Category: जर्मनी

देह की अपनी अवधि है – (कविता)

देह की अपनी अवधि है देह की अपनी अवधि है, साँस का अपना सफर ।मन का’ पंछी उड़ चले कब, किसको इसकी है खबर।। पर्व जीवन का मना लें, प्रेमियों…

वैश्विक प्रार्थना – (कहानी)

वैश्विक प्रार्थना गैरों की पीड़ा को समझूँ,इतनी तो गहराई देना।देने वाले जब भी देना,दिल में बस अच्छाई देना।। लिखना जब भी भाग्य हमारा,थोड़ी सी नरमी अपनाना।हो जाये रोटी की किल्लत,इतनी…

गीत मधुर कोई गाती हो

गीत मधुर कोई गाती हो गीत मधुर कोई गाती हो,जब छम से तुम आ जाती हो।मन के सूने घर आँगन में,खुशिओं के फूल खिलाती हो। झाँझर बाजे रुनझुन रुनझुन,कारे नैनो…

एक वचन चाहिये – (कहानी)

एक वचन चाहिये जीतने के लिये बस अगन चाहिए,सोच को कर्म का एक वचन चाहिये। उड़ सके ख्वाब बन के हक़ीक़त सभी,हौसला और दिल में लगन चाहिए। दंश आतंक का…

देह की अपनी अवधि है – (कविता)

देह की अपनी अवधि है देह की अपनी अवधि है, साँस का अपना सफर ।मन का’ पंछी उड़ चले कब, किसको इसकी है खबर।। पर्व जीवन का मना लें, प्रेमियों…

घर का शतदल भूल गए – (कविता)

घर का शतदल भूल गए धन दौलत की खातिर अपना ,सारा दल-बल भूल गए,मैया छोड़ी ,बाबा छोड़े, घर का शत दल भूल गए। कैरी, इमली, सोंधी रोटी, भूले माटी की…

शिप्रा शिल्पी सक्सेना

डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना कोलोन, जर्मनी परिचय वर्ष 2023 में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री माननीय डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा प्रवासी भारतीय हिंदी सेवी सम्मान, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक…

गौतम सागर की कविताएँ

1. मैंने बिकना अभी नहीं सीखा जैसा बाज़ार का माहौल है, वैसा रंग बदलना अभी नहीं सीखा, दुःख में शामिल होकर, अपना उल्लू सीधा करना अभी नहीं सीखा, यारों का…

गौतम सागर

डॉ – इंजीनियर गौतम सागर संस्थापक– फ्रेंड्स ऑफ इंडियन डायस्पोरा हैनोवर, जर्मनी विगत दो दशकों से जर्मनी के हैनोवर शहर मे इंजीनियर के पद पर कार्यरत होते हुए विभिन्न विषयों…

जर्मन भाषा में हिन्दी शिक्षण – (प्रारंभिक स्तर) – भाग – 1

जर्मन भाषा के माध्यम से हिंदी सीखने के लिए प्रारंभिक स्तर की यह महत्त्वपूर्ण पुस्तक है..

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