Category: भौगोलिक इकाई

कोरिया में हांगुल डे पर ‘हांगुल रन’ – (रिपोर्ट)

कोरिया में हांगुल डे पर ‘हांगुल रन’ डॉ. संजय कुमार (सेजोंग सिटी, कोरिया से) 9 अक्टूबर को हांगुल डे के अवसर पर मैंने कोरिया के सेजोंग शहर में आयोजित ‘हांगुल…

अबूझ – (कहानी)

अबूझ – सरस दरबारी, कनाडा “दीदी आपको शादी में आना ही होगा।” “पर स्वाति मैं किसी को नहीं जानती।” “मुझे तो जानती हैं न। यह भी जानती हैं कि मेरे…

टोकरी – उम्मीदों की – (बाल कहानी)

टोकरी – उम्मीदों की डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन, जर्मनी ओह, 7 बज गए, क्रिस्टी ने आँख खोलकर घड़ी पर नजर दौड़ाई, आँखें मिचमिचाते हुए चारों ओर देखा, पर सुबह…

शैलजा सक्सेना की कहानियाँ: रिश्तों, संघर्षों और उम्मीदों की दास्तान – (पुस्तक समीक्षा)

“प्रवासी कथाकार शृंखला” राकेश मिश्र शैलजा सक्सेना जी से मेरा परिचय हिंदी राइटर गिल्ड के मासिक कार्यक्रम में हुआ। उनकी लिखी कहानियों को पढ़ने से पहले मैंने उन्हें सुना है…

राकेश मिश्र – (परिचय)

राकेश मिश्र राकेश मिश्र ओंटारियो, कनाडा में निवास करते हैं। उनका जन्म भारत के पूर्वी उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और ओंटारियो स्थित सेनेका कॉलेज से वाणिज्य…

🎃Happy Halloween🎃 – (ब्लॉग)

Happy Halloween डॉ शिप्रा शिल्पी हैलोवीन का दिन सेल्टिक कैलेंडर का आखिरी दिन होता है, इसलिए यूरोप में सैल्टिक जाति के लोग इस दिन को नए साल की शुरुआत के…

थाईलैंड – माई नाम – (ब्लॉग)

थाईलैंड – माई नाम शिखा रस्तोगी, बैंकॉक,थाईलैंड नदियों के महत्व को मनुष्य अच्छी तरह से जानता है। थाई भाषा में, माई नाम नदी के लिए एक सामान्य शब्द है, जिसमें…

कोरोना-चिल्ला – (कहानी)

कोरोना-चिल्ला* दिव्या माथुर तीन हफ्ते हो चुके हैं जॉन को घर छोड़े हुए; वह एक कैरावैन में किराए पर रह रहा है, वहीं से वह दफ़्तर का काम भी संभाल…

बेक्ड-बीन्स – (कहानी)

बेक्ड-बीन्स दिव्या माथुर सुपरमार्केट के यूँ ही चक्कर लगते हुए बुढ़िया ने ग्राहकों और लोगों की नज़र से बचते हुए दो छोटे टमाटर और कुछ लाल अँगूर मुँह में रख…

चौक पुराये मंगल गायें – (कविता)

डॉ. शिप्रा शिल्पी (कोलोन, जर्मनी) ***** चौक पुराये मंगल गायें चौक पुराये मंगल गायें, आई है दीवालीनाचे-गायें ख़ुशी मनायें, आई है दीवाली धनतेरस खुशहाली लायाजन-जन का है मन हर्षायामिलजुल कर…

जापानी जिजीविषा – (ब्लॉग)

जापानी जिजीविषा वेदप्रकाश सिंह जापान में इस समय सौ साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या एक लाख के करीब पहुँच रही है। यह संख्या दुनिया में सबसे अधिक…

दिल दा मामला है – (ब्लॉग)

दिल दा मामला है डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन , जर्मनी दिल दा मामला है!! खुद के संग समय बिताना, अच्छा होता है। अपने दिल की भी सुनना-सुनाना, अच्छा होता…

रावण (कविता)

दसग्रीव दशानन् दसकंधर कहलाता थाजब रावण चलता सारा जग हिल जाता थावो था पंडित-विद्वान और था बलशालीउसके सन्मुख देवों का जी थर्राता था रावण ने सोने की लंका बनवाई थीतीनों…

हिंदी दिवस – (कविता)

अर्चना ***** हिंदी दिवस हिंदी शब्द सुन तरंगित हो उठे मन मेराकलम भी आतुर कुछ लिखने कोभारत भूमि से कोसों दूरएकत्रित हम यहाँदेने को सम्मानअपनी मातृभाषा कोक्यों ना इतराओं मैंइस…

रिश्ते – (कविता)

अर्चना ***** रिश्ते रिश्तों का अस्तित्व क्या है ? क्या समझ पाया है कोई ?बड़े बेमानी से लगते हैं ये रिश्ते क्या फूल से नाज़ुक या छुइमुई से हैं ?…

सच्चा साथी – (कविता)

अर्चना ***** सच्चा साथी इंसान हूँ इस्तेमाल हेतु कोई वस्तु नहींसीढ़ी बना अपनी मंज़िल पाना,सभी का शौक़ रहा।हर रिश्ते को बहुत ईमानदारी से निभाया,पर हर बार छली गई।भीड़नुमा रिश्तों के…

मेरी माँ – (कविता)

अर्चना ***** मेरी माँ ममता का सागर,मेरी प्यारी माँ।ज्ञान सरस्वती तुल्य है,सभी ग्रंथ है कंठस्थ,ज्ञान की खान है,मेरी प्यारी माँ….करुणा बुद्ध तुल्यजन्म जाति से परेअमीर हो या ग़रीबसब के दुःख…

अर्चना – (परिचय)

अर्चना नाम – अर्चना जन्म स्थान – दिल्ली शिक्षण – M.Com ( spl business management) पता – आजकल ब्रिसबेन ऑस्ट्रेलिया में रहती हूँ ईमेल – archnagoel@gmail.com परिचय – हिंदी में…

रावण – (कविता)

मनीष पाण्डेय ‘मनु’ ***** रावण दसग्रीव दशानन् दसकंधर कहलाता थाजब रावण चलता सारा जग हिल जाता थावो था पंडित-विद्वान और था बलशालीउसके सन्मुख देवों का जी थर्राता था रावण ने…

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