Category: जापान

शाम – (कविता)

शाम अच्छे से वाकिफ़ हूँ इससेजो अंधेरे जैसी छाई है,जमाना कहे जिसे आज़ादीएक लंबी सी तनहाई है ।ए ख़ुद की मर्जी की मालिक,तूने क्या किस्मत पाई है,कहते हैं जिन्होंने हर…

पहाड़ और नदी – (कविता)

पहाड़ और नदी मैं, दुर्गम, कठोर पहाड़वह खिलखिलाती बहती नदी थी,ताज़्जुब नहीं कि चली गईहैरत है कि वह कभी मेरी थी।मेरा ठहराव,शायद कभी समझी नहीं।अच्छा हुआ के मुझ पत्थर संगवह…

दिल्लगी – (कविता)

दिल्लगी आँखों ही आँखों में आपने ना जाने क्या कह दिया।कि हमने अपना दिल आपके नाम कर दिया।।बस यही तो एक भूल की हमने।कि बिना सोचे समझे आपसे प्यार कर…

सई शिधये – (परिचय)

सई शिधये मेरा नाम सई शिधये है। मैं पुणे, महाराष्ट्र से हूँ।वर्तमान में जापान में रह रही हूँ।मुझे कविताएँ और शायरी पढ़ना बहुत पसंद है और मैं खुद से कुछ…

चला आया हूँ – (कविता)

चला आया हूँ चला आया हूँ, उस दौर को छोड़कर,उस खेल को छोड़कर, उस छाँव को छोड़कर।आ गया हूँ, कहाँ, पूछता हूँ खुद से,जाना कहाँ है, ये भी नहीं है…

गांधी के सपनों का भारत, आ निकला है किस ये पथ पर – (कविता)

गांधी के सपनों का भारत, आ निकला है किस ये पथ पर उम्र जवां है, उमड़ा यौवन, दिल मे लेकिन चुभता नश्तर।।बोस, आजाद, बिस्मिल, जैसे थे मणि के हीरे।चमक रहे…

शर्म की बात है! – (कविता)

शर्म की बात है! बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ,नारा तुम लगाते हो।आती है जब बात न्याय की,चुप्पी साध क्यों जाते हो?आठ साल की बच्ची थी वो,थी वो दुनियाँ से अनजान।बनाया उसको…

इंसाफ का सवाल – (कविता)

इंसाफ का सवाल वाह रे मेरे देश के इंसान,मारते हो इक छोटी सी बच्ची,और चिल्लाते हो,मेरा भारत महान।वाह रे, मेरे देश के फ़नकार,खिताब न लौटाओगे अब,बैनर न लगाओगे अब,अरे झूठे…

अलविदा कलाम! – (कविता)

अलविदा कलाम! कहाँ चल दिये यूँ छोड़ कर हमें,अभी तो बहुत सारे काम बाकी हैं!आपने कहा था सोने न दें जो, वो हैं सपनें,अभी तो उन सपनों की उड़ान बाकी…

मेरी नवल जवानी – (कविता)

मेरी नवल जवानी ऊँचे पर्वत, नीला आसमाँ, नौका और पतवार।मेरी नवल जवानी को छू जाती, शीतल मंद बयार।। प्रकृति का सौंदर्य, और सूर्य की मुस्कान।मिल जाये जहाँ, उसे ही तू…

सूर्य प्रताप सिंह

डॉ. सूर्य प्रताप सिंह डॉ. सूर्य प्रताप सिंह वर्तमान में टोक्यो में रहते हैं और अनुबंध के आधार पर टोक्यो मेट्रोपॉलिटन विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।…

ऑनलाइन शिक्षा – (कविता)

ऑनलाइन शिक्षा ऑनलाइन क्लास में पढ़ कर बना डॉक्टरजब यूटूब विडीओ ऑन कर इंजेक्शन की तय्यारी करने लगाहर दो सेकंड में विडीओ रोक कर, निर्देशों को पढ़ने लगातो हमारा पहले…

मुझे गीत से प्रीत नहीं है – (कहानी)

मुझे गीत से प्रीत नहीं है गा ना सकी तो ये मत कहनामुझे गीत से प्रीत नहीं हैरो ना सकी पर मन की गागरहौले हौले रीत रही हैइतने ज़ख़्म दिए…

पीर बहुत पर नीर नहीं – (कविता)

पीर बहुत पर नीर नहीं बरसों से सूखी आँखें है, पीर बहुत पर नीर नहींइन आँखों के पथराने में, क्या तुम ने मेरे मुस्काने मेंमहसूस की है कोई नमी कभी…

मतलब बदल गया है – (कविता)

मतलब बदल गया है तुम वहीमैं वहीहैं भी पर नहींक्यों ?क्योंकि मतलब बदल गया हैमतलब बदल गया हैपाने और खोने कासपने संजोने काअश्कों से रातों कोतकिए भिगोने कासाँसों के संगीत…

छाले – (कविता)

छाले चलो छिपा लें दिल के छालेऔरों से भी खुद से भीमाना हम गमगीन बहुत हैंऔर आंसू नमकीन बहुत हैरंगीन तराने चलो सुना लेऔरों से भी खुद से भी चलो…

आँचल – (कविता)

आँचल जोरो कि बरसती बारिश मेंजब पूरी छत टपकती थीएक खाट पर बैठी माँबच्चो और बक्से के संगपूरी रात सिसकती थीकमरे में बहते पानी मेंकितनी बारिश , कितने आंसूमाँ का…

मन की महाभारत – (कविता)

मन की महाभारत मैं कौरव, मैं पांडव ,मैं अर्जुन मैं दुर्योधनकैसे रोकूँ ये चीरहरण ,हैं पड़े सोच में मनमोहन नारी भिक्षा , नारी कायानारी को धनतुल्य बनायाधर्मराज कर रहे अधर्मकहाँ…

Love Meter का तहलका – (कविता)

Love Meter का तहलका धुआँधार गालियों की थी बमबारीDialogues (डॉयलॉग) की जारी थी गोलबारीहाथापाई की थी पूरी तय्यारीजब बीच बचाव करने पहुँचीदोनो की मय्या प्यारीअचानक तोपों का रूख बदल गयासारा…

जल रही हूँ – (कविता)

जल रही हूँ तप रही हूँ, जल रही हूँरूह तक पिघल रही हूँ सागर की अनगिनत नदियाँनदी का बस इक समंदर,यही है मेरा मुक़द्दरइसी जल में जल रही हूँ ।…

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