Author: वैश्विक हिंदी परिवार

अतुल शर्मा – (परिचय)

अतुल शर्मा मेरा नाम अतुल शर्मा है। मैं उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से हूँ, जहाँ मेरा बचपन बीता। मैंने अपनी शिक्षा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से एम.कॉम (स्नातकोत्तर)…

वैंकटेश्वरा में विख्यात साहित्यकार डा. मधु चतुर्वेदी कृत महाकाव्य ‘देवयानी’ का भव्य लोकार्पण – (रिपोर्ट)

वैंकटेश्वरा में विख्यात साहित्यकार डा. मधु चतुर्वेदी कृत महाकाव्य ‘देवयानी’ का भव्य लोकार्पण श्री वैंकटेश्वरा विश्वविद्यालय के रवीन्द्रनाथ टैगोर आडिटोरियम में आयोजित महाकाव्य ‘देवयानी’ का लोकार्पण समारोह को भव्य आयोजन…

डॉ. पुष्पा सत्यशैल द्वारा संकलित एवं संपादित चार नवीनतम कृतियों “गीत पल्लवी चतुर्थ भाग – 1 और 2, सत्य कथा पुष्प – 3 तथा सात्विका” के लोकार्पण समारोह – (रिपोर्ट)

दिनांक 12.12.2024 को नई दिल्ली के लोदी एस्टेट के मैक्समूलर मार्ग स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के कमलादेवी काम्प्लेक्स के सेमिनार हॉल में जयसेव समिति के तत्वावधान में वरिष्ठ साहित्यकार, संगीतज्ञ,…

प्रिये, तुम्हारी आँखें बोलती हैं – (कविता)

प्रिये, तुम्हारी आँखें बोलती हैं अपनी सहधर्मिणी के साथ, दशकों से रहते हुए, अत्यंत निकट से मैंने अनुभव किया कि उसकी आँखें बोलती हैं। जो मनोदशा, भावना शब्दों से निरूपित…

नारी कौशल – (कविता)

नारी कौशल जीवन की उलट-पलट और झंझावतों के बीच, कभी-कभी मन में कई तरह के विचार उठते हैं। और जब मैं अपने आसपास की घटनाओं, विशेषकर अपने निकटम साथी को…

दर्पण और अहम् – (कविता)

दर्पण और अहम् दर्पण और अहम् कविता में द्वन्द्व है। मन के रूपक अहम और सत्य के रूपक दर्पण के बीच, कवि का मन उसका अहम् दर्पण से अपने ही…

हाँ, मेरे कई मन हैं! – (कविता)

हाँ, मेरे कई मन हैं! मन एक बहु आयमी पटल है। मेरे विचार से विश्व का अस्तित्व मात्र मन है, मन है तो विश्व है। यह आशाओं, आकांक्षाओं, संभावनाओं, प्रतिरोध,…

नीटू भैय्या – (संस्मरण)

नीटू भैय्या – हर्ष वर्धन गोयल (सिंगापुर) कुछ वर्ष पूर्व मुझे एक बहुत ही शक्तिशाली विधि का ज्ञान हुआ। जिसके द्वारा हम अपने मन की स्थिति और विचार प्रक्रिया पर…

आशीष मिश्रा के ग़ज़ल – (ग़ज़ल)

1. राम-सरल हृदय स्वयं से जब पहचान करेंगेसबको अपने राम मिलेंगे सरल हृदय है पहली नीतिवरना ना भगवान मिलेंगे तनिक कृपा मिल जाय अगरहे राम तेरा वरदान कहेंगे माया मोह…

ब्रिटेन का पतझड़ – (कविता)

ब्रिटेन का पतझड़ मानो धरती हरी नहींसोने की लगती एक परातपत्ते मटक-मटक बिखरेजैसे जाते कोई बरात उड़ते पत्ते, झड़ते पत्तेगिरते पत्ते, पड़ते पत्तेकहीं हवा में तैर रहेकहीं फ़िज़ा में सैर…

पानी की बूँद – (कविता)

