Month: December 2024

चंद्रयान ने खिड़की खोली – (परिचय)

चंद्रयान ने खिड़की खोली इंद्रधनुष की किरणो से चंद्रयान की हँसी ठिठोली। उड़ान का फर्राटा ऐसा,ठुमकों पर चलती हो गोलीमामा देखेंगे कठपुतलीनाचे पहनी घाघर चोलीकत्थक गरबा और भाँगड़ा, नृत्य की…

हरिहर झा – (परिचय)

हरिहर झा शिक्षा : M. Sc. (उदयपुर विश्बविद्यालय)बीएआरसी में वैज्ञानिक अधिकारी के पद पर कार्य करने के पश्चात मेलबोर्न के मौसम विभाग में। प्रकाशित कृतियाँ : ‘भीग गया मन’ ‘Agony…

आज भारतीय भाषा दिवस है – (सूचना)

आज 11 दिसंबर को देश भर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में ‘भारतीय भाषा दिवस’ का आयोजन हो रहा है। इस आयोजन का दिन आधुनिक तमिल कवि सुब्रमण्यम भारती की जन्म…

ऐल सैल्वाडौर का यात्रा-संस्मरण – (यात्रा-संस्मरण)

ऐल सैल्वाडौर का यात्रा-संस्मरण – विजय विक्रान्त बात सन 1967 की है। मुझे कैनेडा में आये हुये अभी दो वर्ष ही हुये थे और मैं मॉन्ट्रेयाल इन्जिनियरिंग कम्पनी (Monenco) मॉन्ट्रेयाल…

आज जिनका जन्मदिन है – (शुभाकामनाएं)

चित्रा मुद्गल चित्रा मुद्गल जी का जन्म 10 दिसंबर 1943 को चेन्नई में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले में स्थित निहाली खेड़ा और उच्च शिक्षा…

घर – (कहानी)

घर – चित्रा मुद्गल टूटते जाड़े का वह मटमैला-सा उदास दिन था … शिप्रा, बालकनी से लगे तारों पर मैं कपड़े सुखाकर पलटने को ही थी कि तभी दरवाजे की…

वसील सिमोनेंको की युक्रेनी कविता का अनुवाद (अनुवाद)

मूल कविता : वसील सिमोनेंको अनुवाद : यूरी बोत्वींकिन Ти знаєш, що ти — людина Ти знаєш, що ти — людина.Ти знаєш про це чи ні?Усмішка твоя — єдина,Мука твоя…

‘ठाकुर प्रसाद सिंह का साहित्य संसार’ विषय पर संगोष्ठी – (रिपोर्ट)

‘ठाकुर प्रसाद सिंह का साहित्य संसार’ विषय पर संगोष्ठी दिनांक 02.12.2024 को मंडी हाउस, नई दिल्ली के तानसेन मार्ग स्थित ‘त्रिवेणी कला संगम’ के त्रिवेणी सभागार में हिन्दी अकादमी, दिल्ली…

गीओर्गी दार्चियाश्विली की कविता का अनुवाद – (जोर्जियन से अनुवाद)

जन्मदिन (8 दिसंबर) पर विशेष मूल कविता : गीओर्गी दार्चियाश्विली अनुवाद : गायाने आग़ामालयान एस्मेराल्डा लगता है कि मैं सपने में हूंमानो मेरी आत्मा उड़ रही होवहाँ उस औरत के…

अजनबी शहर में – (कहानी)

अजनबी शहर में – वंदना मुकेश मौसम आज फिर बेहद उदास था। सूरज देवता रजाई में ऐसे दुबके थे कि पूरा सप्ताह बीत गया…। यहाँ सुबह लगभग आठ बजे तक…

ध्वनियों का संसार – (कविता)

ध्वनियों का संसार क्या तुमने कभी विचार कियाशब्दों को कोई नाम दिया? आवाहन है तो हुंकारढोल-नगाडे की टंकार ।पीड़ा में निकले सिसकारी,आनंदित मन किलकारी। पंछी बोलें चहचह चुक-चुकभँवरे करता गुनगुन…

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में भाषा और साहित्य  – (आलेख)

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में भाषा और साहित्य डॉ. वंदना मुकेश भूमिका बचपन में लोककथाओं में जादू की छड़ी वाली परी के चमत्कार लुभाते थे नरभक्षी डायन और राक्षसों की…

ब्रिटेन में हिंदी शिक्षण एवं प्रशिक्षण : एक संक्षिप्त अवलोकन – (शोध आलेख)

ब्रिटेन में हिंदी शिक्षण एवं प्रशिक्षण – एक संक्षिप्त अवलोकन – डॉ. वंदना मुकेश भाषा, भाव और विचारों की अभिव्यक्ति का साधन है। किसी भी भाषा को सीखना, सिखाना या…

सबके अपने अपने राम – (कविता)

सबके अपने अपने राम (आल्हा छंद) मुल्ला पंडित सिक्ख मसीहा, नाना पंथ अनेकों नाम।सभी धर्म का मूल एक है, किंतु सभी के अपने राम॥ हर रजकण में राम व्याप्त हैं,…

शब्दों की वेणी – (कविता)

शब्दों की वेणी (दोहावली) शब्दों की वेणी सजा, रचें नव्य प्रतिमान।गद्य पद्य हो या ग़ज़ल, सुन्दर बने सुजान॥ नव्य नवल नूतन प्रखर, रचना रचें महान।ताल छंद सुर से सजी, जाने…

सुखद सुहाना भोर – (कविता)

सुखद सुहाना भोर (शृंगार छंद) हुआ अब सुखद सुहाना भोर।अरुण झांके प्राची के छोर॥यामिनी भाग गयी निज धाम।प्रात किरणें निकली अविराम॥ विहग नित कलरव में हैं मग्न।दृश्य सुन्दर मनभावन लग्न॥भृंग…

नवोन्मेष नवतान लिखें – (कविता)

नवोन्मेष नवतान लिखें (लावणी छंद) नये विचारों को संचित कर,आओ नवल विहान लिखें।नव पीढ़ी हो नूतन पथ पर प्रगतिशील पथगान लिखें॥नए विचारों से सजधज करनूतन गीत विधान लिखें।नूतन पंक्ति उक्ति…

अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ – (परिचय)

अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ डॉ॰ अर्जुन गुप्ता “गुंजन” माता : स्मृतिशेष राधिका देवीपिता : स्मृतिशेष भरत एस. गुप्ता शिक्षा : विज्ञान स्नातक (कलकत्ता विश्वविद्यालय),‘कम्प्यूटर एप्लीकेशन में परास्नातक डिप्लोमा’ (दिल्ली),‘ग्रामीण विकास में…

ज़मीं खा गई आसमां कैसे कैसे – (आलेख)

ज़मीं खा गई आसमां कैसे कैसे – मीनाक्षी जोशी फिल्मी दुनिया की चकाचौंध, ग्लेमर, धन और यश की क्षणभंगुरता से कौन परिचित नहीं है? न जाने कितने सितारे रोज नए…

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