गीओर्गी दार्चियाश्विली की कविता का अनुवाद – (जोर्जियन से अनुवाद)
जन्मदिन (8 दिसंबर) पर विशेष मूल कविता : गीओर्गी दार्चियाश्विली अनुवाद : गायाने आग़ामालयान एस्मेराल्डा लगता है कि मैं सपने में हूंमानो मेरी आत्मा उड़ रही होवहाँ उस औरत के…
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जन्मदिन (8 दिसंबर) पर विशेष मूल कविता : गीओर्गी दार्चियाश्विली अनुवाद : गायाने आग़ामालयान एस्मेराल्डा लगता है कि मैं सपने में हूंमानो मेरी आत्मा उड़ रही होवहाँ उस औरत के…
दादा… – यूरी बोत्वींकिन दादा रूसी थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय जर्मनों ने उनका गांव जलाकर लोगों को पश्चिम की ओर भगाया था तो उनका परिवार यूक्रेन पहुंचकर एक गांव…
सब ठीक है, माँ… -यूरी बोत्वींकिन मुझे नहीं पता मैं अच्छा बेटा हूँ या बुरा… अपनी माँ से झूठ बोलना यदि बुराई है तो बुरा ही हूँ। बहुत झूठ बोलता…
युक्रैनी हिंदी-शिक्षण में कला-प्रेम का योगदान -डॉ. यूरी बोत्वींकिन, युक्रैन प्रत्येक देश का इतिहास कितना भी जाटिल और दुख-भरा क्यों न हो उससे राष्ट्रीय चेतना का एक गहरा जुड़ाव अवश्य…
कबीर की रचनाओं में गुरु-भक्ति -मक्सीम अर्तयोमोव (हिंदी छात्र, द्वितीय वर्ष, तरास शेव्चेंको कीव राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, युक्रैन) भारतीय दर्शन में तथा पूरी भारतीय संस्कृति में ‘गुरु’ की अवधारणा अर्थों और…
कैसे भूला जा सकता है कैसे भूला जा सकता हैIIभारत माँ का अनोखा प्यारमाँ के बच्चे थे बड़े मिलनसारढूँढ़ता हुआ हिंदी ज्ञान का सागरज्ञान के साथ ही पाया अपारख़ुशी से…
गुरुदेश ने जो सिखाया -अतिला कोतलावल बारिश का मौसम था। रात भर हुई मूसलाधार बारिश के बाद प्रकृति ने कुछ विश्राम का रूप धारण किया। सारा वातावरण ठंडक की चादर…
हिन्दी से जुड़े मेरे सपने -अतिला कोतलावल मैं भी उन स्वप्नदर्शियों में से एक हूँ जो अक्सर सपने देखा करते हैं और उनके साकार होने तक उन्हीं सपनों में विलीन…
अतिला कोतलावल संस्थापक निदेशक – हिंदी संस्थान, श्री लंका शिक्षिका – सवामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र, कोलम्बो बाह्य प्राध्यापक – राज्यभाषा विभाग, श्री लंका सरकार बाह्य प्राध्यापक – लघु हिंदी कार्यक्रम,…
श्री लंका में हिंदी की दशा और दिशा -अतिला कोतलावल हिंदी मात्र एक भाषा नहीं, बल्कि भारत की साझी विरासत और महान् संस्कृति को विश्व भर में जन-जन तक पहुँचानेवाली…
शैक्षणिक दृष्टि से विदेशी भाषा के रूप में हिंदी तथा सिंहली भाषाओं का संरचनागत व्यतिरेकी अध्ययन -अतिला कोतलावल विदेशों में हिंदी और विदेशी भाषा के रूप में हिंदी… इन दोनों…
कवियों का स्वर्ग (थाईलैंड के महान कवि राजकुमार बिद्यालोंकॉर्न द्वारा रचित “सूअंक सवान छन कवी” शीर्षक थाई कविता से प्रेरित है) कवियों का स्वर्ग है अत्यंत सुन्दरजहाँ चमक रत्नों से…
थाईलैंड के महान कवि सुन्दरभू और अनूदित कविता “सुन्दरभू” थाईलैंड के सबसे महान कवियों में से एक हैं। उनका जीवनकाल सन् 1786 से 1855 तक रहा था। उस समय थाईलैंड…
रावण का मन (लोबबुरीरद रचित “चाई थोसकन” शीर्षक थाईलैंड का एक लोकप्रिय गीत का हिंदी अनुवाद) मोहब्बत हुई दिल खुश हुआमोहब्बत खत्म हुई दिल दर्द हुआयाद क्यों न करतामोहब्बत से…
असंभव… (फयोंग मुकदा रचित “पेन पाई माय डाय” शीर्षक थाईलैंड का एक लोकप्रिय गीत का हिंदी अनुवाद) अगर रावण की तरह मेरे दस चेहरे होंदसों चेहरों को मुड़कर तुम्हारे लिए…
डॉ कित्तपोंग बुनकर्ड हिंदी व्याख्यातादक्षिण एशियाई भाषा अनुभाग,कला संकाय,चुलालोंगकोर्न विश्वविद्यालय,बैंकॉक, थाईलैंड संपर्क: दक्षिण एशियाई भाषा शाखा, पूर्वी भाषा विभाग, कला संकाय, चूड़ालंकरण विश्वविद्यालय, बैंकॉक, थाईलैंड 10330 Kittipongboonkerd@gmail.com फोन: +6622184739
आन्द्रानिक आस्तरयान : रंग , आकार और भारत आन्द्रानिक आस्तरयान एशिया व ईस्ट यूरोप के देशों में जाने माने चित्रकार हैं। भारत से विशेष प्रेम रखने वाले इस चित्रकार से…
आन्द्रानिक आस्तरयान जन्म : येरेवान (अर्मेनिया) शैक्षिक योग्यता : राष्ट्रीय संगीत स्कूल, राष्ट्रीय सांस्कृतिक कालेज, येरेवान के सिनेमा और थिएटर का स्टेट इंस्टिट्यूट (थिएटर के आभूषणों की कलाओं का संकाय)।…
मनुष्य की आँख मूल भाषा : अर्मेनियन लेखक : नार दोस अनुवादक : गायाने आग़ामालयान एक बार पुराने ज़माने में एक ग़रीब आदमी को कोई चीज़ मिली। चीज़ नरम, गोल…
अर्मेनियन कवि वाहान तेरयान की कविताएँ अलविदा तुम चले जाते हो – पता नहीं कहाँ,चुप और उदास,एक विनम्र पीले सितारे की तरह। मैं चला जाता हूँ अकेला-उदासअसामयिकफूल से गिरती हुई…