हिंदी की राजभाषा यात्रा – (आलेख)
हिंदी की राजभाषा यात्रा ~ विजय नगरकर अभी तक विश्व के अनेक देशों में राजभाषा स्वीकृत नहीं हुई है। इसी तरह राष्ट्रभाषा का भी मामला अनेक देशों में लंबित है।…
हिंदी का वैश्विक मंच
हिंदी की राजभाषा यात्रा ~ विजय नगरकर अभी तक विश्व के अनेक देशों में राजभाषा स्वीकृत नहीं हुई है। इसी तरह राष्ट्रभाषा का भी मामला अनेक देशों में लंबित है।…
स्पेन में हिन्दी – पूजा अनिल मैं यह मानती हूँ कि भाषाएँ नदी की धारा की तरह होती हैं, जहाँ राह मिल गई, उसी तरफ आबाद हो जाती हैं। हमारी…
संतचरित्रकार संत कवि महीपती मराठी संत कवी व संत चरित्रकार महिपती ने उत्तर भारत और महाराष्ट्र के अनेक संतों का परिचय ‘भक्तविजय ‘ मराठी ग्रंथ द्वारा प्रदान किया है। जिसका…
जगद्गुरु संत तुकाराम ~ विजय नगरकर, अहमदनगर, महाराष्ट्र पंढरपुर स्थित विठ्ठल भगवान के वारकरी संप्रदाय के प्रमुख संतों में संत तुकाराम का नाम बहुत आदरपूर्वक लिया जाता है। संत तुकाराम…
भारतीय डायस्पोरा की ‘महतारी’ भाषा: उद्भव, विकास एवं स्वरूप डॉ. मुन्नालाल गुप्ता1, डॉ. राजीव रंजन राय2 सार महतारी भाषा का अर्थ है माँ की भाषा। भारतीय डायस्पोरा की महतारी भाषा…
तुलसीदास की भक्ति-भावना -सातो युता (सातो युता जी तोक्यो, जापान में रहते हैं। वे अनेक भारतीय और विदेश भाषाओं के जानकार हैं। इस समय तोक्यो में संस्कृत पढ़ा रहे हैं।)…
प्रवासी भारतीय समुदाय में सांस्कृतिक विविधता -डॉ मुन्नालाल गुप्ता
‘जहाजिन’ उपन्यास : एक गिरमिटिया मजदूर की संघर्ष कथा -डॉ मुन्नालाल गुप्ता
गांधी आश्रम : उद्देश्य और प्रयोग -डॉ मुन्नालाल गुप्ता
गांधी आश्रम : उद्देश्य और प्रयोग -डॉ मुन्नालाल गुप्ता
प्रवासी भारतीय और लोकप्रिय संस्कृति -डॉ मुन्नालाल गुप्ता
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