Category: प्रशांत

स्त्री मरेगी नहीं – (कविता)

स्त्री मरेगी नहीं स्त्री मरेगी नहीं अलस्सुबह खिलेगी गुलाबों की तरह महकती रहेगी मोगरे जैसी बिखरती रहेगी ज़िन्दगी के मरुथल में तुहिन कणों सी कंधे के थैले में भर कर…

बलात्कार – (कविता)

बलात्कार माँ ने कहा था तुम लड़की हो अकेले कहीं मत जाना रात बिरात देर से मत आना बात बेबात मत खिलखिलाना ज़माना खराब है किसी को कुछ मत बताना…

बिल्लौची – (कविता)

बिल्लौची लड़की अब माँ है माँ रोती हुई बच्ची को चुपाती लोरी सुनाती न सोये तो डराती ‘सो जा, नहीं सोई तो बिल्लौची आ जाएगा’ बच्ची सो जाती सुबह उठती…

मुखौटे -(कविता)

मुखौटे पढ़ी लिखी लड़की काम पर जाती है हवाई जहाज़ उड़ाती है स्पेस शिप चलाती है बिल्डिंग्स बनाती है और टीचर बनकर जीवन कैसे जियें पाठ पढ़ाती है वो इंजीनियर…

इश्तेहार – (कविता)

इश्तेहार भारत हो या ऑस्ट्रेलिया यूरोप हो या अमेरिका अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस बार – बार आता है स्त्री अधिकारों के चर्चे स्वतंत्रता के नारे और नारी – मुक्ति का युद्ध…

रेखा राजवंशी

रेखा राजवंशी शैक्षिक योग्यता: एम. ए. मनोविज्ञान, एम्. एड. एवं एम्.फ़िल. शिक्षा शास्त्र भारत, स्नातकोत्तर डिप्लोमा स्पेशल एजुकेशन मक्वारी विश्वविद्यालय सिडनी कार्यक्षेत्र: प्रकाशन: कुल मिलाकर 14 पुस्तकों का लेखन और…

पड़ोसी धर्म – (कहानी)

पड़ोसी धर्म -डॉ. सुभाषिनी लता कुमार सुबह से रीमा का माथा ठनका हुआ था। रात उसने डेढ़ बजे तक पढ़ाई की थी और कुछ दिनों से परीक्षा के टेंशन में…

मेरी कविता – (कविता)

मेरी कविता कहती खामोशी की कहानी तू है मौन की अभिव्यक्ति तू सुख-दुख की मेरी सहेली है साथ तेरे हर पल नव जीवन बिन तेरे सब कुछ लगे निरर्थक निराशा…

सुभाषिनी लता कुमार

सुभाषिनी लता कुमार डॉ. सुभाषिनी लता कुमार लौटोका फीजी से हैं। पी-एच.डी सहित उनकी उच्च शिक्षा मैसूर विश्वविद्यालय से हुई है। उनका शोध विषय- ‘फीजी के प्रवासी हिंदी साहित्य का…

मृदुल कीर्ति

डॉ मृदुल कीर्ति जन्म : 07 अक्तूबर 1951 जन्म स्थान : पूरनपुर, जिला पीलीभीत, उत्तर प्रदेश, भारत शिक्षा : पीएच.डी (1991), राजनीति विज्ञान, मेरठ विश्वविद्यालय। राजनीति विज्ञान में एम.ए., आगरा…

मेरा न्यायाधीश

हम लोगों के मानस-पथ से न जाने कितने लोग गुज़रे हैं। कुछ लोग हल्के-हल्के क़दम उठाते हुए, कुछ ऐसे ढंग से कि उनके पदचिह्न ढूँढ़े से भी नहीं मिलते, कुछ…

अचला दीप्ति कुमार

जन्म : इलाहाबाद शिक्षा : बी.ए.; एम.ए. (प्राचीन इतिहास) पारिवारिक परिवेश : पिता श्री बाबूराम सक्सेना यूनिवर्सिटी के संस्कृत विभाग के प्रोफेसर थे, अतः बचपन से ही उत्तम भाषास्तर तथा…

सुहाना सुहाना लगे     

सुहाना सुहाना लगे यह मौसम, यह रिमझिम यह सरगम यह गुंजन यादों के बीच चले जब बचपन मदहोश लहरों से सतरंगी सपने आँखों में ठहरे साँझ सबेरे धरती को चूमें…

मैं सदा मुस्कराती रहूँगी

मैं चाहे अभी मज़बूर हूँ रुग्ण हूँ पर टूटी नहीं हूँ आंचल में खुशियाँ समेटे, मैं सदा यूँ मुस्कराती रहूँगी। रावण से कैंसर को भस्म करे, वह राह चाहे है…

एक चाहना

चाहती हूँ आज देना प्यार का उपहार जग को। मुग्ध सपनों की बगिया से, तोड़ मैं कुछ फूल लाई भावनाओं के भवन से, रस भरे वह मधु गान लाई। कंठ…

पत्थर के भगवान

नीना ने गणेश जी की मूर्ति के सामने आरती का दिया रखा और श्रृद्धा से सिर झुकाकर प्रार्थना की। वहीं साथ ही क्राइस्ट की मूर्ति भी थी, उसके सामने भी…

अस्तित्व

“हाय दीदी!” चहकती हुयी निनी लिसा के कन्धों पर झूल गयी। “बहुत खराब हैं दीदी आप। कितना वेट कराया। नहीं आना था तो पहले ही बता देतीं। सारे लोग आप…

समदृष्टि का एहसास

“संजय, मुझे तुमसे जरूरी बात करनी है।” “हां लिसा, बोलो।” “यह जो तुम्हारी टीम में राकेश है यह मुझे कभी-कभी इग्नोर करता है, कई बार मैंने इसको आवाज लगाई और…

सृष्टि सृजन

पृष्ठभूमि यह है, की बिग बैंग सिद्धांत से ब्रह्मांड का निर्माण प्रारंभ हुआ और किस प्रकार पृथ्वी पर जीवन का प्रादुर्भाव हुआ। कहा ये भी गया है कि ब्रह्मा को…

मधुमन

एक बच्चे की भावनाओं और इच्छाओं का उस समय से संकलन जब वह इस दुनिया में आने वाला है, उसकी माँ की गोद से लेकर उस समय तक जब वह…

Translate This Website »