Category: भारतीय रचनाकार

हम ‘केवल श्रद्धा’ नहीं – (कविता)

सुनीता पाण्डेय ***** हम ‘केवल श्रद्धा’ नहीं हमें नहीं बहना‘विश्वास-रजत-नग-पग-तल’ मेंहमें बहना है तुम्हारे साथया तुम्हारे समानान्तर. हम जीती जागतीहाड़ मांस कीऔरतें हैंऔरतें नहींइंसान।हमें नहीं चाहिएमहानता का ताजहमें भी सहज…

वापसी – (कहानी)

वापसी सुनीता पाण्डेय -“पिताजी यह मांस नही खाऊँगा मैं।” -“क्यों बेटा?” -“अच्छा नहीं लगता, मन ऊब गया इसे खाते-खाते।” -“बेटा यहाँ तो यही है, इस समय पेड़ों पर भी कुछ…

सुनीता पाण्डेय – (परिचय)

सुनीता पाण्डेय पेशा: अध्यापन योग्यता: एम.ए. (हिंदी, संस्कृत) पीएच.डी. प्रकाशित: 1. सोनजुही (कहानी-संग्रह) 2. पथहारा की खोज में (आलोचना) 3. लोकनायक श्रीकृष्ण (अनुसंधान कार्य) 4. गोहूं से बराबर (कविता-संग्रह) संपर्क…

किराये की साइकिल . .! – (ब्लॉग)

किराये की साइकिल . .! ©डॉ महादेव एस कोलूर 🚲🚲🚲🚲🚲🚲🚲🚲🚲🚲 पहले (1970-80) हम लोग गर्मियों में किराए की छोटी साईकिल लेते थे, अधिकांस लाल रंग की होती थी जिसमें पीछे…

वाह! द्वारका एक्सप्रेस – (ब्लॉग)

वाह! द्वारका एक्सप्रेस डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम वाह द्वारका एक्सप्रेस मार्ग!तेरा भी जवाब नहीं!!भारतेन्दु हरिश्चन्द्र अपने नाटक अँधेर नगरी में आज से 150 वर्ष पहले ही लिख गए थे —मानहु…

मजबूरी का सौदा – (व्यंग्य कथा)

मजबूरी का सौदा डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’ गौरीपुरा गाँव के ठीक बीचों-बीच, बरगद के पेड़ के नीचे, गिरधारी की छोटी-सी दुकान थी। दुकान क्या थी, एक फटी-पुरानी चारपाई, जिस…

याद – (कहानी)

याद जयशंकर इस क्रिसमस को मैं पैंसठ बरस का हो गया। चौंसठ का हो रहा था और ब्लड प्रेशर रहने लगा। रोज सुबह एक टेबलेट लेने की शुरुआत हो गयी।…

अनुपम मिश्र की उपस्थिति – (संस्मरण)

वरिष्ठ लेखक जयशंकर ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद, लेखक अनुपम मिश्र जी को, उनके कामों को याद करते हुए यह आत्मीय गद्य लिखा है।

श्रद्धांजलि – एक खिलौना कर रहा, बिकने से इंकार : डॉ सीतेश आलोक

सीतेश आलोक अनिल जोशी गली- गली में शोर है, सहमे हैं बाज़ार एक खिलौना कर रहा, बिकने से इंकार – सीतेश आलोक हम सब माटी के खिलौने हैं। बहुत से…

डॉ. रामकुमार वर्मा – (आज जिनका जन्मदिन है

डॉ. रामकुमार वर्मा रजनीकांत शुक्ला डॉ. रामकुमार वर्मा का जन्म मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में 15 सितंबर सन् 1905 ई. में हुआ। वे आधुनिक हिन्दी साहित्य में ‘एकांकी सम्राट’…

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना – (आज जिनका जन्मदिन है)

