आज की शाम, वीर भारतीयों के नाम
-विजय विक्रांत
14 फ़रवरी, 2022 की शाम को सेठ द्वारका प्रशाद जी की कोठी की जब घण्टी बजी, तो उनकी बेटी मालती ने दरवाज़ा खोला। सामने अपने मँगेतर किशोर को हाथ में बहुत सुन्दर फूलों का boquet लिये जब देखा, तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। इस दिन मालती ने भी लाल रँग की साड़ी पहनी हुई थी, और वो इस लिबास में बहुत सुन्दर लग रही थी।
हैपी वैलेण्टाइन डे माई डार्लिंग (Happy Valentine Day my darling), कहकर किशोर ने मालती को बड़े प्यार से वो फूलों का boquet दिया। थैंक यू वैरी मच माई लव (Thank you very much my love), कहकर मालती ने गुलदस्ते को लेकर पहले तो चूमा और फिर दोनों अन्दर आकर लिविंग रूम में बैठ गये।
शीघ्र ही मालती एक ट्रे में चाय और कुछ नमकीन ले आई। चाय की प्याली की चुस्कियों में अब बातचीत का सिलसिला शुरु हो गया।
बातचीत के दौरान किशोर को ऐसा महसूस हुआ जैसे मालती कुछ कहना चाहती है लेकिन कहते हुये उसे एक झिझक सी हो रही है। मालती, मालती आज के इस romantic दिन भी तुम कुछ परेशान सी लग रही हो। आख्रिर बात क्या है? किशोर ने पूछा।
थोडी देर चुप रह कर मालती ने किशोर से कहा……
किशोर, आज सुबह की ब्रेकिंग न्यूज़ में टीवी पर ख़बर थी कि सरहद पर भारी गोलाबारी होने के कारण अपने कुछ जवानों की जानें चली गई हैं। हमारे फ़ौजी जवानों ने भी डटकर मुकाबला किया और दुशमन के बहुत सारे लोग हलाल कर दिये। बहुत से कायर तो जान बचा कर भाग भी गये।
डार्लिंग, गर्व है हमें भारत के इन सपूतों पर। आज इन्हीं के कारण हमें जीवन के सुख भोगने को मिल रहे हैं।
जीवन में हम सब सुख़ भोगें – २
यही चिन्ता, इन को भारी
इसी लिये तैनात खड़े, – २
बन्दूक हाथ में लिये हुये
देश की सीमा रक्षा में – २
कर के पूरी तैयारी
यही नहीं किशोर, आज के ऐसे हालात को देखते हुये, मैं अकसर सोचती हूँ कि हम जो यहाँ पर होली, दीवाली और अपने सारे तीज-त्योहार मनाते आरहे हैं, उस में उन जवानों का कितना बड़ा योगदान है। हम तो यहाँ मज़े करते हैं और वो चौबीस घण्टे सातों दिन देश की रक्षा की ख़ातिर सीमा पर तैनात खड़े रहते हैं।
मिलजुल आज खेलते होली – २
अबीर, गुलाल और रँगों से
लेकिन भर बन्दूक में गोली – २
जान हथेली पर रखकर ये
जूझ रहे हैं लफ़ँगों से
पता नहीं किशोर, बीते हुये दिनों की कुछ यादें एकाएक आज क्यों ताज़ा हो गई हैं। याद है तुम्हें ,सन 2019 का वो वैलेण्टाइन डे, जिस दिन आतंकवादियों के एक सिरफिरे suicide bomber की वजह से पुलवाना में 40 निहत्थे सी॰आर॰पी०ऐफ़॰ जवान शहीद हो गये थे।
किशोर को लगा कि मालती बहुत अधिक ही भावुक होती जारही है। इस से पहले कि वो उसको टोके और कुछ कहे, मालती ने उसे चुप रहने का इशारा किया।
मुझे अच्छी तरह से मालूम है डार्लिंग कि हम दोनों ने आज कैण्डल लाइट डिनर का प्रोग्राम बनाया है। सारी तैयारियाँ हो चुकी हैं और डाइनिंग टेबल पर जैसा तुम चाहते थे सब सामान जुटा लिया गया है।
आज के दिन बस, तुम से मेरी एक छोटी सी फ़र्माइश है। मुझे पूरी उमीद है कि तुम उसे पूरी करोगी ।
माई लव, इस से पहले कि हम अपना वैलेण्टाइन डे डिनर शुरु करें, क्यों न एक कैण्डल उन शहीदों के नाम पर जला दें जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुये भी देश की रक्षा को सदा प्रधान माना है।
तुम्हारे बारे में मुझे अच्छी तरह से मालूम है, कि तुमको टोस्ट प्रोपोज़ करने का बहुत शौक है। अगर तुम्हें आज कोई आपत्ति न हो तो क्या मैं उन वीर जवानों के लिये टोस्ट प्रोपोज़ कर सकती हूँ??
माँ-भारती के वीर सपूतों – २
गहरी नींद सो गये हो तुम – २
देश सदा तुम्हें याद करे
याद तुम्हारी अमर ओ वीरों – २
हृदय में हम सब के वास करें।
स्वर्ग सीधारते हुये जवानों के जो अंतिम शब्द थे, उसे मैं दोहराना चाहती हूँ। क्या आप भी मेरे साथ मिलकर बोलेंगे?
जय हिन्द
जय भारत
वन्दे मातरम्
भारत माता की जय
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