चलते चलते : बरौनी स्टेशन – (यात्रा वृतांत)
चलते चलते : बरौनी स्टेशन – डॉ वरुण कुमार बरौनी। पुराने दिनों से इसकी स्मृति एक गंदे और लापरवाह स्टेशन की है जहाँ कोई कोई नियम नहीं मानता। लेकिन इस…
हिंदी का वैश्विक मंच
चलते चलते : बरौनी स्टेशन – डॉ वरुण कुमार बरौनी। पुराने दिनों से इसकी स्मृति एक गंदे और लापरवाह स्टेशन की है जहाँ कोई कोई नियम नहीं मानता। लेकिन इस…
वर्णमाला में वर्ण नहीं — भाग -2 डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम चाय पर खूब गुलगपाड़ा हुआ। गरमागरम बहस हुईं। बहस इतनी गर्म थी कि ठंडे पकौड़े भी गर्म लगे। लोग…
निर्मल वर्मा एक महान साहित्यकार निर्मल वर्मा का जन्म 3 अप्रैल 1929 को शिमला में हुआ था। दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कालेज से इतिहास में एम ए करने के बाद…
विधानसभा लॉन, पुराना सचिवालय, दिल्ली-54 में कैलाश खेर एवं कैलाशा बैंड की संगीतमय प्रस्तुति दिल्ली सरकार द्वारा दिनांक 30 मार्च, 2025 को हिन्दू नव वर्ष के अवसर पर विधानसभा लॉन,…
– रम्भा रानी (रूबी), फिजी ** *** ** *** ** प्रकृति का संदेश ये बयार की सरसराहट,ये पंक्षियो की चहचाहट,ये नदियाँ और लहरों का शोर,ये बारिश में नाचते मोर,ये प्रकृति…
– रम्भा रानी (रूबी ), फिजी **** **** जमा – पूँजी जमा- पूँजीक्या इसका अर्थबस धन – सम्पत्ति ही होता है।नहीं,जमा-पूँजी का अर्थ है –मान, सम्मान, अपमान, अनुभव,जिसे हम सँभाल…
– रम्भा रानी (रूबी), फीजी *** *** *** दीपों का पर्व दीपों का पर्व आने वाला है,हम सबको भी दीप जलाना है। मन के अंदर जो बसा हुआ,सारे अंधकार मिटाना…
– रम्भा रानी (रूबी), फीजी बस एक पहर ही बाकी है तीन पहर तो बीत गए,बस एक पहर ही बाकी है।जीवन हाथों से निकल गया,बस खाली मुट्ठी बाकी है। सब…
– रम्भा रानी (रूबी), फीजी *** *** *** बचपन की क़ुछ खट्टी -मीठी यादें आज भी मुझे बचपन की वो सब यादें जो याद आती हैं,मन खुशियों से भर जाती…
रम्भा रानी (रूबी) मेरा नाम रम्भा रानी (रूबी) है। वैसे तो मैं मूलरूप से भारत की रहने वाली हूँ। लेकिन पिछले 15-16 वर्षों से फिजी के नान्दी में रहती हूँ।…
उसका नाम – आस्था नवल, वर्जीनया, यू एस ए हम अपने आस पास कितनी ही कहानियाँ बुन सकते हैं। पता नहीं कहानी बुनने की ज़रूरत होती है या कहानी पहचाननी…
अमरीका में आई.ए.एस. आस्था नवल, वर्जीनया, यू एस ए बड़े शहर के पास स्थित एक छोटा शहर अमरीका के छोटे शहर का एक मामूली-सा मोहल्ला। ऐसा मोहल्ला जिसमें रहने वाले…
देवी पूजन – आस्था नवल, वर्जीनया, यू एस ए उत्तराखण्ड के भव्य मंदिरों में से एक मंदिर के सबसे बड़े पुरोहित जी ने अपने बेटे को अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल से…
गुणाकर मुळे : विज्ञान लेखन से हिंदी की समृद्धि गुणाकर मुळे ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से गणित में एम.ए. पूरा किया और विज्ञान, इतिहास, और संस्कृति पर स्वतंत्र रूप से लेखन…
मुंबई विश्वविद्यालय एवं केंद्रीय हिंदी निदेशालय, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मुंबई में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन मुंबई विश्वविद्यालय एवं केंद्रीय हिंदी निदेशालय, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार…
नीदरलैंड्स स्थित द हेग शहर में आर्य समाज के 150 वें स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाया गया नीदरलैंड्स स्थित द हेग शहर के आसन मंदिर में, आर्य समाज के…
डॉ. कमल किशोर गोयनका जन्म एवं स्थान: 11 अक्टूबर, 1938, बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) हिंदी जगत के लिए उनका हमारे बीच से जाना अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति…