Author: वैश्विक हिंदी परिवार

हनुमान-चालीसा जापानी में – (अनुवाद)

अनुवादक – हिरोयुकी सातो, जापान हनुमान-चालीसा『ハヌマーン・チャーリーサー』 दोहा(ドーハー) श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥尊師の蓮華のような足の[花粉のような]塵によって、私は自らの心の鏡を浄め、ラグ族の優れた者(ラーム)の汚れのない栄華を讃える。それは四つの果報を与える。 बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन¬कुमार ।बल…

  उर्दू लेखिका सावित्री गोस्वामी – (संस्मरण)

उर्दू लेखिका सावित्री गोस्वामी – रीता कौशल, ऑस्ट्रेलिया कुछ रिश्ते नाम के होते हैं, और कुछ रिश्तों के नाम नहीं होते। ऐसा ही अनाम रिश्ता था मेरा, उर्दू लेखिका सावित्री…

  संस्कार – (कहानी)

संस्कार – रीता कौशल, ऑस्ट्रेलिया इशान फूला नहीं समा रहा था। ख़ानदान-परिवार में ही नहीं बल्कि अपनी मित्र मंडली में वह पहला व्यक्ति है जो अपनी मास्टर डिग्री करने के…

रीता कौशल – (परिचय)

रीता कौशल जन्म: आगरा – उत्तर प्रदेश – भारत नागरिकता: ऑस्ट्रेलियाई कार्यक्षेत्रः प्रकाशन: मौलिक पुस्तकें सम्पादित पुस्तकें विविध प्रकाशन कई साझा संग्रहों व प्रतिष्ठित राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं (इंद्रप्रस्थ-भारती, साहित्य-अमृत,…

दोपहर की अकेली पगडंडी – (कविता)

– मृणाल शर्मा, ऑसट्रेलिया दोपहर की अकेली पगडंडी वह दोपहर की एक अकेली पगडंडी,जो मेरे घर के ठीक पीछे निकलती है,न जाने कहाँ जाती है ?बेखौफ उन झाड़ियों में खो…

पेड़ लगाना यज्ञ है – (कविता)

– मृणाल शर्मा, ऑस्ट्रेलिया पेड़ लगाना यज्ञ है जब यौवन सो चुका युद्ध की बेला,और मांग रहा रण अपनी आहुतिउस समय बिन विचारे घर-घर वीर जगाना यज्ञ है जब धरा…

चिड़ियों को दाना – (कविता)

– मृणाल शर्मा चिड़ियों को दाना मै चिड़ियों को दाना,पीने को पानी क्यों दूँ ?यह जबरन झरोखों से,भीतर घुस आती हैअलमारियों के पीछेपंखे के ऊपर घोंसले बनाती हैटूटते परिवारों के…

मृणाल शर्मा – (परिचय)

मृणाल शर्मा जन्म – छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी राजनाँदगाँव मे जन्म |निवास – गत १५ वर्षों से सिडनी(ऑस्ट्रेलिया) में निवास |शिक्षा एवं कार्य – विज्ञान में प्रारंभिक शिक्षा एवं इंजीनियरिंग में…

तुम्हारी नज़र में – (कविता)

– विनोद पाराशर तुम्हारी नज़र में तुम्हारी नज़र मेंजो मैं हूँवो मैं नहीं हूँ।जो मैं नहीं हूँदरअसल-मैं वही हूँ।मेरा-मुस्कराता चेहरा-शानदार पोशाक-चमचमाते जूतेदेखकर-जो तुम समझ रहो होवो मैं नहीं हूँ।जो मैं…

शरीफ़ आदमी – (कविता)

– विनोद पाराशर शरीफ़ आदमी शरीफ़ आदमीसीधा होता हैएकदम सीधाजैसे गधा!शरीफ़ आदमीअक्सरनाक की सीध में चलता हैउसेनहीं दिखाई देताऊपर काखुला आकाश!नीचे काकठोर धरातल!शरीफ़ आदमीकम ही जगता हैअक्सर सोता हैशरीफ़ आदमीदरअसल-कुम्भकरण…

खूबसूरत कविता! – (कविता)

– विनोद पाराशर खूबसूरत कविता! मैं /जब भीलिखना चाहता हूंकोई खूबसूरत कविता!अभावों की कैचीकतर देती हैमेरे आदर्शों के पंख!कानों में-गूंजती हैं-आतंकित आवाजेंन अजान,न शंख! मैं/जब भीलिखना चाहता हूंकोई खूबसूरत कविताभ्रष्टाचारी…

सुख और दुःख!

– विनोद पाराशर सुख और दुःख! हम-यह जानकरबहुत सुखी हैंकि-दुनिया के ज्यादातर लोगहमसे भी ज्यादा दु:खी हैं!पिता-इसलिए दु:खी है-कि बेटा कहना नहीं मानताबेटे का दु:ख-कैसा बाप है!बेटे के जज्बात ही…

स्त्री की पहचान! – (कविता)

– विनोद पाराशर स्त्री की पहचान! जब वहपैदा हुईतो बनीकिसी की बेटीकिसी की बहनबढ़ती रहीखर-पतवार-सीकरती रहीसब-कुछ सहन।जवान हुईबन गयीकिसी की पत्नीकिसी की भाभीतो किसी की पुत्र-वधु!विष पीकर भी-घोलतीं रहीओरों के…

विनोद पाराशर – (परिचय)

विनोद पाराशर जन्म : 1 जुलाई, 1961 को उत्तरप्रदेश के जिला बागपत के सिंगोली गांव में। सेवा : भारतीय डाक विभाग में, 39 वर्ष से अधिक सेवा करने के उपरांत,…

साहित्यसेतू :  मराठी संतों की हिंदी यात्रा – (पुस्तक का परिचय)

साहित्यसेतू : मराठी संतों की हिंदी यात्रा ~ विजय नगरकर, अहिल्यानगर, महाराष्ट्र खंड 1: प्रस्तावना एवं लेखक का परिचय “साहित्यसेतू” ( – पृष्ठ 1) डॉ. श्रीधर रंगनाथ कुलकर्णी ( –…

शौक़ बहराइची – (आज जिनका जन्मदिन है)

शौक़ बहराइची शौक़ बहराइची का जन्म 6 जून, 1884 को अयोध्या के सैयदवाड़ा मोहल्ले में एक साधारण मुस्लिम शिया परिवार में हुआ था। इनके जन्म का नाम ‘रियासत हुसैन रिज़वी’…

‘सरल’ संदेश पुस्तक का भव्य लोकार्पण समारोह सम्पन्न – (रिपोर्ट)

नोएडा, 4 जून 2025 को ट्रू मीडिया और हँसता जीवन के संयुक्त तत्वावधान में प्रतिष्ठित साहित्यकार विनोद कुमार महाजन ‘सरल’ द्वारा रचित प्रेरणाप्रद पुस्तक ‘सरल’ संदेश का भव्य लोकार्पण समारोह…

तेजस्वी यादव पर जदयू का पलटवार, कहा- ‘जंगल राज’ खत्म करने के लिए नीतीश कुमार सीएम बने – (समाचार)

पटना, 6 जून (आईएएनएस)। बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने का मन बना चुका…

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