संवेदनशील मनोवृत्ति – (कहानी)
संवेदनशील मनोवृत्ति कौशल किशोर श्रीवास्तव मेलबर्न महानगर का एक चर्चित उच्च विद्यालय। आठवें वर्ष की कक्षा में प्रवीण विद्यार्थियों का समूह, तेरह-चौदह वर्ष के हमउम्र लड़के और लड़कियों की संख्या…
हिंदी का वैश्विक मंच
संवेदनशील मनोवृत्ति कौशल किशोर श्रीवास्तव मेलबर्न महानगर का एक चर्चित उच्च विद्यालय। आठवें वर्ष की कक्षा में प्रवीण विद्यार्थियों का समूह, तेरह-चौदह वर्ष के हमउम्र लड़के और लड़कियों की संख्या…
शिक्षक की परीक्षा कौशल किशोर श्रीवास्तव आज शिक्षक दिवस का पुनीत अवसर था। एक ऐसा दिन जब सारा समाज शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करता है, बच्चों में ज्ञान और…
दस्तक कौशल किशोर श्रीवास्तव मेलबर्न शहर, वर्ष 2020 का उत्तरार्ध, कोरोना वायरस महामारी का वैश्विक प्रकोप, मृत्यु की काली छाया, लोगों में दहशत, सर्वत्र लॉकडाउन, घर से पाँच किलोमीटर से…
डॉ कौशल किशोर श्रीवास्तव भारत के बिहार प्रदेश का निवासी l 1967 में भौतिक विज्ञान के व्याख्याता के रूप में पटना विश्वविद्यालय में नियुक्तिl 1977 में ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी से…
जय सूरीनाम प्यारा देश मेरा यह सच है कि मैं तुम से प्यार करूँ तू है तो महान मैं कहती हूँ यह सच है, सब जानो यह धरती पर हम…
ऋषि स्वामी दयानन्द मेरी राहों में एक दीपक जलायाअंधेरों को वेदों से उसने हटायाचलो आज से मान लो उनको प्यारोचलो आज से मान लो उनको प्यारोदयानन्द क्या था, गजब का…
आप्रवासी दिवस आया है दिन यह कितना सुहानाप्यार में छेड़ो सब यह तरानापाँच जून है यह दिन तो पुरानाआए थे उस दिन परनानी और परनाना आए थे परआजा और परआजीकहते…
पाँच जून मनाएँगे पाँच जून मनाएँगे पाँच जून आया है, खुशियाँ मनाएँगे, साथ-साथ हम और तुम खुशियाँ मनाएँगे। पाँच जून मनाएँगे…. वादा यह करना है, नहीं डरेंगे हम कभी, कदम-कदम…
प्रवासी देशों में हिंदी : स्थति और संभवनाएँ कारमेन सुयश्वी देवी जानकी सूरीनाम भी एक प्रवासी देश है और यहाँ हिंदी के अलावा हमारी मातृ भाषा सरनामी है और सब…
हिदी की पढ़ाई और नेता दल पाठशाला कारमेन सुयश्वी देवी जानकी सूरीनाम एक गिरमिटया देश कहलाता है, क्योंकि हमारे पुरखें भारत से यहाँ लाए गए थे गिरमिट काटने के लिए।…
कारमेन सुयश्वी देवी जानकी पति : स्व० रूपचन्द सोमई जन्म : 23-3-1951 स्थान : पॉरामारिबो, सूरीनाम विवाह : 25-7-1976 को सोमई परिवार में। पति के आजा एक गिरमिटया परिवार से…
देह की अपनी अवधि है देह की अपनी अवधि है, साँस का अपना सफर ।मन का’ पंछी उड़ चले कब, किसको इसकी है खबर।। पर्व जीवन का मना लें, प्रेमियों…
वैश्विक प्रार्थना गैरों की पीड़ा को समझूँ,इतनी तो गहराई देना।देने वाले जब भी देना,दिल में बस अच्छाई देना।। लिखना जब भी भाग्य हमारा,थोड़ी सी नरमी अपनाना।हो जाये रोटी की किल्लत,इतनी…
गीत मधुर कोई गाती हो गीत मधुर कोई गाती हो,जब छम से तुम आ जाती हो।मन के सूने घर आँगन में,खुशिओं के फूल खिलाती हो। झाँझर बाजे रुनझुन रुनझुन,कारे नैनो…
एक वचन चाहिये जीतने के लिये बस अगन चाहिए,सोच को कर्म का एक वचन चाहिये। उड़ सके ख्वाब बन के हक़ीक़त सभी,हौसला और दिल में लगन चाहिए। दंश आतंक का…
देह की अपनी अवधि है देह की अपनी अवधि है, साँस का अपना सफर ।मन का’ पंछी उड़ चले कब, किसको इसकी है खबर।। पर्व जीवन का मना लें, प्रेमियों…
यूक्रेनी और हिंदी भाषाई दुनिया की तस्वीर में बैल के पौराणिक चरित्र का विश्लेषण आन्ना पोनोमरेंको मिथक लोगों की संस्कृति का आधार है और जीवन, इसके अर्थ, मनुष्य के आस-पास…
घर का शतदल भूल गए धन दौलत की खातिर अपना ,सारा दल-बल भूल गए,मैया छोड़ी ,बाबा छोड़े, घर का शत दल भूल गए। कैरी, इमली, सोंधी रोटी, भूले माटी की…
डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना कोलोन, जर्मनी परिचय वर्ष 2023 में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री माननीय डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा प्रवासी भारतीय हिंदी सेवी सम्मान, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक…
दो पाटों के बीच रोहित कुमार हैप्पी रेडियो पर गीत बज रहा है और बूढ़ी हो चली भागवन्ती जैसे किसी सोच में डूबी हुई है। तीन-तीन बेटों वाली इस ‘माँ’…