सुशीला सामद – (हिंदी के विकास में हिंदीतर)
सुशीला सामद: हिंदी की पहली आदिवासी कवयित्री – एक विस्तृत परिचय ~ विजय नगरकर भारतीय साहित्य के विशाल फलक पर कई ऐसे नाम हैं, जो अपनी प्रतिभा और योगदान से…
हिंदी का वैश्विक मंच
सुशीला सामद: हिंदी की पहली आदिवासी कवयित्री – एक विस्तृत परिचय ~ विजय नगरकर भारतीय साहित्य के विशाल फलक पर कई ऐसे नाम हैं, जो अपनी प्रतिभा और योगदान से…
डॉ. लता सुमंत : एक बहुआयामी साहित्यकार डॉ.विजय नगरकर परिचय डॉ. लता सुमंत का नाम हिंदी, मराठी और गुजराती साहित्य जगत में एक प्रतिष्ठित और सशक्त रचनाकार के रूप में…
गुणाकर मुळे : विज्ञान लेखन से हिंदी की समृद्धि गुणाकर मुळे ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से गणित में एम.ए. पूरा किया और विज्ञान, इतिहास, और संस्कृति पर स्वतंत्र रूप से लेखन…
डॉ. एच. बालसुब्रहमण्यम : एक बहुआयामी साहित्यिक व्यक्तित्व ~ विजय नगरकर डॉ. एच. बालसुब्रहमण्यम हिंदी साहित्य और अनुवाद के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं। वे लेखन, अनुवाद, संपादन और…
मनोहरमयुम यमुनादेवी (श्रीमती): भाषा और साहित्य की समर्पित साधिका मनोहरमयुम यमुनादेवी (श्रीमती) एक बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी हैं। वे एक कुशल प्रशासक, भाषाविद, साहित्यकार और समाजसेवी के रूप में जानी…
सुत्री मुदियंसेलागे इन्द्रा कुमारी दसनायक : सिंहली और हिंदी भाषा का पुल सुत्री मुदियंसेलागे इन्द्रा कुमारी दसनायक एक बहुआयामी व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने हिंदी भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण…
शाहीर योगेश – मराठी और हिंदी शाहिरी कला का एक अमूल्य नायक ~ विजय नगरकर देश धरम पर मिटने वाला।शेर शिवा का छावा था।।महापराक्रमी परम प्रतापी।एक ही शंभू राजा था।।…
डॉ. मदनलाल मधु : बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी डॉ. मदनलाल मधु एक प्रसिद्ध भारतीय लेखक, अनुवादक, पत्रकार और अध्यापक थे। उन्होंने अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया,…
डॉ. जी. गोपीनाथन: बहुभाषाविद, लेखक और शिक्षाविद डॉ. जी. गोपीनाथन एक प्रतिष्ठित भारतीय विद्वान, लेखक, शिक्षाविद और अनुवादक हैं। उन्होंने महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति के रूप…
डॉ. मारिया नेज्यैशी: भारत और हंगरी के बीच भाषाई और सांस्कृतिक सेतु डॉ. मारिया नेज्यैशी एक प्रतिष्ठित भाषाविद्, इंडोलॉजिस्ट, अनुवादक और शिक्षिका हैं। वह Eötvös Lorand University के भारतीय और…
वी॰ रा० जगन्नाथन: भाषाविज्ञान के पुरोधा तमिल भाषिक वी॰रा० जगन्नाथन एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। वे एक भाषाविद, कोशकार, उपन्यासकार और अनुवादक के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने…