्विक हिंदी परिवार

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री का भारत दौरा कितना फायदेमंद, क्या कहते हैं विशेषज्ञ? – (समाचार)

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत दौरे पर आने वाले हैं। इस पर विदेश नीतियों के विशेषज्ञ रोविंदर सचदेव की प्रतिक्रिया सामने आई…

स्वतंत्रता संग्राम की ‘नारी शक्ति’ कस्तूरी बाई, जिन्होंने साहस और शब्दों के साथ लड़ी लड़ाई – (पुण्यतिथि विशेष)

हिंदुस्तान की आजादी की लड़ाई सिर्फ बंदूकों और तलवारों से नहीं लड़ी गई थी। यह एक ऐसी जंग थी, जिसमें विचारों की धार, शब्दों की शक्ति और कलम की आग…

अमृतलाल बेगड़ – (आज जिनका जन्मदिन है)

अमृतलाल बेगड़ रजनीकांत शुक्ला अमृतलाल बेगड़ का जन्म 3 अक्टूबर, 1928 को जबलपुर, मध्य प्रदेश में हुआ था। वे प्रसिद्ध साहित्यकार, चित्रकार और नर्मदा प्रेमी थे। वे नर्मदा नदी समग्र…

परिसंवाद : ‘अंग्रेज़ी में भारतीय साहित्य और डिजिटल युग में अनुवाद’ – (सूचना)

साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित कार्यक्रम “परिसंवाद : अंग्रेज़ी में भारतीय साहित्य और डिजिटल युग में अनुवाद” 10 अक्टूबर 2025 अपराहून 2.30 बजे अंग्रेज़ी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली के सयुंक्त तत्त्वावधान…

हिंदी दिवस – (कविता)

अर्चना ***** हिंदी दिवस हिंदी शब्द सुन तरंगित हो उठे मन मेराकलम भी आतुर कुछ लिखने कोभारत भूमि से कोसों दूरएकत्रित हम यहाँदेने को सम्मानअपनी मातृभाषा कोक्यों ना इतराओं मैंइस…

रिश्ते – (कविता)

अर्चना ***** रिश्ते रिश्तों का अस्तित्व क्या है ? क्या समझ पाया है कोई ?बड़े बेमानी से लगते हैं ये रिश्ते क्या फूल से नाज़ुक या छुइमुई से हैं ?…

सच्चा साथी – (कविता)

अर्चना ***** सच्चा साथी इंसान हूँ इस्तेमाल हेतु कोई वस्तु नहींसीढ़ी बना अपनी मंज़िल पाना,सभी का शौक़ रहा।हर रिश्ते को बहुत ईमानदारी से निभाया,पर हर बार छली गई।भीड़नुमा रिश्तों के…

मेरी माँ – (कविता)

अर्चना ***** मेरी माँ ममता का सागर,मेरी प्यारी माँ।ज्ञान सरस्वती तुल्य है,सभी ग्रंथ है कंठस्थ,ज्ञान की खान है,मेरी प्यारी माँ….करुणा बुद्ध तुल्यजन्म जाति से परेअमीर हो या ग़रीबसब के दुःख…

अर्चना – (परिचय)

अर्चना नाम – अर्चना जन्म स्थान – दिल्ली शिक्षण – M.Com ( spl business management) पता – आजकल ब्रिसबेन ऑस्ट्रेलिया में रहती हूँ ईमेल – archnagoel@gmail.com परिचय – हिंदी में…

विश्व रंग श्रीलंका–2025 का भव्य शुभारंभ – (रिपोर्ट)

दक्षिण एशियाई देशों में, दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में सांस्कृतिक एकता के आधार पर हुआ केंद्रीय विमर्श *भाषा का लुप्त होना पूरी संस्कृति का लुप्त हो जाना होता है–पवन वर्मा* *वैश्विक…

एक दिवसीय कला कार्यशाला और प्रतियोगिता का आयोजन – (रिपोर्ट)

दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान शिवाजी कॉलेज की फाइन आर्ट सोसाइटी VIBGYOR द्वारा विकसित भारत, उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत 1 अक्टूबर 2025 को एक दिवसीय कला कार्यशाला और…

“हिंदी के प्रयोग में समस्याएं और समाधान” विषय पर कार्यशाला का आयोजन – (रिपोर्ट)

प्रसार भारती की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा एवं मल्टीमीडिया अकादमी (आकाशवाणी एवं दूरदर्शन) के हिंदी अनुभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत दिनांक 30 सितंबर 2025 को -“हिंदी के प्रयोग में…

साहित्य की नई कोंपलें, युवा लेखन का सारस्वत उत्सव – (रिपोर्ट)

29 सितंबर 2025 को साहित्य अकादेमी सभागार, रवींद्र भवन, नई दिल्ली में ‘साहित्य अमृत युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता पुरस्कार-अर्पण’ का आयोजन किया गया। पुरस्कार-अर्पण माननीय केंद्रीय न्याय एवं विधि तथा…

रावण – (कविता)

मनीष पाण्डेय ‘मनु’ ***** रावण दसग्रीव दशानन् दसकंधर कहलाता थाजब रावण चलता सारा जग हिल जाता थावो था पंडित-विद्वान और था बलशालीउसके सन्मुख देवों का जी थर्राता था रावण ने…

3 अक्टूबर : जर्मनी एकीकरण दिवस – (ब्लॉग)

3 अक्टूबर : जर्मनी एकीकरण दिवस (Tag der Deutschen Einheit!!) डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन, जर्मनी युद्ध कभी समाधान न हुए है न होंगे। युद्ध नरसंहार देता है, नेस्तनाबूत करता…

मेरे जीवन अनुभव में भारतीय संस्कृति का सॉफ्ट पॉवर – (ब्लॉग)

मेरे जीवन अनुभव में भारतीय संस्कृति का सॉफ्ट पॉवर अनीता वर्मा जब भी हम कोई भाषा पढ़ते या पढ़ाते हैं तो सांस्कृतिक विविधता व उसका महत्व स्वयंमेव उससे जुड़ जाता…

संपादकीय-३

संस्थाएँ और उनका औचित्य पिछले रविवार,सितंबर २८ को वैश्विक हिंदी परिवार की उत्तरी अमेरिका शाखा का उद्घाटन और रचनापाठ कार्यक्रम कैनेडा, अमेरिका और मैक्सिको के रचनाकारों के साथ संपन्न हुआ।…

यादगार एक्सप्रैस – (डायरी)

यादों की यादगार की कुछ यादें विजय विक्रान्त भारत छोड़े हुए एक लम्बा अरसा हो गया है। कैसे ज़िन्दगी का एक बहुत बड़ा हिस्सा यहाँ कैनेडा में गुज़ार दिया, इसका…

कैनेडा की पुलिस – (संस्मरण)

कैनेडा की पुलिस विजय विक्रान्त, कनाडा 25 फ़रवरी,1965 को, परिवार सहित, हम ने कैनेडा को अपनी कर्मभूमि स्वीकार किया। पार्टियों में या अनौपचारिक रूप में जब कभी भी मित्र मण्डली…

भारत से नये स्वप्न लिये कनाडा पहुँची, एक आधुनिक स्त्री की यात्रा – (ब्लॉग)

भारत से नये स्वप्न लिये कनाडा पहुँची, एक आधुनिक स्त्री की यात्रा इंद्रा वर्मा, कनाडा कनाडा आने के कुछ ही दिन बाद यह समझ में आने लगा कि जो भी…

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