Month: May 2025

प्रस्तुति -खुला मंच के तत्वावधान मे ‘स्नेह मिलन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया – (रिपोर्ट)

‘स्नेह मिलन’ कार्यक्रम प्रस्तुति -खुला मंच के तत्वावधान मे ‘स्नेह मिलन’ कार्यक्रम का आयोजन फरीदाबाद सेक्टर 46 में अनीता वर्मा के निवास स्थान पर किया गया। सुविख्यात ग़ज़लकार, गीतकार डॉ…

खामोशी – (कविता)

–अनिल वर्मा, ऑस्ट्रेलिया खामोशी हद से ज्यादा बढ़ी है खामोशीअर्चियों की लड़ी है खामोशी ऐसा क्या खो गया है मेले मेंबुत-सी गुमसुम खड़ी है खामोशी हुए हम कैद ख़ुद की…

नाम – (कविता)

–अनिल वर्मा, ऑस्ट्रेलिया नाम नाम शब्द सेशब्द अक्षर सेअक्षर ध्वनि सेध्वनि कम्पन से कम्पन स्वयं-निनादित भव सेभव सम्भव हो सका भाव सेया सब लीला के प्रभाव से ? इस प्रभाव…

अनिल वर्मा –  (परिचय)

अनिल वर्मा अनिल वर्मा की यात्रा बिहार से सिडनी तक; विज्ञान से कविता तक; सौंदर्य से प्रार्थना तक रही है। पेशे से एक वरिष्ठ कम्प्यूटर टेक्नोलोजिस्ट और दिल से एक…

हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा और विश्वरंग की एक इंद्रधनुषी दोपहर : साहित्यिक मिलन, लोकार्पण और काव्य गोष्ठी – (रिपोर्ट)

साहित्यिक मिलन, लोकार्पण और काव्य गोष्ठी शनिवार, मई 24 को हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा और विश्वरंग के तत्वावधान में डॉ हंसादीप और धर्मपाल जैन जी के घर एक बहुत ही…

अनुभौ उतरयो पार! – (विचार स्तंभ)

अनुभौ उतरयो पार! डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम कबीर का जीवन ही दर्शन पर आधारित था। उन्होंने जो देखा, उसी को कहा। किसी किताब-विताब के चक़्कर में नहीं रहे। कहते हैं,…

डॉ. माधव कौशिक को दिया जाएगा रशिया का सबसे बड़ा दोस्तोएवस्की स्टार अवॉर्ड – (समाचार)

राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. माधव कौशिक को दोस्तोएवस्की स्टार अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह रशिया का सबसे बड़ा लिटरेरी अवॉर्ड माना जाता है। यह सम्मान डॉ. कौशिक…

नेशनल काउन्सिल फॉर कल्चर, आर्ट्स एंड लिटरेचर, कुवैत और अंजुमन ए पंखुड़ी अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक मंच के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी ओलंपियाड २०२५ फ़्लायर का लोकार्पण – (रिपोर्ट)

हिंदी ओलंपियाड २०२५ फ़्लायर का लोकार्पण भारतीय दूतावास, कुवैत, नेशनल काउन्सिल फॉर कल्चर, आर्ट्स एंड लिटरेचर तथा कुवैत हेरिटेज सोसाइटी एवं नेशनल आर्काइव ऑफ इंडिया और मिनिस्ट्री ऑफ इनफॉर्मेशन एंड…

कन्नड़ लेखिका बानू मुश्ताक़ को मिला बुकर पुरस्कार – (विचार स्तंभ)

Deepa Bhatti – अनीता वर्मा कन्नड़ लेखिका बानू मुश्ताक को उनके अंग्रेज़ी में अनूदित कहानी संग्रह ‘हार्ट लैंप’ के लिए प्रदान किया गया है। इन कहानियों का कन्नड़ से अनुवाद…

सिंदूर – (कविता)

गोवर्धनसिंह फ़ौदार ‘सच्चिदानन्द’, मॉरीशस सिंदूर जान हथेली ले उतरे हैं, अपने सारे वीर।बदला ये सिंदूर का आज, ले पोंछेंगे नीर।। पानी सिर से हुआ है उपर,खैर नहीं इस बार।कुचलने फ़न…

