Category: यूरोप

यूरोप

भीतरी तहों में – (कहानी)

-चाय पियोगी? आयशा हैरान कि यह कौन पूछ रहा! -???- उसने प्रश्न चिन्ह भेज दिए। -सॉरी! गलती से आ गया सन्देश आपके पास। 🙂 – उसने स्माइली भेज दी और…

ब्रोचेता एस्पान्या – (कहानी)

“सिगरेट मुक्त तुम्हारी उँगलियाँ देखना मुझे ज्यादा अच्छा लगेगा लड़की”… उस शांत दोपहर सोफिया को ऐसा कहने से रोक न पाई खुद को। “या! इन्तेन्तो देखार दे फुमार। मी माद्रे…

नया जन्म लेना – (कहानी)

“नीको, नीको! उठो न जल्दी!” “क्या हो गया लोली? क्यों सुबह सुबह शोर कर रही हो डिअर?”, नीकोलास ने आँख जबरन खोलते हुए हैरानी से पूछा। “यहाँ आओ न! हम…

पूजा अनिल की कविताएँ

1. प्राण रिसाव हम धीरे धीरे खत्म हो रहे थे, जैसे एक बादल बूँद-बूँद बरस रहा हो- देर तक हवा में झूलने की इच्छा लिए हुए। हम कम-कम ख़्वाब देख…

जय वर्मा की कविताएँ – (कविता)

1. एक टिमटिमाता तारा तारों की छाँव में चलते-चलतेएक टिमटिमाता तारासाथ देता रहामुस्कराता हुआआँख मिचौली खेलता रहाकभी आगे की ओर दौड़ जाताकभी पीछे वह रह जाताउसका साथ मुझे अच्छा लगतावह…

पूजा अनिल

पूजा अनिल जन्म स्थान : उदयपुर, राजस्थान वर्तमान निवास : मद्रिद, स्पेन शिक्षा : एमएससी (प्राणी विज्ञान) आजीविका : अध्यापन ईमेल : work- hindigurukulspain@gmail.com, personal- poojanil4@gmail.com पूजा हिंदी गुरुकुल स्पेन…

सात क़दम – (कहानी)

सात क़दम -जय वर्मा “कभी हमारे भी दिन बदलेंगे। सभी लोग छुट्टियाँ मनाने दूसरे देशों में घूमने-फिरने के लिए जाते हैं और एक हम हैं कि इंडिया भी नहीं जाते!……

फिर मिलेंगे – (कहानी)

फिर मिलेंगे – जय वर्मा, ब्रिटेन “माँ मुझे अपना हीरे का कंगन और शादी की अँगूठी उतारकर दे दो। मैं घर जाकर आपके सेफ़ बोक्स में इन्हें रख दूँगी। वरना…

गुलमोहर – (कहानी)

गुलमोहर – जय वर्मा, ब्रिटेन खिड़की के बाहर झाँककर कमला ने देखा कि बगीचे में सब ओर घुप अँधेरा है। ‘माली भी आजकल मनमानी करने लगा है। अपनी मर्जी से…

जय वर्मा

जय वर्मा जन्म : जिवना, मेरठ, भारत। शिक्षा : प्राथमिक–रुद्रपुर, नैनीताल। बी. ए.–रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज, मेरठ विश्वविद्यालय। ब्रोक्स्टो कॉलेज से बी. टेक., वित्त। नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी से एडवांस डिप्लोमा एवं…

तिकड़ी…

आजकल मेरे स्कूल के दो क्लास्मेट याद आते हैं… वीक्टर और आलेक्स। ऐसा नहीं हैं कि मेरे बहुत पक्के मित्र थे, किंतु किशोरावास्था के एक दौर में काफ़ी करीब हो…

गरिमा…

उस साल अपना पर्यटक-दल कश्मीर-लद्दाख की यात्रा में ले गया था… भारतीय मित्र तक मना कर रहे थे। दल में थीं मेरी पांच छात्राएँ, मेरी एक मौसेरी बहन, एक छात्रा…

जर्मन भाषा में हिन्दी शिक्षण – (प्रारंभिक स्तर) – भाग – 1

जर्मन भाषा के माध्यम से हिंदी सीखने के लिए प्रारंभिक स्तर की यह महत्त्वपूर्ण पुस्तक है..

कौवे का न्याय…

आइना नम्बु नुंग्शी… – मैं बोला जब वह मिली थी गली में… मणिपुरी में मुझसे “मैं तुमसे प्यार करता हूँ” सुनकर शर्माकर भाग गई… स्वभावतः वह घबराई। मणिपुर से मध्य-भारतीय…

काग़ज़ के फूल

मेरे घर की खिड़की में चीड़-पेड़ों का उपवन दिखता है… उसी के पीछे से सूर्योदय होता है… किसी ने कहा है कि सूर्य कभी भेदभाव नहीं करता है, भलों-दुष्टों को…

यूरी बोत्वींकिन की कविताएं

फ़रिश्ता… मेरी रक्षा के लिए भेजे फ़रिश्ते, तुम हो भी क्या?.. और हो तो बस छुप जाओ तुम मेरी पीठ के पीछे – सुरक्षित रहोगे… यह जो विजेता का सेहरा…

यूक्रेनी भाषा में हिन्दी शिक्षण- प्रारंभिक स्तर

यूक्रेनी भाषा में हिन्दी शिक्षण- प्रारंभिक स्तर

यूरी बोत्वींकिन

यूरी बोत्वींकिन तारास शेव्चेंको कीव राष्ट्रीय विश्वविद्यालय जन्म तिथि : 16 मई 1978 पता : यूक्रेन, कीव क्षेत्र शैक्षणिक योग्यता : हिंदी में एम. ए. (तारास शेवचेंको कीव राष्ट्रीय विश्वविद्यालय)…

डेड एंड (कहानी संग्रह) -लेखक : पद्मेश गुप्त

पिछली सदी में भारत से ब्रेन ड्रेन के दुष्परिणाम का सुपरिणाम विदेशों में हिन्दी का व्यापक विस्तार रहा है। विस्थापित प्रवासियों के परिवार जन भी उनके साथ विदेश गये। उनकी…

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