Month: November 2024

‘सूचना प्रौद्योगिकी के पथ पर राजभाषा हिंदी : चुनौतियां और संभावनाएं’ विषय पर व्याख्यान – (रिपोर्ट)

‘सूचना प्रौद्योगिकी के पथ पर राजभाषा हिंदी: चुनौतियां और संभावनाएं’ विषय पर व्याख्यान नई दिल्लीः श्री गुरु नानक देव खालसा महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ और राजभाषा…

अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद के डायस्पोरा रिसर्च एंड रिसोर्स सेंटर द्वारा 78वां ‘भारत को जानें’ कार्यक्रम का आयोजन – (रिपोर्ट)

अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद के डायस्पोरा रिसर्च एंड रिसोर्स सेंटर द्वारा 78वां ‘भारत को जानें’ (Know India Programme, KIP) कार्यक्रम का आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद (ARSP) के डायस्पोरा रिसर्च एंड रिसोर्स…

वीरांगना झांसी की रानी को नमन – (श्रद्धांजलि)

वीरांगना झांसी की रानी को नमन सम्पूर्ण विश्व को अपने अमिट रण कौशल से अभिभूत कर देने वाली, अपने प्राणोत्सर्ग से स्वातंत्र्य भाव को भारतीय जन जन में मुखरित करने…

भारतीय दूतावास नीदरलैंड के नये राजदूत कुमार तुहिन की प्रवासी भारतीयों के साथ पहली बैठक – (रिपोर्ट)

भारतीय दूतावास नीदरलैंड के नये राजदूत कुमार तुहिन की प्रवासी भारतीयों के साथ पहली बैठक इस माह नीदरलैंड में भारत के राजदूत के रूप मे 1991 बैच के विदेश सेवा…

गुरबानी और भारतीय ज्ञान परंपरा – (यू-ट्यूब)

गुरबानी और भारतीय ज्ञान परंपरा इस विषय पर प्रो जगबीर सिंह के विचार को सुनने के लिए नीचे क्लिक करें

तुलसी सम्मान व रत्नावली सम्मान – (रिपोर्ट)

तुलसी सम्मान व रत्नावली सम्मान : तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह भोपाल में आयोजित इस साहित्यिक समारोह की अध्यक्षता डा.राजेश श्रीवास्तव निदेशक रामायण केंद्र…

नीदरलैंड्स के रचनाकार श्री विश्वास दुबे का काव्य संग्रह ‘एहसासों की सिलवटें’ हुआ लोकार्पित – (रिपोर्ट)

नीदरलैंड्स के रचनाकार श्री विश्वास दुबे का काव्य संग्रह ‘एहसासों की सिलवटें’ हुआ लोकार्पित नीदरलैंड्स के प्रवासी रचनाकार विश्वास दुबे की पुस्तक ‘एहसासों की सिलवटें’ का लोकार्पण कथा सभागार, रबीन्द्रनाथ…

अद्भुत भाषा संस्कृत – (आलेख)

अद्भुत भाषा संस्कृत संस्कृत में 1700 धातुएं, 70 प्रत्यय और 80 उपसर्ग हैं, इनके योग से जो शब्द बनते हैं, उनकी संख्या 27 लाख 20 हजार होती है। यदि दो…

वेदांत से वैराग्य – (आलेख)

वेदांत से वैराग्य -सुरेश पटवा आध्यात्मिक ग्रंथ उन ऊंचाइयों पर सृजित होते हैं जहाँ नाम, रूप, काल, दिग, दिशायें सब खो जाते है। साधक के भीतर खिला हुआ शून्‍य, ज्ञान…

तमिल रामायण ‘रामावतारम्’ : एक विवेचन – (आलेख)

तमिल रामायण ‘रामावतारम्’ : एक विवेचन (-डॉ. दंडिभोट्ला नागेश्वर राव) भारत में नैतिक मूल्यों की स्थापना में साहित्य का विशेष स्थान है। काव्य-सौंदर्य के प्रतिमानों में सामाजिक एवं सामूहिक हित…

ऋतु शर्मा ननंन पाँडे की बाल कविताएँ – (बाल कविता)

नई कहानी नानी सुनाओ कोई नई कहानीराजा रानी की कहानीहो गई बहुत पुरानीनई सोच और मन बहलाने वाली जादूगर और भूतों सेलगता डर अब हमको नहींहमको पता है अबयह रहते…

मंजु श्रीवास्तव ‘मन’ की बाल कविताएँ – (बाल कविता)

छछुंदर और बंदर एक छछुंदर भोली भाली,दिखती थी थोड़ी सी काली।नाम छछुंदर का था झुमरी,चुक चुक कर गाती थी ठुमरी।एक था बन्दर,नाम था जन्तर,खाये कुल्हाटी मस्त कलंदर।खौं खौं खौं खौं…

मंजु श्रीवास्तव ‘मन’ – (परिचय)

मंजु श्रीवास्तव ‘मन’ वरिष्ठ साहित्यकारवर्जीनिया, अमेरिका42300 Mad Turkey Run place,ChantillyVirginia,USA

निशा भार्गव की हास्य व्यंग्य पुस्तक ‘लुढ़कने लोटे’ का लोकार्पण – (रिपोर्ट)

निशा भार्गव की हास्य व्यंग्य पुस्तक ‘लुढ़कने लोटे’ का लोकार्पण अन्तर्राष्ट्रीय भारतीय सर्वभाषा सांस्कृतिक समन्वय समिति के तत्वावधान में सुविख्यात कवयित्री निशा भार्गव की सद्य प्रकाशित पुस्तक ‘लुढ़कने लोटे‘ का…

केन्या के प्रतिष्ठित सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत – (रिपोर्ट)

केन्या के प्रतिष्ठित सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत 13 नवंबर, 2024 को, अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद (एआरएसपी) के डायस्पोरा रिसर्च एंड रिसोर्स सेंटर (डीआरआरसी) ने नई दिल्ली के प्रवासी भवन…

श्री संतोष चौबे को ‘अखिल भारतीय ब्रह्मदत्त तिवारी स्‍मृति सम्मान–2024’ – (रिपोर्ट)

श्री संतोष चौबे को ‘अखिल भारतीय ब्रह्मदत्त तिवारी स्‍मृति सम्मान–2024’ सृजन चेतना की संवाहक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रियाशील ‘कादंबरी संस्था’, जबलपुर का प्रतिष्ठित ‘अखिल भारतीय ब्रह्मदत्त तिवारी स्‍मृति सम्मान–2024’ श्री…

श्री गुरु नानक देव जयंती पर विशेष – (श्रद्धांजलि)

हे बाबा नानक! बहुत पुरानी बात हैयुगों पुरानी नहींबाबा नानक, चहुं दिशाएं घूमतान कोई सवारी, न कोई ठेलाअपने पांवों पर चलअपने भक्तों तक पहुंचताया जो उसकी प्रतीक्षा मेंनज़रें बिछाए रहतास्वयं…

दिविक रमेश की बाल कविताएँ – (बाल कविता)

चलो बोल दो सॉरी तो ढीली थी सो खिसक गई थोड़ी इधर-उधर।हँसने की क्या बात है जी क्यों इतनी खिर-खिर।क्या पेंट ने कोई जोक अजी सुनाया है।देख किसी को परेशान…

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