Author: वैश्विक हिंदी परिवार

ब्रिटेन में हिंदी शिक्षण एवं प्रशिक्षण : एक संक्षिप्त अवलोकन – (शोध आलेख)

ब्रिटेन में हिंदी शिक्षण एवं प्रशिक्षण – एक संक्षिप्त अवलोकन – डॉ. वंदना मुकेश भाषा, भाव और विचारों की अभिव्यक्ति का साधन है। किसी भी भाषा को सीखना, सिखाना या…

सबके अपने अपने राम – (कविता)

सबके अपने अपने राम (आल्हा छंद) मुल्ला पंडित सिक्ख मसीहा, नाना पंथ अनेकों नाम।सभी धर्म का मूल एक है, किंतु सभी के अपने राम॥ हर रजकण में राम व्याप्त हैं,…

शब्दों की वेणी – (कविता)

शब्दों की वेणी (दोहावली) शब्दों की वेणी सजा, रचें नव्य प्रतिमान।गद्य पद्य हो या ग़ज़ल, सुन्दर बने सुजान॥ नव्य नवल नूतन प्रखर, रचना रचें महान।ताल छंद सुर से सजी, जाने…

सुखद सुहाना भोर – (कविता)

सुखद सुहाना भोर (शृंगार छंद) हुआ अब सुखद सुहाना भोर।अरुण झांके प्राची के छोर॥यामिनी भाग गयी निज धाम।प्रात किरणें निकली अविराम॥ विहग नित कलरव में हैं मग्न।दृश्य सुन्दर मनभावन लग्न॥भृंग…

नवोन्मेष नवतान लिखें – (कविता)

नवोन्मेष नवतान लिखें (लावणी छंद) नये विचारों को संचित कर,आओ नवल विहान लिखें।नव पीढ़ी हो नूतन पथ पर प्रगतिशील पथगान लिखें॥नए विचारों से सजधज करनूतन गीत विधान लिखें।नूतन पंक्ति उक्ति…

अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ – (परिचय)

अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ डॉ॰ अर्जुन गुप्ता “गुंजन” माता : स्मृतिशेष राधिका देवीपिता : स्मृतिशेष भरत एस. गुप्ता शिक्षा : विज्ञान स्नातक (कलकत्ता विश्वविद्यालय),‘कम्प्यूटर एप्लीकेशन में परास्नातक डिप्लोमा’ (दिल्ली),‘ग्रामीण विकास में…

ज़मीं खा गई आसमां कैसे कैसे – (आलेख)

ज़मीं खा गई आसमां कैसे कैसे – मीनाक्षी जोशी फिल्मी दुनिया की चकाचौंध, ग्लेमर, धन और यश की क्षणभंगुरता से कौन परिचित नहीं है? न जाने कितने सितारे रोज नए…

राजीव मुद्गल की पुस्तक ‘देवताओं का मौन’ के पीछे की पृष्ठभूमि

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जीवन यात्रा – (कविता)

जीवन यात्रा ये जीवन के लम्बे-चौड़े टेढ़े-मेढ़े रास्तेकुछ तेरे हिस्से के हैं तो कुछ हैं मेरे वास्तेक़दम न चाहें फिर भी हमें चलते ही जाना हैमिल जायेगी मंज़िल यूं ही…

ये कमाल हमें करना है… – (कविता)

ये कमाल हमें करना है… समय कठिन है फिर भी हमेंहंसते-गाते रहना है,हो धारा चाहे जितनी उल्टीदरिया-सागर तरना है,लिये हाथ में प्रेम पताकाआसमान तक चलना हैये कमाल हमें करना है,नहीं…

वसीयतनामा – (कविता)

वसीयतनामा क्यों न हमखुले आकाश तलेबहती हवा, बहता पानीपरिंदों के गीत, जीवन के संगीत,इन सबकी मौजूदगी मे आजएक दूजे के दिल परअपना-अपना वसीयतनामा लिख दें,जीवन तो एक दूजे के साथ…

मुझको चाहिये – (कविता)

मुझको चाहिये चाहिये मुझको अदब की इक सौग़ात चाहियेकलम को रवानी मेरे दिल को जज़बात चाहिये आस्मां से उतर समा जाये रग रग मे जोशब्दों की ऐसी पूरी एक क़ायनात…

निर्मल सिद्धू – (परिचय)

निर्मल सिद्धू जन्म स्थान : पंजाब निवास स्थान : मिसिसागा शिक्षा : कोलकाता लेखन विधाएं : कविता, गजल, नज्म, हाइकु, लघु कथा, कहानी प्रकाश : निर्मल भाव {काव्य संकलन },…

प्रणयन की प्रथम गोष्ठी – (रिपोर्ट)

प्रणयन की प्रथम गोष्ठी प्रणयन द्वारा आयोजित प्रथम साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन कला संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रांगण में 30 नवंबर, 2024 को किया गया। यह कार्यक्रम कवि सूर्य प्रकाश…

इंडोलॉजी विभाग, सोफिया विश्वविद्यालय, बुल्गारिया में दीवाली का भव्य आयोजन – (रिपोर्ट)

इंडोलॉजी विभाग, सोफिया विश्वविद्यालय, बुल्गारिया में दीवाली का भव्य आयोजन इंडोलॉजी विभाग में इस वर्ष दीवाली पर्व का आयोजन अद्भुत और उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर पूरे…

देवताओं का मौन : एक आध्यात्मिक यात्रा – (रिपोर्ट)

देवताओं का मौन : एक आध्यात्मिक यात्रा ध्यातव्य है कि सृजन के क्षणों में मनुष्य मौन और अर्धसमाधि की अवस्था में होता है। कहना न होगा कि पुस्तक लेखन भी…

दादा… – (संस्मरण)

दादा… – यूरी बोत्वींकिन दादा रूसी थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय जर्मनों ने उनका गांव जलाकर लोगों को पश्चिम की ओर भगाया था तो उनका परिवार यूक्रेन पहुंचकर एक गांव…

वेदान्त दर्शन – (आलेख)

वेदान्त दर्शन आइए देखते हैं कि स्वामी विवेकानंद ने वेदान्त दर्शन के विषय में क्या लिखा है। उनके विचारों का सार “Selections from the Complete Works of Swami Vivekananda” (प्रकाशन…

दर्पणों की गली – (कहानी)

दर्पणों की गली – वरुण कुमार “यह रात जैसे दर्पणों की गली हो और तुम एक अकेली चांदनी बनकर निकली हो…” छत की रेलिंग पर भिंचे अपने हाथ की उंगलियों…

जिन्दगी बड़ा सच – (कहानी)

जिन्दगी बड़ा सच – वरुण कुमार अस्पताल का गमगीन माहौल। सभी के चेहरे बुझे हुए। मृत्यु की घटना के ऩजदीक में होने का अनुभव भी कितना अवसन्नकारी होता है। डेड…

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