मतलब बदल गया है
तुम वही
मैं वही
हैं भी पर नहीं
क्यों ?
क्योंकि मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
पाने और खोने का
सपने संजोने का
अश्कों से रातों को
तकिए भिगोने का
साँसों के संगीत का
मन का मनमीत का
प्रेम का प्रीत का
हार का जीत का
मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
सवालों जवाबों का
अनगिनत ख़्वाबों का
कहकहे ठहाकों का
ज़िंदगी के ख़ाकों का
हँसने का रोने का
जगने का सोने का
होने ना होने का
मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
सीपी में मोती का
आँखों की ज्योति का
साँसों की सरगम का
हमनवा हमदम का
हँसती का रोती का
सपने पिरोती का
सुर का ताल का
हाल का बेहाल का
मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
सागर की गहराई का
इश्क़ और बेवफ़ाई का
रूप का सिंगार का
पतझड़ का बहार का
सुकूँ का तूफ़ान का
अधरों की मुस्कान का
फूलों की छुअन का
काटों की चुभन का
मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
बदली और बारिश का
दोनो की साज़िश का
वक़्त की रफ़्तार का
हृदय के उद्गार का
फूल में सुवास का
हास का परिहास का
दिन का दिनकर का
सत्य का आडंबर का
मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
आवारा बादल का
लहराते आँचल का
धूप का छांव का
तेरे मेरे गाँव का
ठिकाने और ठाँव का
कागा की कांव का
सुबह और शाम का
मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
रिश्तों का नातों का
वादों का बातों का
फेरों का सातों का
मेहंदी के हाथों का
पहली बरसातों का
आज का कल का
साथ के हर पल का
मतलब बदल गया है
मतलब बदल गया है
ज्वार का भाटे का
नफ़े का घाटे का
चीख़ते सन्नाटे का
राह के काँटे का
दूर का पास का
मन की आस का
थम रही साँस का
मतलब बदल गया है
हाँ मतलब बदल गया है
या फिर मतलब निकल गया है?
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-मीनाक्षी गोयल नायर