Author: वैश्विक हिंदी परिवार

एन.एस.सी.आई. क्लब में  चित्रा मुद्गल पर बनी साहित्य अकादमी की डॉक्यूमेंट्री ‘कथा सप्तक-चित्रा मुद्गल’ पर बातचीत – (रिपोर्ट)

एन.एस.सी.आई. क्लब में चित्रा मुद्गल पर बनी साहित्य अकादमी की डॉक्यूमेंट्री ‘कथा सप्तक-चित्रा मुद्गल’ पर बातचीत इस महीने की चेतनामयी की गोष्ठी 28 मार्च 2025 को दिल्ली के एन.एस.सी.आई. क्लब…

ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त करने के पश्चात् श्री विनोद कुमार शुक्ल का वक्तव्य – सूचना

"मुझे लिखना बहुत था बहुत कम लिख पाया, मैंने देखा बहुत, सुना भी मैंने बहुत, महसूस भी किया बहुत, लेकिन लिखने में थोड़ा ही लिखा। कितना कुछ लिखना बाकी है....…

‘हिंदी साहित्य व सिनेमा में अवध की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन – (रिपोर्ट)

‘हिंदी साहित्य व सिनेमा में अवध की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 26/03/2025 को हिन्दी विभाग, खुनखुन जी गर्ल्स पी.जी. कॉलेज एवं उच्च शिक्षा विभाग, लखनऊ, उत्तर…

अमेरिका में हिन्दी एवं देवनागरी लिपि – (आलेख)

अमेरिका में हिन्दी एवं देवनागरी लिपि – विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका द यूनाइटेड स्टेट्स आफ़ अमेरिका, देश- दुनिया के सभी लोगों को अपनी और आकर्षित करने…

सावन – (गीत)

– विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका *** *** *** सावन——— सावन की रिमझिम बौछारभीग रहा मन भाव पसारटप टप बूँदों सी थिरकूँ मैंगाऊँ पी संग राग मल्हार नाचे मोर पपीहा बोलेफुदक…

बसंत ऋतु – (गीत)

– विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका *** *** *** बसंत ऋतु————— ऋतु बसंत की सुन किलकारीसजी धरा की क्यारी-क्यारी। लाल गुलाबी पीले रंग मेंभ्रमरों की गुनगुन ले संग मेंकलियों ने आरती…

भूल रहे सब भाईचारा – (कविता)

– विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका *** *** *** भूल रहे सब भाईचारा————————- हर भाषा कोदूसरी भाषा से ख़तरा हैहर इंसान यहाँतरकीबों का पिंजरा हैकैसे,किससे आगे निकलेकैसे, किसकोपीछे छोड़ेंभाषा हो याराष्ट्र,…

सपने और अपने – (कविता)

बचपन में देखे थे सपने सोचा, पूरे होंगे एक दिन लेकिन जब वो उम्र हुई कुछ करने की कर जाने की सपनों को सच बनाने की तो सलाह मिली अपनों…

एक जीवन हूँ – (कविता)

एक ख़ामोशी सी रहती है जाने मुझसे क्या कहती है सोचा करती कि कौन हूँ मैं अपने ही तन में मौन हूँ मैं क्यूँ शांत स्वरूप सी फिरती हूँ कुछ…

महाभारत के ‘9 अनमोल मोती’ – (विचार स्तंभ)

यदि आप समय रहते अपने बच्चों की अनुचित माँगों और इच्छाओं पर नियंत्रण नहीं रखते तो आप जीवन में असहाय हो जाएँगे… "कौरव" आप कितने भी शक्तिशाली क्यों न हों,…

विनीता तिवारी की ग़ज़लें – (ग़ज़ल)

विनीता तिवारी की ग़ज़लें – विनीता तिवारी, वर्जीनिया, अमेरिका *** ** *** ** *** ग़ज़ल-1 तेरा मुझसे मुझको चुराना ग़ज़ब है।चुराना, फिर अपना बताना ग़ज़ब है। यूँ ही रात ख़्वाबों…

कोरिया में ‘होली है’ – (रिपोर्ट)

कोरिया में ‘होली है’ – सृजन कुमार होली भारतीयों की भावनाओं से जुड़ा एक ऐसा त्यौहार है, जिसका नाम सुनते ही होली के गानों के साथ ख़ुशनुमा-सी मस्ती की भावना…

रिश्ते और वक्त – (कविता)

– डॉ सिंह स्मिता, सिंगापुर रिश्ते और वक्त नीरव शांत जल विहीनमरुस्थल बन गया ताल है,जीवन की कठोर तपिश सेजीवन जीना हो गया मुहाल है,रिश्ते-नाते बस नाम के रह गए…

मालिनी – (कहानी)

मालिनी – डॉ स्मिता सिंह मालिनी ने कभी एक निर्णय लिया था कि कभी भी भारत नहीं लौटेगी। आज इतने वर्ष बाद अपने देश की मिट्टी पर कदम रखते ही…

दक्षिण एशिया में भाषाओं के विकास पर पेगी मोहन की अंतर्दृष्टि – (पुस्तक समीक्षा)

दक्षिण एशिया में भाषाओं के विकास पर पेगी मोहन की अंतर्दृष्टि ~ विजय नगरकर, अहिल्यानगर, महाराष्ट्र भूमिका:भाषाओं का विकास किसी समाज के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक बदलावों का सजीव प्रतिबिंब…

ग्रोक (Grok  xAI) से बातचीत – (साक्षात्कार)

ग्रोक (Grok xAI) से बातचीत ~ विजय नगरकर आजकल सोशल मीडिया पर कृत्रिम बुद्धि आधारित ग्रोक (Grok xAI) की भाषा और उत्तर देने की शैली पर बहुत चर्चा हो रही…

हिन्दी-अंग्रेज़ी अनुवाद कार्यशाला – (रिपोर्ट)

हिन्दी-अंग्रेज़ी अनुवाद कार्यशाला रिपोर्ट – डॉ जयशंकर यादव वैश्विक हिन्दी परिवार द्वारा सहयोगी संस्थाओं के तत्वावधान में अनुवाद की गुणवत्ता और महत्ता के मद्देनजर रविवारीय कार्यक्रम के अंतर्गत 23 मार्च…

संस्कारों के अंतर – (कहानी)

संस्कारों के अंतर – अजेय जुगरान अनाहिता एक संवेदनशील, बुद्धिमान,पढ़ी-लिखी और देश – विदेश अच्छी तरह से घूम चुकी तैराक थी। वह अच्छे परिवार में पैदा हुई मुंबई की एक…

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