Category: आराधना सदाशिवम

माता-पिता – (कविता)

माता-पिता माता-पिता आज केआज के युग का गहन संतापमाता-पिता का अस्तित्व तो हैपर रहते हैं वो चुपचाप!यूँ तो देश-विदेश में भ्रमण कर आयेंपरंतु चैन अपने स्वयं के घरों में ही…

अमलतास – (कविता)

अमलतास अमलतास की स्वर्णिम आभामानो प्रकृति ने पहना फूलों का झालाचमकीलाहवा की इशारों पर नाचतासुंदरता को यूँ ही उड़ेलताजब जब खिलताआकर्षण का केंद्र बन जाता हैसुनहरा अमलतास का वृक्ष न्यारा!…

विदेश में मज़दूर – (कविता)

विदेश में मज़दूर दोपहर की तपती धूप में मोटा पीला टोप (हेलमेट) चढ़ाएंपसीने में लथपथतन्वंगा-साभू-खनन कार्य में तल्लीन मिलेगा एक मज़दूर!! प्रकृति के प्रचंड कोप को निज शीश पर नि:शब्द…

नीला समंदर (कविता)

-आराधना सदाशिवम ***** नीला समंदर हिलोरे लेता गहरा नीला समंदरअसीम रत्नराशि लिए समंदरबिखरा हुआ है मेरे आगेबहुत दूर तक जाता हैयह नीला समंदर! ना जाने कहाँ से आता है!?ना जाने…

आराधना सदाशिवम

आराधना सदाशिवम आराधना सदाशिवम का जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा राजाराम महिला इंटर कॉलेज और केदारनाथ महिला इंटर कॉलेज, बदायूं, उत्तर प्रदेश से…

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