पानी की बूँद मैं पानी की बूँद चली क्यूँ दूर मेघ से पार।क्या होगा, ये क्या जाने, कैसा होगा संसार। सोच रही है बूँद ये कब सेक्या मेरा कल होगाक्या…

क्या हारा क्या जीत गया – (कविता)

क्या हारा क्या जीत गया समय बहुत सा बीत गयाबहुत समय था रीत गया।अनुभव आपहि बोलेगाक्या हारा क्या जीत गया।। जीवन किसी नाव की भाँतिहिचकोले से हमें हिलातीसमय आप पतवार…

नहीं रहे ‘वाह ताज कहिए जनाब’ कहने वाले उस्ताद – (श्रद्धांजलि)

नहीं रहे ‘वाह ताज कहिए जनाब’ कहने वाले उस्ताद अपने तबले की थाप से उस्ताद जाकिर हुसैन ने ताजमहल चाय को ‘वाह ताज’ के नाम से मशहूर कर दिया था।…

‘डायस्पोरा रिसर्च एंड रिसोर्स सेंटर’ ने ब्रिटेन के भारतीय प्रवासी श्री नितिन मेहता से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया – (रिपोर्ट)

‘डायस्पोरा रिसर्च एंड रिसोर्स सेंटर’ ने ब्रिटेन के भारतीय प्रवासी श्री नितिन मेहता से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग परिषद व वैश्विक हिन्दी परिवार के तत्वावधान में आयोजित…

धीरे धीरे जब आँगन – (कविता)

धीरे धीरे जब आँगन धीरे-धीरे जब आँगन मेंयहाँ फैलता सूनापन।गीले-गीले नयनों सेहृदय नापता अपनापन।। अपनापन रातों का सच्चादिन का है दर्पण कच्चासच में दंभ यथा भरने सेमेरा खाली बर्तन अच्छा…

आशीष मिश्रा – (परिचय)

आशीष मिश्रा हिंदी कविताएँ व कहानियाँ लिखते हैं। वे गत 14 वर्षों से लंदन में रहते हैं और एक software architect हैं। उनका एक काव्य संग्रह “मेरी कविता मेरे भाव”…

गुजराती और हिंदी के अंतर्संबंध – (आलेख)

गुजराती और हिंदी के अंतर्संबंध – (आलोक गुप्त : पूर्व प्रोफेसर, गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं पूर्व फेलो, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला) इस लेख में गुजराती और हिंदी के संबंध…

नृत्य कला के सूक्ष्म सौंदर्य का मनोहारी प्रदर्शन: दिव्या शर्मा के कत्थक मंच प्रवेश के माध्यम से परंपरा का उत्सव – (रिपोर्ट)

नृत्य कला के सूक्ष्म सौंदर्य का मनोहारी प्रदर्शन: दिव्या शर्मा के कत्थक मंच प्रवेश के माध्यम से परंपरा का उत्सव लेखक: हितेन मिस्त्री, अनुवाद-वंदना मुकेश | प्रकाशित तिथि: 12.12.2024 |…

विश्व हिंदी अधिष्ठान, रायगढ़  (छत्तीसगढ़) भारत द्वारा पद्म श्री मुकुटधर पाण्डेय स्मृति अन्तर्राष्ट्रीय काव्य संग्रह के लिए रचनाएँ आमंत्रित – (सूचना)

विश्व हिंदी अधिष्ठान, रायगढ़ (छत्तीसगढ़) भारत द्वारा पद्म श्री मुकुटधर पाण्डेय स्मृति अन्तर्राष्ट्रीय काव्य संग्रह के लिए रचनाएँ आमंत्रित हिंदी छायावाद के प्रणेता कवि पद्मश्री मुकुटधर पाण्डेय जी की जयंती…

मणिपुर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर W. चंद्रबाबू सिंह द्वारा ‘मणिपुर में सांस्कृतिक पर्यटन’ पर व्याख्यान : रिपोर्ट – (रिपोर्ट)

इंडोलॉजी विभाग के शिक्षक और छात्र मणिपुर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर W. चंद्रबाबू सिंह से मिलने के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर कक्ष में एकत्रित हुए। प्रोफेसर सिंह ने “मणिपुर में सांस्कृतिक…

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