गोवर्धनसिंह फ़ौदार ‘सच्चिदानन्द’ – (परिचय)

गोवर्धनसिंह फ़ौदार ‘सच्चिदानन्द’ अवकाश प्राप्त सरकारी कर्मचारी। हिन्दी-भोजपुरी भाषा प्रेमी। वर्तमान में मॉरीशस तथा भारत के विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं में, जिनमें मंथनश्री, वर्तिका, विश्व हिन्दी साहित्यिक समूह, जागरण, आभा साहित्य…

डिजिटल हिन्दी की यात्रा – (पुस्तक परिचय)

डिजिटल हिन्दी की यात्रा भूमंडलीकरण ने हमारे सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन के साथ-साथ भारतीय भाषाओं को भी काफी प्रभावित किया है। आज के यांत्रिक युग में भाषा का प्रयोग केवल…

विनयशील चतुर्वेदी की ग़ज़ल – (ग़ज़ल)

© विनयशील चतुर्वेदी ग़ज़ल रहते हैं किस तौर यहाँ पर हाल न पूछोमिलती है किस भाव यहाँ पर दाल न पूछो आत्महत्या पर खेतिहर की भी साहब जीहंसते हैं कि…

चाय नहीं तो चाह नहीं – (कविता)

डॉ. इंगीता चड्ढा (ठक्कर), ऑस्ट्रेलिया चाय नहीं तो चाह नहीं मेरा घरोंदा… और मेरी चाय,कितना मदहोश नशा है ये।चलो फिर,उगते और डूबते सूरज के साथचाय पीते हैं।रिमझिम बारिश,और तेरा मादक…

बेशुमार दर्द – (कविता)

डॉ. इंगीता चड्ढा (ठक्कर), ऑस्ट्रेलिया बेशुमार दर्द खंडहर के सन्नाटे… कुछ बोल रहे हैं,जुगनू बनकर रिश्ते… छलक रहे हैं।गूँजती थी जो बांसुरी,उसी राग को अब मन खोज रहा है,रीते-रीते कमरे…मौन…

महिला दिवस – (कविता)

डॉ. इंगीता चड्ढा (ठक्कर), ऑस्ट्रेलिया महिला दिवस फिर आया महिला दिवस,फिर मचा शोर — नारी-शक्ति का।फिर सुनाई दी आवाज़ — अस्मिता और सम्मान की,और दोहराई गई कहानी — अत्याचार और…

बाबा की साइकिल की कहानी – (कविता)

डॉ. इंगीता चड्ढा (ठक्कर), ऑस्ट्रेलिया बाबा की साइकिल की कहानी बाबा की साइकिल की कहानीबचपन की वो यादें सुहानी,कितनी खूबसूरत सी —बाबा की साइकिल की कहानी।मेरे बाबा की दो चीजें…

मन कहता है – (कविता)

डॉ. इंगीता चड्ढा (ठक्कर), ऑस्ट्रेलिया मन कहता है मन कहता है.एक कहानी लिखूँ।ना कोई मोहब्बत की दास्तान,ना ही प्रकृति के रंगों की कहानी।ये है समाज में सड़न की तरह फैली…

वो जो मेरा मोहल्ला था – (कविता)

डॉ. इंगीता चड्ढा (ठक्कर), ऑस्ट्रेलिया वो जो मेरा मोहल्ला था वो जो मेरा मोहल्ला था,उसमें मेरा घर — “मनुस्मृति” था।घर का कमरा भले ही छोटा था,मगर खचाखच भरा रहता था…सबके…

संवेदनशील विश्वास – (कविता)

डॉ. इंगीता चड्ढा (ठक्कर), ऑस्ट्रेलिया संवेदनशील विश्वास ना जाने कितनी बार पूछा होगा,क्या हाल-चाल हैं आपके?चलो माना कि जब सुनाने लगे हम हाले-दिल,कर चले तुम — सुनकर भी अनसुना।कह देने…

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