आजादी की सुनहरी भोर – (कविता)
डॉ शारदा प्रसाद *** आजादी की सुनहरी भोर सन् सत्तावन से सततचलती रही लड़ाई!तब जाकर आजादी कीपावन शुभ घड़ी आई!! आजादी की बलिवेदी परवीरों ने शीश चढ़ाई!अंग्रेजों के दमन सहेऔर…
हिंदी का वैश्विक मंच
डॉ शारदा प्रसाद *** आजादी की सुनहरी भोर सन् सत्तावन से सततचलती रही लड़ाई!तब जाकर आजादी कीपावन शुभ घड़ी आई!! आजादी की बलिवेदी परवीरों ने शीश चढ़ाई!अंग्रेजों के दमन सहेऔर…
प्राची मिश्रा *** आम आदमी वो मिलता है वो दिन मुझकोअपना सामान समेटे हुएमैली कुचैली इक चादर मेंअपना ईमान समेटे हुए हाड़ मांस की इक जर्जर कायामिलती बोझा ढोते हुएमुख…
प्राची मिश्रा *** आम आदमी अमन चाहता है न कलह चाहता हैन दमन चाहता हैन सत्ता चाहता हैन चमन चाहता हैपिस जाता है फिरभी सियासत के पाटों मेंएक आम आदमी…
प्राची मिश्रा *** अच्छी औरतें ज़माने ने समझायाअच्छी औरतें घर में रहती हैंजो अपने मन की बात के अलावासब कुछ कहती हैंजो लड़ती हैं पति से गहने ज़ेवर के लियेपर…
प्राची मिश्रा *** तुम्हारा होना मेरे दुपट्टे का एक छोरहमेशा तुम्हारा रहेगाजिसमें बेफिक्र होकर तुमपोंछ सको अपने आँसूहां तुमने ठीक सुना!!मैं चाहती हूँ तुम दर्द कोइक्कठा करना छोड़ दोतुम्हारे रोने…
प्राची मिश्रा *** ये आँखें ये आँखेंबस उतनी ही छलकनी चाहिएजितने में न डूबे ये संसारये धरती और ये मनचीर कर दुःख का सीनाजब पिघलती हैं ये आँखेंपत्थर कर देती…
प्रेम की अरण्य मेज़ अलका सिन्हा हाल के लंदन प्रवास के दौरान 3 अगस्त 2025 को पैडिंग्टन स्टेशन पर एक अद्भुत सार्वजनिक कला-कृति देखने का अवसर मिला। यह है —…
एक और इंडिया हाउस जहां छुपा है भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास प्रदीप गुप्ता सामान्यत: लन्दन में रहने वाले भारतीय मूल के लोग जिस इंडिया हाउस को जानते हैं वह…
प्रेम का लाइसेंस – एक राष्ट्रीय योजना डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’ देश में समस्याएँ बहुत हैं — बेरोज़गारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, और अब एक नई राष्ट्रीय आपदा: आधुनिक प्रेम, जिसे…
बहुत याद आएंगें, विभूति जी! दिनेश कुमार माली, ओड़िशा हर दिन की तरह आज सुबह भी मैंने लिंगराज एमटी हॉस्टल के चारों परिक्रमा करते हुए मैंने फोन किया, “कैसी तबीयत…
ऑक्सफ़र्ड की ऐतिहासिक ब्लैकवेल बुकशॉप में अलका सिन्हा ऑक्सफ़र्ड की ऐतिहासिक ब्लैकवेल बुकशॉप में प्रवेश करते ही जो पुस्तक सबसे पहले मेरी आंखों में उतरी, वह थी बानू मुश्ताक की…
केंसिंग्टन गार्डन की एक शाम… अलका सिन्हा 3 अगस्त 2025 आज हम केंसिंग्टन गार्डन गए। हरे-भरे पेड़ों के बीच, झील के किनारे टहलते हुए, हंसों और बतखों के साथ खेलते-खिलखिलाते…
हम लखनौवा है : दोस्ती नहीं यारी निभाते है डॉ शिप्रा शिल्पी, कोलोन, जर्मनी क्या फर्क पड़ता कोई आपको क्या समझता है, दोस्त वही जो आपको समझने की समझ रखता…
हिडिम्बा प्रदेश मनाली डॉ वरुण कुमार अपना देश प्राकृतिक विविधता की दृष्टि से विलक्षण है। यहाँ एक ही समय में एक जगह लू चलती है तो दूसरी जगह बर्फ पड़ती…
अंतिम उम्मीद का आखिरी टिकट डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’ पुराने शहर के उस कोने में, जहाँ सूरज की किरणें भी सरकारी फाइलों की तरह देर से पहुँचती थीं, एक…
समय कैसे उड़ता है … एक आत्मीय स्मृति अतिला कोतलावल, श्रीलंका आज एक पुरानी फेसबुक स्मृति ने मन को भीतर तक छू लिया — एक ऐसी स्मृति, जो मुझे जीवन…
हिडिम्बा प्रदेश मनाली डॉ वरुण कुमार अपना देश प्राकृतिक विविधता की दृष्टि से विलक्षण है। यहाँ एक ही समय में एक जगह लू चलती है तो दूसरी जगह बर्फ पड़ती…
नीना पॉल को याद करते हुए -डॉ अरुणा अजितसरिया एम बी ई, ब्रिटेन नीना पॉल से मेरा परिचय मेरे घर पर तेजेंद्र शर्मा जी द्वारा आयोजित कथा यूके की कथा…
नरेश शांडिल्य आलोचक उसने मेरे पसीने को पानी कहामैं चुप रहा उसने मेरे आँसू को पानी कहामैं चुप रहा उसने मेरे ख़ून को पानी कहामैं चुप रहा लेकिन जब उसनेअपनी…
नरेश शांडिल्य अम्मा मंदिर की देहरीभजन गाती मंडलीदाना चुगती चिड़ियातुलसी का बिरवापीपल का पेड़छड़ीवॉकरअस्पताल का स्ट्रेचर…जब-जब भी दिखते हैंयाद आने लगती है –अम्मा… सब छोड़ गई अम्मा –अपना हॉल सा…