Category: दक्षिण अमेरिका

जय सूरीनाम – (कविता)

जय सूरीनाम प्यारा देश मेरा यह सच है कि मैं तुम से प्यार करूँ तू है तो महान मैं कहती हूँ यह सच है, सब जानो यह धरती पर हम…

ऋषि स्वामी दयानन्द – (कविता)

ऋषि स्वामी दयानन्द मेरी राहों में एक दीपक जलायाअंधेरों को वेदों से उसने हटायाचलो आज से मान लो उनको प्यारोचलो आज से मान लो उनको प्यारोदयानन्द क्या था, गजब का…

आप्रवासी दिवस – (कविता)

आप्रवासी दिवस आया है दिन यह कितना सुहानाप्यार में छेड़ो सब यह तरानापाँच जून है यह दिन तो पुरानाआए थे उस दिन परनानी और परनाना आए थे परआजा और परआजीकहते…

पाँच जून मनाएँगे – (कविता)

पाँच जून मनाएँगे पाँच जून मनाएँगे पाँच जून आया है, खुशियाँ मनाएँगे, साथ-साथ हम और तुम खुशियाँ मनाएँगे। पाँच जून मनाएँगे…. वादा यह करना है, नहीं डरेंगे हम कभी, कदम-कदम…

प्रवासी देशों में हिंदी : स्थति और संभवनाएँ -(आलेख)

प्रवासी देशों में हिंदी : स्थति और संभवनाएँ कारमेन सुयश्वी देवी जानकी सूरीनाम भी एक प्रवासी देश है और यहाँ हिंदी के अलावा हमारी मातृ भाषा सरनामी है और सब…

हिदी की पढ़ाई और नेता दल पाठशाला – (संस्मरण)

हिदी की पढ़ाई और नेता दल पाठशाला कारमेन सुयश्वी देवी जानकी सूरीनाम एक गिरमिटया देश कहलाता है, क्योंकि हमारे पुरखें भारत से यहाँ लाए गए थे गिरमिट काटने के लिए।…

कारमेन सुयश्वी देवी जानकी

कारमेन सुयश्वी देवी जानकी पति : स्व० रूपचन्द सोमई जन्म : 23-3-1951 स्थान : पॉरामारिबो, सूरीनाम विवाह : 25-7-1976 को सोमई परिवार में। पति के आजा एक गिरमिटया परिवार से…

 प्यार की जीत

डॉक्टर अशोक अपने शयनकक्ष की बालकनी में दोलन कुर्सी पर गुमसुम बैठे हुए हैं। डॉक्टर अशोक ने ज़िंदगी में कभी भी अपने आपको इतना निरीह और नि:सहाय महसूस नहीं किया।…

दोषी कौन?

आज बहुत दिनों बाद आभा अचानक पोर्ट ऑफ स्पेन के इंडियन ग्रोसरी स्टोर में मीना से टकरा गई। दोनों ही एक-दूसरे को देखकर चौंक गई। दोनों ने एक-दूसरे को ज़ोर…

ज़िंदगी और मौत

१ ।। ज़िंदगी और मौत में एक क्षण का अंतराल होता है जैसे कि एक पानी का बुलबुला जिसके ऊपर सूर्य की किरण पड़ने से सतरंगी इन्द्रधनुष दिखाई दे रहा…

जागो भारतवासियों!!!

सावधान मेरे मित्रों मेरे भारतवासियों अभी भी समय है संभल जाओ समय रहते नहीं तो अगले पचास-सौ सालों में हिन्दी वैसे ही डूब जायेगी भारत में, जैसे डूबी ट्रिनिडाड में।…

  कैकेयी माँ

वक़्त इंसान को बहुत कुछ सिखा देता है वक़्त इंसान से बहुत कुछ करा देता है! कभी उसे देवता तो कभी हैवान बना देता है कभी उसे यश तो कभी…

एक अनुत्तरित प्रश्न

प्रवासी भारतीय, हिंदुस्तान से बाहर क्यों हैं? बार बार मन से यह सवाल करती हूँ, जवाब का इंतजार करती हूँ, पर अनुत्तरित रह जाती हूँ। क्या वे पैसे की खातिर…

आशा मोर

जन्म : 25 अक्तूबर 1960, झाँसी, उत्तर प्रदेश, भारत में। कार्यक्षेत्र : पूर्व कर्मचारी, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, झाँसी। हिंदी में कविताएँ ,लेख ,कहानी एवं लघुकथाएँ लिखने में रुचि। पश्चिम…

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