Category: एशिया

हिन्दी से जुड़े मेरे सपने – (आलेख)

हिन्दी से जुड़े मेरे सपने -अतिला कोतलावल मैं भी उन स्वप्नदर्शियों में से एक हूँ जो अक्सर सपने देखा करते हैं और उनके साकार होने तक उन्हीं सपनों में विलीन…

अतिला कोतलावल – (परिचय)

अतिला कोतलावल संस्थापक निदेशक – हिंदी संस्थान, श्री लंका शिक्षिका – सवामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र, कोलम्बो बाह्य प्राध्यापक – राज्यभाषा विभाग, श्री लंका सरकार बाह्य प्राध्यापक – लघु हिंदी कार्यक्रम,…

श्री लंका में हिंदी की दशा और दिशा – (आलेख)

श्री लंका में हिंदी की दशा और दिशा -अतिला कोतलावल हिंदी मात्र एक भाषा नहीं, बल्कि भारत की साझी विरासत और महान् संस्कृति को विश्व भर में जन-जन तक पहुँचानेवाली…

शैक्षणिक दृष्टि से विदेशी भाषा के रूप में हिंदी तथा सिंहली भाषाओं का संरचनागत व्यतिरेकी अध्ययन – (लेख)

शैक्षणिक दृष्टि से विदेशी भाषा के रूप में हिंदी तथा सिंहली भाषाओं का संरचनागत व्यतिरेकी अध्ययन -अतिला कोतलावल विदेशों में हिंदी और विदेशी भाषा के रूप में हिंदी… इन दोनों…

हिन्दी भाषा – (कविता)

हिन्दी भाषा हिन्दी है मेरी अनमोल प्यारी मातृभाषाबने सबकी अभिव्यक्ति की साख ऐसी अभिलाषाटोक्यो की हिन्दी सभा शिविर में आकर ये विचार आयाकरे हिन्दी के उत्थान के लिए कुछ ये…

रंजना सिंह – (परिचय)

रंजना सिंह मैं, रंजना सिंह पिछले लगभग 2 दशकों से जापान की राजधानी टोक्यो में अपने परिवार के साथ रह रही हूँ।ताज नगरी आगरा में पली बढ़ी और वहीं से…

इस देश में बसंत – (कविता)

इस देश में बसंत बैठ मुंडेर पर निहार रहा हैपथिक भ्रांत दृश्य एक ‌‌‌‌‍सामने उसके रचा हुआ हैरचनाकार का बसंत विशेष दिवास्वप्न-सा आगंतुक अविचल हैऋतुराज का दृश्य नवल नवीनमानो शाख…

सुयोग – (परिचय)

सुयोग मैं सुयोग हूँ। मैं टोक्यो विश्वविद्यालय में भौतिकी विभाग में प्रथम वर्ष का पी.एच.डी. का छात्र हूँ। मैं लगभग 3 साल पहले जापान आया था और तब से टोक्यो…

थाईलैंड में भारतीय संस्कृति का प्रभाव – (आलेख)

थाईलैंड में भारतीय संस्कृति का प्रभाव –शिखा रस्तोगी भाषा, संस्कृति प्राण देश के,इनके रहते राष्ट्र रहेगा।भारतीय संस्कृति का जयघोष गुंजाकर,भारत मां का मान बढ़ेगा।। प्रत्येक राष्ट्र की पहचान उसकी सांस्कृतिक…

थाईलैंड में हिंदी – (आलेख)

थाईलैंड में हिंदी –शिखा रस्तोगी गूंजे हिंदी विश्व में स्वप्न हो साकार, थाई देश की धरा से हिंदी की जय-जय कारहिंदी भाषा का जयघोष है सात समुंदर पार, हिंदी बने…

शिखा रस्तोगी – (परिचय)

शिखा रस्तोगी साहित्य की दुनिया में उभरता सितारा शिखा जी वीरों की भूमि राजस्थान के नोहर शहर से हैं। आपकी शिक्षा राजस्थान में हुई है। बचपन से ही आप मेधावी…

‘रेडियो मस्ती’ : सिंगापुर का हिंदी रेडियो चैनल – (रेडियो चैनल)

‘रेडियो मस्ती’ : सिंगापुर का हिंदी रेडियो चैनल रेडियो सुनने के लिए के लिए नीचे के लिंक को दबाएँ https://radiomasti.com.sg/index.html

कवियों का स्वर्ग – (थाई कविता का हिंदी अनुवाद)

कवियों का स्वर्ग (थाईलैंड के महान कवि राजकुमार बिद्यालोंकॉर्न द्वारा रचित “सूअंक सवान छन कवी” शीर्षक थाई कविता से प्रेरित है) कवियों का स्वर्ग है अत्यंत सुन्दरजहाँ चमक रत्नों से…

स्वस्ति की रक्षा – (थाई कविता का हिंदी अनुवाद)

थाईलैंड के महान कवि सुन्दरभू और अनूदित कविता “सुन्दरभू” थाईलैंड के सबसे महान कवियों में से एक हैं। उनका जीवनकाल सन् 1786 से 1855 तक रहा था। उस समय थाईलैंड…

रावण का मन – (थाई कविता का हिंदी अनुवाद)

रावण का मन (लोबबुरीरद रचित “चाई थोसकन” शीर्षक थाईलैंड का एक लोकप्रिय गीत का हिंदी अनुवाद) मोहब्बत हुई दिल खुश हुआमोहब्बत खत्म हुई दिल दर्द हुआयाद क्यों न करतामोहब्बत से…

असंभव… – (थाई कविता का हिंदी अनुवाद)

असंभव… (फयोंग मुकदा रचित “पेन पाई माय डाय” शीर्षक थाईलैंड का एक लोकप्रिय गीत का हिंदी अनुवाद) अगर रावण की तरह मेरे दस चेहरे होंदसों चेहरों को मुड़कर तुम्हारे लिए…

कित्तपोंग बुनकर्ड – (परिचय)

डॉ कित्तपोंग बुनकर्ड हिंदी व्याख्यातादक्षिण एशियाई भाषा अनुभाग,कला संकाय,चुलालोंगकोर्न विश्वविद्यालय,बैंकॉक, थाईलैंड संपर्क: दक्षिण एशियाई भाषा शाखा, पूर्वी भाषा विभाग, कला संकाय, चूड़ालंकरण विश्वविद्यालय, बैंकॉक, थाईलैंड 10330 Kittipongboonkerd@gmail.com फोन: +6622184739

आन्द्रानिक आस्तरयान : रंग, आकार और भारत – (पेंटिंग)

आन्द्रानिक आस्तरयान : रंग , आकार और भारत आन्द्रानिक आस्तरयान एशिया व ईस्ट यूरोप के देशों में जाने माने चित्रकार हैं। भारत से विशेष प्रेम रखने वाले इस चित्रकार से…

आन्द्रानिक आस्तरयान – (परिचय)

आन्द्रानिक आस्तरयान जन्म : येरेवान (अर्मेनिया) शैक्षिक योग्यता : राष्ट्रीय संगीत स्कूल, राष्ट्रीय सांस्कृतिक कालेज, येरेवान के सिनेमा और थिएटर का स्टेट इंस्टिट्यूट (थिएटर के आभूषणों की कलाओं का संकाय)।…

शाम – (कविता)

शाम अच्छे से वाकिफ़ हूँ इससेजो अंधेरे जैसी छाई है,जमाना कहे जिसे आज़ादीएक लंबी सी तनहाई है ।ए ख़ुद की मर्जी की मालिक,तूने क्या किस्मत पाई है,कहते हैं जिन्होंने हर…

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