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना रजनीकांत शुक्ला सर्वेश्वर दयाल सक्सेना का जन्म 15 सितंबर, 1927 को विश्वेश्वर दयाल के घर हुआ। वे प्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार थे। सर्वेश्वर दयाल सक्सेना ‘तीसरे सप्तक’…

“हॉब्सन-जॉब्सन, आधुनिक ऑक्सफोर्ड अंग्रेज़ी कोश और  हिंदी” – (आलेख)

हॉब्सन-जॉब्सन और आधुनिक ऑक्सफोर्ड अंग्रेज़ी कोश: हिंदी के बहाने अंतरराष्ट्रीय अंग्रेज़ी का विस्तार ~ विजय नगरकर, अहिल्यानगर, महाराष्ट्र 📜 भूमिका भाषा केवल संचार का माध्यम नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और…

हिंदी के मानकीकरण और दस्तावेज़ीकरण का इतिहास – (आलेख)

हिंदी के मानकीकरण और दस्तावेज़ीकरण का इतिहास ~ विजय नगरकर, अहिल्यानगर, महाराष्ट्र हिंदी के मानकीकरण और दस्तावेज़ीकरण का इतिहास एक लंबी प्रक्रिया है जो सदियों से चली आ रही है।…

वह ऐतिहासिक भाषण – (दिन विशेष)

वह ऐतिहासिक भाषण -रजनीकांत शुक्ला वर्ष 1893 में वह 11 सितम्बर की ही तारीख थी जब स्वामी विवेकानंद ने अमरीका के शिकागो की धर्म संसद में वह ऐतिहासिक भाषण दिया…

नटराज – (ब्लॉग)

नटराज नर्मदा प्रसाद उपाध्याय आदरणीया शोभासिंह जी ने कुबेरजी के चिंतन को केंद्र में रखकर अध्ययनपरक तथा गंभीर चिंतनपरक टिप्पणी की है। उन्हें साधुवाद।उनकी विस्तृत टिप्पणी पर अपना मत मैं…

रिमझिम बरसात भरी – (कविता)

डॉ॰ अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ *** रिमझिम बरसात भरी (उड़ियाना छंद) रिमझिम बरसात भरी, सावन सुहावनी।शिव जी का ध्यान धरें, ऋतु है सुपावनी॥नद नाले तृप्त हुए, हरियाली छायी।कोयल की कुहू-कुहू, मन…

आचार्य नंददुलारे वाजपेयी  –  (आज जिनका जन्मदिन है)

आचार्य नंददुलारे वाजपेयी रजनीकांत शुक्ल आचार्य नंददुलारे वाजपेयी का जन्म 4 सितम्बर, सन 1906 में मगरायर ग्राम, ज़िला उन्नाव, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वे हिन्दी के प्रसिद्ध पत्रकार, समीक्षक,…

सियारामशरण गुप्त – (आज जिनका जन्मदिन है)

सियारामशरण गुप्त रजनीकांत शुक्ल बहुमुखी प्रतिभा के साहित्यकार सियारामशरण गुप्त का जन्म भाद्रपद पूर्णिमा सम्वत् 1952 विक्रमी तद्नुसार 4 सितम्बर 1895 ई. को सेठ रामचरण कनकने के परिवार में मैथिलीशरण…

चाँद – (कविता)

अनीता वर्मा *** चाँद नभ पर देखे चंदा इंसीदेख-देख हँसी है छलकीनानी कहती चंदा है मामामम्मी कहती वो तो है नानीचाँदनी जैसे बाल हैं उसकेमुझे लगे ये कोई कहानीटी.वी.तो कुछ…

नन्ही बूँदे – (कविता)

अनीता वर्मा *** नन्ही बूँदे नन्हीं बूँदें टप-टप बरसेंधरती का मन देखो हरषेपेड़ों ने तो गीत सुनायानन्हा पौधा भी मुस्कायाहरी घास भी लहराती हैजानें क्या क्या गाती हैकोयल ने भी…

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