Category: यूरोप

यूरोप

यूक्रेनी और हिंदी भाषाई दुनिया की तस्वीर में बैल के पौराणिक चरित्र का विश्लेषण – (लेख)

यूक्रेनी और हिंदी भाषाई दुनिया की तस्वीर में बैल के पौराणिक चरित्र का विश्लेषण आन्ना पोनोमरेंको मिथक लोगों की संस्कृति का आधार है और जीवन, इसके अर्थ, मनुष्य के आस-पास…

घर का शतदल भूल गए – (कविता)

घर का शतदल भूल गए धन दौलत की खातिर अपना ,सारा दल-बल भूल गए,मैया छोड़ी ,बाबा छोड़े, घर का शत दल भूल गए। कैरी, इमली, सोंधी रोटी, भूले माटी की…

शिप्रा शिल्पी सक्सेना

डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना कोलोन, जर्मनी परिचय वर्ष 2023 में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री माननीय डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा प्रवासी भारतीय हिंदी सेवी सम्मान, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक…

कविता आयरलैंड‌

कविता आयरलैंड‌ आयरलैंड में हिंदी का प्रचार प्रसार के उद्देश्य से कविता आयरलैंड‌ की स्थापना की गई। आयरलैंड में यह अपनी तरह की पहली संस्था है। इसके अन्तर्गत हिन्दी शिक्षण,…

अन्ना पोनोमरेंको

आन्ना पोनोमारेंको तारास शेव्चेंको कीव राष्ट्रीय विश्वविद्यालय जन्मतिथि : 12 फ़रवरी 1991 पता : यूक्रेन, कीव क्षेत्र, कोत्सुबीन्स्के, ई-मेल msponomarenko@gmail.com शैक्षणिक योग्यता विवरण हिंदी में एम. ए. (तारास शेवचेंको कीव…

लेस्या उक्राईंका

लेस्या उक्राईंका ( 25 फरवरी 1871 – 1 अगस्त 1913) यूक्रेनी साहित्य की अग्रणी लेखिकाओं में से एक थीं, जो अपनी कविताओं और नाटकों के लिए जानी जाती थीं। वह…

वन-गीत – (नाटक) – लेस्या उक्राईंका

उक्राइनी से अनुवाद – यूरी बोत्वींकिन

अंतिम लीला – (नाटक) – यूरी बोत्वींकिन

अंतिम लीला भूमिका इस नाटक के पात्रों में हिंदू देवी-देवताओं के साथ कुछ स्लाविक पौराणिक ईसाईपूर्व देव-देवता भी हैं, जिनका ऐतिहासिक आधार हिंदू चरित्रों की तुलना में कहीं कम प्रमाणित…

गौतम सागर की कविताएँ

1. मैंने बिकना अभी नहीं सीखा जैसा बाज़ार का माहौल है, वैसा रंग बदलना अभी नहीं सीखा, दुःख में शामिल होकर, अपना उल्लू सीधा करना अभी नहीं सीखा, यारों का…

गौतम सागर

डॉ – इंजीनियर गौतम सागर संस्थापक– फ्रेंड्स ऑफ इंडियन डायस्पोरा हैनोवर, जर्मनी विगत दो दशकों से जर्मनी के हैनोवर शहर मे इंजीनियर के पद पर कार्यरत होते हुए विभिन्न विषयों…

साहित्यिक अनुवाद से जुड़ीं चुनौतियाँ – (निबंध)

अनुवाद के साथ मेरा राब्ता कुछ दस साल पहले हुआ, जब मैंने रेडियो रूस में बतौर अनुवादक और उद्घोषक काम शुरू किया था। बावजूद इसके कि हिंदी और रूसी भाषाएँ…

प्रतीकऔर संकेत

मूल लेखक – व्लादिमीर व्लादिमीरोविच नाबोकोव (मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद – प्रगति टिपणीस) इतने सालों में चौथी बार वे फिर इस बात पर सिर खपा रहे थे कि उस नौजवान…

व्लादिमीर व्लादिमीरोविच नाबोकोव

व्लादिमीर व्लादिमीरोविच नाबोकोव (रूसी: Владимир Владимирович Набоков ; अप्रैल 1899 – 2 जुलाई 1977), जिसे व्लादिमीर सिरिन (Владимир Сирин) के उपनाम से भी जाना जाता है। रूसी-अमेरिकी उपन्यासकार, कवि, अनुवादक…

कुछ परीकथाएँ जो बच्चों के लिए नहीं हैं

(मूल भाषा रूसी से अनुवाद – प्रगति टिपणीस) अख़रोट- लियोनिद निकोलायेविच आंद्रेयेव एक समय की बात है। हरे-भरे एक जंगल में एक बहुत सुंदर गिलहरी रहती थी जिसे हर कोई…

लालफूल – (कहानी)

(कहानीकार – वस्येवलद गार्शिन) (रूसी भाषा से हिंदी में अनुवाद – प्रगति टिपणीस) I. – महाराजाधिराज पीटर प्रथम के आदेश पर मैं इस पागलख़ाने के मुआयने का ऐलान करता हूँ!…

वस्येवलद गार्शिन

वस्येवलद गार्शिन (1855-1888) रूसी साहित्यकार। वस्येवलद गार्शिन रूसी साहित्य में थोड़ा लिखकर भी अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। “गार्शिन से अधिक प्रतिभाशाली, अधिक विख्यात और अधिक महत्त्वपूर्ण लेखक भी…

यह हवाओं का चलना  – (रिपोतार्ज)

सुना था कि हवाएँ मौसम का रुख़ बदलती हैं, हमारी सोच के मौसम का भी, समाज के मौसम का भी। आजकल सुबह होते ही फ़ोन पर दिन का मौसम देखने…

पूश्किन हमारा सब कुछ हैं… (शोध आलेख)

6 जून 1799 को पूश्किन का जन्म हुआ, उन्हें उम्र 37 साल की मिली। यह उम्र अंकों में छोटी लगती है लेकिन किए गए काम कहते हैं कि वह सार्थक…

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