Author: वैश्विक हिंदी परिवार

विश्व हिंदी सचिवालय – भारत और मॉरीशस की द्विपक्षीय संस्था

विश्व हिंदी सचिवालय – भारत और मॉरीशस की द्विपक्षीय संस्था World Hindi Secretariat Mauritius पता: सचिवालय का पताः विश्व हिंदी सचिवालय इंडिपेंडेंस स्ट्रीट, फ़ीनिक्स, 73423 मॉरीशस सचिवालय के फोन नंबरः…

वाक्वा रंग भूमि कला मंदिर

Vacoas Rang Bhoomi Kala Mandir वाक्वा रंग भूमि कला मंदिर Vacoas Rang Bhoomi Kala Mandir पता: Kabir Temple Road, Vacoas, Mauritius Email: vacoasrangbhoomikalamandir@gmail.com Phone: 00 230 6971930, 00 230 59157492…

मॉरीशस सनातन धर्म मंदिर टेम्पल फ़ेडरेशन

मॉरीशस सनातन धर्म मंदिर टेम्पल फ़ेडरेशन मॉरीशस सनातन धर्म मंदिर टेम्पल फ़ेडरेशन (MSDTF) मॉरीशस में लगभग सभी सनातनी मंदिरों का छत्र निकाय है। सरकार से सब्सिडी प्राप्त करने और सनातन…

महात्मा गांधी संस्थान, मॉरीशस

Mahatma Gandhi Institute, Mauritius पता: Mahatma Gandhi Avenue Moka, Mauritius Email: directorgeneral@mgi.ac.mu Phone: फ़ोन : (230) 403 2000 / 403 2001 फैक्स : (230) 433 2235 / 403 1277 पृष्ठभूमि:…

इंद्रधनुष सांस्कृतिक परिषद

इंद्रधनुष सांस्कृतिक परिषद Indradhanush Sanskritik Parishad पता: श्री प्रह्लाद रामशरण अध्यक्ष, इंद्रधनुष सांस्कृतिक परिषद 30, स्वामी दयानंद स्ट्रीट, बो बाँसे, मॉरीशस Phone: 00 230 454 7554 पृष्ठभूमि: हिंद महासागरीय मॉरीशस…

आर्य रविवेद प्रचारिणी सभा

Arya Ravived Pracharini Sabha पता: Mahatma Gandhi Street, Port Louis Mauritius Email: उपलब्ध नहीं Phone: 00 230 212 1038 पृष्ठभूमि: आर्य रविवेद प्रचारिणी सभा की स्थापना सन् 1930 ई. में…

‘वे जरी के फूल’ – (कहानी)

वे जरी के फूल – सूर्यबाला तब राधा मौसी की शादी थी। और औरतों का कोई ठिकाना नहीं था कि कब वे बरामदे में बिछी दरी पर इकट्ठी हो, ढोल-मजीरे…

‘वाचाल सन्नाटे’ – (कहानी)

वाचाल सन्नाटे – सूर्यबाला मैं उन्हें बहुत पहले से जानती हूं।… मेरे देखते-देखते कहानी बन गई वे। कुल साढ़े छः सात मिनट की कहानी। (साठ सत्तर साल लंबी जिंदगी की।)…

‘दादी और रिमोट’ – (कहानी)

दादी और रिमोट -सूर्यबाला चूँकि इसके सिवा कोई चारा न था… गाँव से दादी ले आई गईं। हिलती-डुलती, ठेंगती-ठंगाती। लाकर, ऊँची इमारतों वाले शहर के सातवें माले पर पिंजरे की…

‘कागज की नावें चांदी के बाल’ – (कहानी)

कागज की नावें चांदी के बाल -सूर्यबाला मैं बहुत छोटी हूँ। वैसा ही वह भी। सिर्फ दो दर्जे उफपरवाली क्लास में। अपनी कोठी की घुमावदार सीढ़ियों पर बैठी मैं रंग-बिरंगे…

‘कहां कहां से लौटेंगे हम…..!’ – (कहानी)

कहां कहां से लौटेंगे हम…..! – सूर्यबाला मेधा, बेटू और साशा, ढाई हफ्तों की बोरियत भरी थकान के बाद अपनी-अपनी सीटों पर लुढ़क लिए हैं। बच रहा मैं, अपनी मनमानी…

‘कौन देस को वासी : वेणु की डायरी’ उपन्यास का एक अंश – ‘शफल इट + शेक इट = जिंदगी’

शफल इट + शेक इट = जिंदगी – सूर्यबाला एकदम शुरूआत में मैंने कभी कहा है न, कि हम घर नहीं, एक सपने में रहा करते थे।… यानी हमारे पास…

‘कौन देस को वासी : वेणु की डायरी’ उपन्यास का एक अंश – ‘मां की डायरी’

मां की डायरी –सूर्यबाला आवाजें आ रही हैं…. चले गए सब। वेणु, मेधा, बेटू और साशा¬ वृंदा, विशाखा, दिवांग और दूर्वा भी…. अब सिर्फ आवाजें गूंज रही हैं।… बेटू ऊब…

‘कौन देस को वासी : वेणु की डायरी’ उपन्यास का अंश – ‘रिश्तों के सिलेबस में…’

‘रिश्तों के सिलेबस में…’ – सूर्यबाला ‘हेलो… वेणु… बेटे!‘ पहली बार मां की आवाज जैसे बहुत दूर से आती लगी… और थकी हारी भी। कुछ ऐसे जैसे कभी का देखा,…

‘कौन देस को वासी : वेणु की डायरी’ का उपन्यास अंश – ‘योगी बॉस’

‘योगी बॉस’ – सूर्यबाला चिल्ड, बियर की झाग भरी ग्लास के साथ, सामने काउच पर पालथी मारकर बैठा यह क्या बेटू ही है? यानी पिछले ढाई महीनों में, बैठने-बोलने का…

सूर्यबाला

सूर्यबाला जन्म : 25 अक्टूबर, 1943; वाराणसी। शिक्षा : एम.ए., पीएच.डी., काशी विश्वविद्यालय, वाराणसी। प्रकाशित कृतियाँ : उपन्यास : ‘मेरे संधि-पत्र’, ‘कौन देस को वासी : वेणु की डायरी’, ‘सुबह…

हिंदी संस्थाएँ, यू.ए.ई.

यू.ए.ई. में हिंदी व भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने वाली सक्रिय संस्थाएँ यू.ए.ई. जैसे लघ्वाकार देश में जिस प्रकार से भारतीय संस्कृति फल-फूल रही है, उसका श्रेय प्रवासियों के प्रयासों…

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