मलिन न हो रतन थियम की विरासत – (ब्लॉग)
– ओंकारेश्वर पांडे रतन थियम 23 जुलाई, 2025 को चले गए। मणिपुर रोया, रंगमंच उदास हुआ। और फिर सब सामान्य। उनकी विरासत शून्य न हो। क्योंकि वे भारतीय रंगमंच के…
हिंदी का वैश्विक मंच
– ओंकारेश्वर पांडे रतन थियम 23 जुलाई, 2025 को चले गए। मणिपुर रोया, रंगमंच उदास हुआ। और फिर सब सामान्य। उनकी विरासत शून्य न हो। क्योंकि वे भारतीय रंगमंच के…
बैरंग पाती रामा तक्षक, नीदरलैंड आपका घर, मेरा घर और इससे भी आगे बढ़कर, सभी जीव जन्तुओं और जीवाश्मों, हम सबका घर है यह धरती। यह धरती भी इस अस्तित्व…
अग्रवाल अंग्रेजी गलत क्यों लिखते हैं? डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम शीर्षक पढ़ते ही अग्रवाल साहब नाराज़ हो गए, बल्कि कहूँगा कि कुपित हो गए। बोले — जानते हो, हम अग्रवालों…
बाल और वयस्क शिक्षार्थियों के भाषा-अधिग्रहण की प्रक्रिया डा० सुरेन्द्र गंभीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेन्सिल्वेनिया surengambhir@gmail.com बाल्यकालीन प्राकृतिक विधि बच्चे पलते-पलते खेलते-खेलते एक या एक से भी अधिक भाषाएं अनायास कैसे…
शिव के त्रिशूल पर बसी दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी। शिव की वह नगरी जिसे माता पार्वती के लिए शिव ने बसाया। वह नगरी जिसके बारे में शास्त्रों में…
डॉ शिप्रा शिल्पी आज के आपाधापी युग में मन खोखले हो रहे हैं उन्हें प्रेम से भरिए, नफरतें अजाब है, जहर भी बचा कर रखे अपने सोने से मन को…
हिंदी तेरा क्या होगा डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम अँधेरा इतना सघन है कि एक जुगनू भी नहीं टिमटिमा रहा। जिस सोसाइटी में रहता हूँ, वहाँ हिंदी में कोई छींकता भी…
सोशल मीडिया में दक्षता एवं प्रबंधन कौशल विकास मनोज कुमार श्रीवास्तव वैसे सोशल मीडिया की डाउनसाइड ही ज्यादा बताई जाती हैं। माएँ अपने बच्चों को डाँटती हैं। पत्नियाँ पति को…
उच्चारण के सन्दर्भ में एक भारतीय पेशेवर की व्यथा : क्या उच्चारण ज्ञान का मानक है? ~ विजय नगरकर, अहिल्यानगर, महाराष्ट्र भूमिका भाषा केवल संप्रेषण का माध्यम नहीं है, यह…
लोकतांत्रिक जनादेश और दक्षिण कोरिया – संजय कुमार, पत्रकार, कोरिया हेराल्ड दक्षिण कोरिया ने हाल ही में एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण राष्ट्रपति चुनाव के माध्यम से अपने लोकतांत्रिक विकास की एक…
क्या भारत-पाक संघर्ष सीमा पार रणनीतिक युद्ध बन चुका है? – प्रो. प्योत्र ओस्ताशेव्स्की (Piotr Ostaszewski) दक्षिण एशिया एक बार फिर मई 2025 में सुर्खियों में था, लेकिन यह केवल…
सब सुंदर! डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम मैंने पूछा — ऋषिकेश गए थे। कैसा लगा?बोले — बहुत सुंदर! बहुत खूबसूरत!–और गंगा का किनारा?–अरे पूछो मत! बहुत सुंदर!— रास्ते की पहाड़ियाँ?— अरे…
महात्मा गांधी महात्मा गांधी द्वारा स्थापित आश्रम, बापू की सोच, चिंतन की प्रयोगस्थली है, उनके जीवनदृष्टि की बुनियाद है। इतिहास का एक विद्यार्थी होने के नाते जब गांधी आश्रम (फीनिक्स-1904,…
© अमृता खंडेराव शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत मराठी लेखिका अमृता खंडेराव ने मराठी माध्यम के स्कूलों की बदहाली का सही हिसाब किताब लिखा है। मराठी के कंधों पर अंग्रेजी…
अंग्रेज़ी नहीं, हिंदी माध्यम की स्कूलें… – अमृता खंडेराव, (लेखिका, शिक्षिका) महाराष्ट्र में लगभग 90% अंग्रेज़ी माध्यम की स्कूलों में शिक्षक और विद्यार्थी हिंदी में ही बातचीत करते हैं। मुख्याध्यापक…
भाषा में दबंगई – डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम संविधान बनाए ही इसलिए जाते हैं कि व्यवस्था और शासन नियम से चलें, न कि उठाईगिरी, दबंगई या जबरदस्ती के कब्जे-से। कब्जा…
दूरदर्शन – अमरनाथ ‘अमर’ तब दूरदर्शन केंद्र मंडी हाउस में न होकर संसद मार्ग स्थित आकाशवाणी भवन में था। आकाशवाणी भवन में आकाशवाणी का महानिदेशालय था (अभी भी है) उसकी…
अनुभौ उतरयो पार! डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम कबीर का जीवन ही दर्शन पर आधारित था। उन्होंने जो देखा, उसी को कहा। किसी किताब-विताब के चक़्कर में नहीं रहे। कहते हैं,…
Deepa Bhatti – अनीता वर्मा कन्नड़ लेखिका बानू मुश्ताक को उनके अंग्रेज़ी में अनूदित कहानी संग्रह ‘हार्ट लैंप’ के लिए प्रदान किया गया है। इन कहानियों का कन्नड़ से अनुवाद…
अपने आप से एक मुलाकात – अनिल जोशी मेरा जन्म दिल्ली में हुआ। हमारी परवरिश पुरानी दिल्ली में हुई। पुरानी दिल्ली की तहज़ीब, तौर-तरीके, स्वाद की मिठास हमारे व्यक्तित्व का…