Category: इन्दिरा वर्मा

वह पेड़! – (कविता)

वह पेड़! बड़ा अजीब सा लगा जब चलते-चलते,एक बड़ा सा पेड़ सामने आ गया,ठोकर लगते लगते बची,“देख कर नहीं चलते क्या भाई?” पेड़ बोला। “जल्दी में था, सोचाकिनारा कर निकल…

आशीर्वाद – (कविता)

आशीर्वाद वह जल्दी से मेरे पैर छूकर चला गया,आशीर्वाद के शब्द बोलती मैं उसकेपीछे-पीछे आई तो पर वह चलता गयामैं सोचती रही उसने सुनें तो होंगे,मेरे वे शब्द जो मन…

तुम! – (कविता)

तुम! तुम मेरी हर कहानी में हो,हर ज़बानी में हो,हर हार, हर जीत,हर दुख, हर सितम में तुम ही तो हो! तुम्हारे इर्द गिर्द,पता नहीं कितनी कहानियाँ बुनी हैं मैंने,सीधी…

वह कोने वाला मकान – (कविता)

वह कोने वाला मकान अब मैं उस कोने वालेमकान में नहीं रहती हूँ,अब उस मकान में कोई और ही रहता है। उस मकान में आकर उसे घर बनाया,सजाया सँवारा,धीरे धीरे…

मेरे बाबूजी!

सोचते हुये बहुत समय हो गया कि बाबूजी के जीवन के विषय में कुछ लिखूँ परन्तु कहाँ से आरंभ करूँ और क्या-क्या बताऊँ उनके बारे में, यह समझ ही नहीं…

कैनडा में!

५० वर्ष से भी अधिक समय हो गया जब हम भारत व अपना परिवार तथा वहाँ के सभी बन्धन छोड़ कर यहाँ कैनेडा आ पहुँचे; आँखों में कुछ स्वप्न लिये,…

इन्दिरा वर्मा

जन्म : पलवल (हरियाणा), भारत शिक्षा : एम.ए. (अँग्रेज़ी) आगरा विश्वविद्यालय; विंडसर यूनिवर्सिटी में शिक्षा शिक्षण : भारत में अंग्रेज़ी अध्यापन; कनाडा में पहले बच्चों का तत्पश्चात युवक वर्ग का…

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