कौतूहल – (कविता)
कौतूहल पर्वत के इस पार मैं सोचूँ पर्वत के उस पार क्या होगा ? शायद उधर झील हो सुंदर कमल-पुष्प खिलते हों भीतर, सूर्य की किरणें चमकें जल पर जैसे…
हिंदी का वैश्विक मंच
कौतूहल पर्वत के इस पार मैं सोचूँ पर्वत के उस पार क्या होगा ? शायद उधर झील हो सुंदर कमल-पुष्प खिलते हों भीतर, सूर्य की किरणें चमकें जल पर जैसे…
अर्थ जिस प्रकार अति तीव्र गति सेपरिभ्रमण करते चक्र की गतिदृष्टव्य नहीं होतीएवं यह मिथ्याभास हो जाता हैकि वह स्थिर है, जड़ है,ऐसा ही तुम्हारे जीवन का कर्मरथ है, मित्र।वीणा…
हरप्रीत सिंह पुरी चीन में कन्सल्टिंग कंपनी के प्रबंध निदेशक हैं। बचपन से साहित्य में रुचि है। काव्य- रचना और निबंध लेखन करते हैं। हिंदी के अंतर्राष्ट्रीय प्रसार के लिए…
विराम को विश्राम कहाँ! -आरती लोकेश गए दिनों कुछ संपादकीय कार्य करते हुए मुझे लगभग एक ही जैसी चीज़ें बार-बार खटकीं। कुछ रचनाएँ, शब्द संयोजन, वाक्य विन्यास और विराम चिह्न…
श्येन परों पर ठहरी हिन्दी -डॉ. आरती ‘लोकेश’ दुबई, यू.ए.ई. किसी विदेश भ्रमण के दौरान हर व्यक्ति एक विदेशी भाषा को हर समय सुनने के लिए अपने कानों को तैयार…
बाबा की धूल प्रभु मुझे नव जन्म में करना, बाबा की बगिया का फूल । और नहीं तो मुझको करना, बगिया की मिट्टी की धूल । क्यारी में पानी देते…
आधी माँ, अधूरा कर्ज़ -आरती लोकेश आज सुबह अपनी हवेली से निकल छोटी माँ की हवेली में आई तो गहमा-गहमी मची हुई थी। दोनों हवेलियों के मध्य दालान वाला एक…
डॉ. आरती ‘लोकेश’ ढाई दशकों से दुबई में निवास करती हैं। तीन दशकों से शिक्षण कार्य करते हुए यू.ए.ई. के विद्यालय में वरिष्ठ मुख्याध्यापिका हैं। अंग्रेज़ी-हिन्दी दोनों विषयों में स्नातकोत्तर…
थाईलैंड में हिंदी थानाभद आजकल भारतीय सभ्यता सर्वव्यापी उपलब्ध है क्योंकि प्राचीन काल में मूल भारतीय निवासी दुनिया भर में भ्रमण करते थे इसलिए वर्तमान में हम देख सकते है…
आश्चर्य का प्रतीक – सीगीरिय एम्. एम्. नयना कुमारि
नाम – एम्. एम्. नयना कुमारि पता – 23/3, प्रथम लेन, मुद्दुवा रोड, रत्नापुरा, श्रीलंका जन्म स्थान – एहेलियागोडा शैक्षणिक योग्यता – बीए हिंदी विशेष केलानिया विश्वविद्यालय हिंदी में स्नातकोत्तर…
सिंहली संस्कृति एम. नधीरा शिवंती ऐसा विश्वास किया जाता है कि राजकुमार विजय और उसके 700 अनुयायी ई. पू. 543 में श्रीलंका में जहाज से उतरे थे। ये लोग “सिंहल”…
श्रीलंका के साहित्यकार एम. नधीरा शिवंती सभी देशों में उन देशों के साहित्य, साहित्यकारों के कारण जाने जाते हैं। श्रीलंका छोटा द्वीप है। फिर भी देश का साहित्य दुनिया के…
श्रीलंका का इतिहास एम. नधीरा शिवंती इतिहासकारों में इस बात की आम धारणा थी कि श्रीलंका के आदिम निवासी और दक्षिण भारत के आदिम मानव एक ही थे। पर अभी…
श्री लंका का संगीत एम. नधीरा शिवंती लोक संगीत जाति-आधारित लोक कविताएँ, जन कवि, व्यक्तिगत समूहों के बीच साझा किए गए सांप्रदायिक गीत के रूप में उत्पन्न हुई। आज, वे…
श्री लंका के अनुराधपुर युग की भाषा एवं साहित्य एम. नधीरा शिवंती अनुराधपुर युग श्री लंका प्राचीन इतिहास का पहला और महत्वपूर्ण युग है। श्री लंका का स्वर्ण युग भी…
नाम : एम. नधीरा शिवंती जन्म स्थान : कोलंबो शिक्षण : बी. ए. (श्री जयवर्धनपुर विश्वविद्यालय, नुगेगोडा, श्री लंका), एम. ए. (केलनीय विश्वविद्यालय, श्री लंका), हिन्दी विशारद (दक्षिण भारत हिन्दी…
ไวยากรณ์ฮินดี (เน้นคำกริยา)
2. หลักการใช้ ภาษาฮินดี รศ.ดร.ปรมัตถ์ คำเอก
सोहन लाल द्विवेदी“कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” अनुवाद – हिरायुकी सातो “कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” ハソーハン・ラール・ドヴィヴェーディー 「努力する者に決して敗北あることなし」 लहरों से डर कर नौका पार…